औरैया 30 नवंबर *यूटा के शिक्षक नेताओं की आख़िरकार विभाग में हुई वापसी*
*दोनों शिक्षकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने किया था बर्खास्त*
*औरैया।* बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुखर रहने वाले संगठन यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन यूटा औरैया के जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल व मण्डल अध्यक्ष नीरज राजपूत ने मंगलवार को एरवाकटरा बीआरसी पर जॉइन किया। गत 2 मई को तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी चंदनाराम इकबाल यादव ने नियम विरुद्ध तरीके से यूटा के दोनों शिक्षक नेताओं की सेवा समाप्ति कर दी थी।जिसके विरुद्ध दोनों शिक्षक नेताओ ने मा.उच्च न्यायालय की शरण ली। जिसमें उच्च न्यायालय ने तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी के बर्खास्तगी आदेश को नियम विरुद्ध मानते हुए निरस्त कर दिया था और जांच कमेटी गठित करके दोबारा निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए थे। किन्तु जिले के विभागीय अधिकारियों नेउच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ डबल बेंच में जाने के लिए उच्च अधिकारियों से अनुमति मांगी, किन्तु न्यायिक न होने के कारण शासन स्तर से मामले को डबल बेंच में जानी की अनुमति नहीं मिली।
उसके बाद वैमनस्यता के आधार पर उच्च न्यायालय के आदेश के विपरीत पुरानी दूषित जांच आख्या के आधार पर वर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यूटा जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल को नियमविरुद्ध अभ्यावेदन नोटिस जारी करके विज्ञप्ति जारी कर दी। तब यूटा जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ मा.उच्च न्यायालय में अवमानना याचिका दाखिल की। जिस पर उच्च न्यायालय ने बीएसए औरैया को नोटिस जारी करते हुए एक माह के अंदर उच्चन्यायालय के आदेश के अनुपालन करते हुए हलफनामा दाखिल करने का आदेश जारी किया। यूटा जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल ने बताया कार्यालय में भ्रष्ट बाबुओं का बोलबाला है, जिसमे एक बाबू विनीत पांडेय को पूर्व में हमारी शिकायत पर एंटीकरप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ करके ये भ्रष्ट बाबू जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद पुनः कार्यालय में स्थापित होकर अपने भ्रष्ट कार्यो को अंजाम देकर हमारे और यूटा के अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ षड्यंत्र रचने का कार्य करता रहता है। तत्कालीन खण्ड शिक्षा अधिकारी अवनीश यादव को भ्रमित करके पूर्वनियोजित साजिश के तहत हम लोगों पर फर्जी मुकदमा लिखवाकर तत्कालीन जांच अधिकारी और बीएसए से मिलकर नियमविरुद्ध बर्खास्तगी करवाई। जिससे ये भ्रष्ट बाबू स्वछंद होकर अपने निजिस्वार्थो की पूर्ति कर सके।मा.उच्च न्यायालय के आदेश के बाबजूद हम लोगों का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न करते हुए परेशान किया जा रहा है। मा.उच्च न्यायालय में योजित याचिका में पारित आदेश के अनुपालन में 1 नवम्बर 2022 को जारी जॉइनिंग आदेश विभाग द्वारा 22 दिन बाद 23 नवम्बर 2022 को डाक से हम लोगों को भेजा गया जो हम लोगों को 26 नवम्बर को प्राप्त हुआ। बेसिक शिक्षा अधिकारी औरैया के जारी आदेश के अनुपालन में दोनों शिक्षक नेताओं मंगलवार को खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय एरवाकटरा में अपनी जॉइनिंग दी।
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