October 3, 2024

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मऊरानीपुर ( झांसी ) 4 सितंबर 2024 वारिस से खराब हुई तिली की फसल जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ी।

मऊरानीपुर ( झांसी ) 4 सितंबर 2024 वारिस से खराब हुई तिली की फसल जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ी।

मऊरानीपुर ( झांसी ) 4 सितंबर 2024 वारिस से खराब हुई तिली की फसल जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ी।

झांसी। अधिकांश किसानों के द्वारा खरीफ के मौसम में तिली, उर्द, मूंग, मूंगफली की खेती की गई है। तो वहीं खरीफ फसल करने वाले किसानों के द्वारा बताया गया कि मौसम की बेरुखी, अन्ना जानवर और कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग के बाद भी कहीं ना कहीं किसानों को खरीफ फसल में वह उम्मीद नजर नहीं आ रही है जिस उम्मीद के साथ किसानों के द्वारा खरीफ फसलों को बोया गया था। ग्राम खिलारा निवासी उमेश कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि इस बार अच्छी बारिश नही होने के चलते फसलों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। तो वहीं बारिश न होने से आगे के समय में बोई जाने वाली फसलों के लिए पानी का संकट खड़ा हो जाएगा जो की एक चिंता का विषय है। ग्राम पुरवा निवासी प्रगतिशील किसान हनुमत सिंह सोलंकी ने बताया कि खरीफ की फसलों में कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग किया जा रहा है। जिसके प्रयोग से कही न कही फसलों को काफी नुकसान पहुंचने से फसलें प्रभावित हुई है। वही उन्होंने बताया कि मऊरानीपुर स्थित कृषि रक्षा ईकाई पर पीला मौजिक रोग नियंत्रण तथा खरपतवारनसी दवाओं को अनुदान पर उपलब्ध कराने की मांग शासन प्रशासन से की है। ग्राम भण्डरा निवासी वयोवृद्ध किसान फखरुद्दीन मंसूरी ने बताया कि उम्मीद के अनुसार मानसूनी बरसात नही होने से आगे आने वाली फसल कैसे बोई जाएगी। इसको लेकर वह चिंतित हैं तो वहीं वर्तमान में जो फसलें खेतों में बोई गई है। उन फसलों पर अन्ना जानवरों का आतंक बना हुआ है। जिसके चलते फसलों का काफी नुकसान हो रहा है। ग्राम पंचायत खिलारा के बुजुर्ग किसान रामकुमार दुबे ने बताया कि परंपरागत खेती करने वाले किसान आज भी उर्द, मूंग तीली एवं मूंगफली की खेती करते है। पहले किसानों को खेती करने में ज्यादा कीटनाशक का प्रयोग नहीं करना पड़ता था लेकिन आज के समय में कीटनाशकों का बड़ी संख्या प्रयोग करना पड़ रहा है। तो वहीं अन्ना जानवरों से फसलों को बचा पाना भी काफी मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही प्रकृति की बेरुखी भी किसानों पर कहीं ना कहीं भारी पड़ रही है। बसरिया निवासी किसान सूरज पटेल तथा भण्डरा निवासी किसान पुष्पेन्द्र पटेल ने संयुक्त रूप से बताया कि संपर्क मार्ग किनारे के खेतों में तिली की फसल बोई गई थी लेकिन उसमें गांव का पानी भर जाने से पूरी तिली की फसल खराब हो गई है। उन्होंने मऊरानीपुर तहसील प्रशासन ने वारिस के पानी से खराब हुई तिलहन की फसल का मौका मुआयना कर क्षतिपूर्ति दिलाई जाए।

जिला संवाददाता। सुरेन्द्र द्विवेदी खिलारा झांसी यूपी आजतक।

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