July 29, 2025

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औरैया21मार्च*CM योगी व पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणीकार निलंबित शिक्षक ने BSA के खिलाफ मोर्चा खोला*

औरैया21मार्च*CM योगी व पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणीकार निलंबित शिक्षक ने BSA के खिलाफ मोर्चा खोला*

औरैया21मार्च*CM योगी व पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणीकार निलंबित शिक्षक ने BSA के खिलाफ मोर्चा खोला*

*कानून का बुलडोजर देखते ही बौखलाया शिक्षक फेसबुक लाइव पर कहा-भ्रष्ट हैं बीएसए*

प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में निलंबित शिक्षक अजीत यादव ने प्रयागराज बीएसए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।कहा कि बीएसए खुद 10 साल तक शिक्षक रहे हैं और कभी भी स्कूल जाने में विश्वास नहीं किए। तैयारी करते थे। लगता है कि अपना पीछे का इतिहास भूल गए। अजीत यादव ने बीएसए पर दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और अंजाम भुगतने की धमकी दी है।

शिक्षक अजीत यादव पर पीएम और सीएम पर अमर्यार्दित टिप्पणी का आरोप है। अजीत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टकला बाबा, ढोंगी और शंख बनाने वाला कहा था। अजीत यादव को इसी आरोप में 12 मार्च को बीएसए ने निलंबित कर दिया था। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

अगर मैंने कोई अमर्यादित टिप्प्णी की है तो मुझे खेद है। मैं अपनी गलती मानता हूं। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद मेरा निलंबन किया गया। मेरा किसी से कोई राग–द्वेष नहीं है।
अजीत ने आगे कहा कि आप लोग प्रयागराज के बेसिक शिक्षा अधिकारी के बारे में जानते होंगे। मिर्जापुर में तैनाती के दौरान इसी सरकार में एमडीएम घोटाला हुआ था।अगर बीएसए मेरे खिलाफ एफआईआर करा रहे हैं तो मैं भी उनकी आय से अधिक सम्पत्ति की जांच कराकर ही मानूंगा।अजीत यहीं नहीं माने और कहा कि बीएसए प्रवीण कुमार त्रिपाठी खुद 10 साल तक शिक्षक रहे हैं और खुद विद्यालय जाने में विस्वास नहीं करते थे। तैयारी करते थे। अपना पीछे का इतिहास बीएसए भूल गए। मैं बता देना चाहता हूं कि में एफआईआर और बंदरघुड़की से नहीं डरूंगा।
अजीत यादव ने कहा कि कोर्ट ने मेरे ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। चुनाव को कोर्ट ने क्वैश किया था। कोर्ट में कौन लोग हैं। हमारे लोग तो हैं नहीं। बड़े-बड़े नेताओं के साथ न्याय नहीं हो पाया।शिक्षक अजीत यादव ने प्रयागराज के बीएसए के ऊपर और कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अजीत ने अपने फेसबुक लाइव में कहा कि बीएसए साहब आप बहुत दूध के धुले नहीं हैं। आप मुझसे भी पैसे की डिमांड किए थे। मुझे ऐसे ही नहीं छूट दिए थे। मुझे पता है बहरिया में कई शिक्षक हैं, जिनको आपने पैसे लेकर छूट दी है। कितने लोगों से पैसा लेकर आप प्रॉक्सी टीचर के रूप में आप पढ़वाने का काम करते हैं मुझसे छिपा नहीं हैं। काेरांव से मांडा तक कई शिक्षकों का पैसा आपके पास पहुंचता है। मैंने कभी कोई बेईमानी नहीं की है।

*क्या था पूरा मामला*

विधानसभा चुनाव के दौरान अजीत यादव ने समाजवादी पार्टी के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद बीएसए ने शिक्षक अजीत यादव को 12 मार्च को निलंबित कर दिया था।

प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद परिषदीय शिक्षक का एक राजनैतिक दल का प्रचार करना और संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करना कर्मचारी आचरण नियमावली के प्राविधानों के विपरीत है. चुनाव के दौरान अजीत यादव दल विशेष के समर्थन में जनसंपर्क, जनसभा एवं प्रचार में सक्रिय रहे. शिक्षक के स्कूल ना जाने, प्रतिदिन के हस्ताक्षर करने सहित अन्य मामलों की भी जांच शुरू हो गयी  है.

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