November 19, 2025

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पूर्णिया बिहार 11 अप्रैल 25*, बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा एवं संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैंठक

पूर्णिया बिहार 11 अप्रैल 25*, बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा एवं संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैंठक

पूर्णिया बिहार 11 अप्रैल 25*, बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा एवं संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर डीएम की अध्यक्षता में बैंठक

मोहम्मद इरफान कामिल यूपी आज तक न्यूज़ चैनल पूर्णिया बिहार की रिपोर्ट।

हीटवेव से बचाव को लेकर जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।

सतर्कता एवं जानकारी रखकर हम संभावित हीटवेव से बचाव कर सकते है:–डीएम।

सभी संबधित विभागों की तैयारियों का किया गया विस्तृत समीक्षा।

जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि लगातार भूजलस्तर पर रखे नजर।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओ०आर०एस० घोल का पैकेट अनिवार्य रूप से रखने का दिया गया निर्देश ।
सांप काटने पर त्वरित नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
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पूर्णिया बिहार। बढ़ती गर्मी,तेज पछुआ हवा को देखते हुए संभावित हीटवेव से बचाव को लेकर आपदा की बैठक में जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार ने सभी सबंधित विभागों के पदाधिकारियों से तैयारियों का विस्तृत समीक्षा किया गया।
उन्होंने कहा कि सतर्कता,
जानकारी एवं जागरूकता के द्वारा ही हम हीट वेव से बचाव कर सकते हैं।
जिलाधिकारी महोदय ने कहा की हीट वेव से सुरक्षा हेतु लोगों को पूरी सावधानी बरतने एवं निर्धारित मापदंडों का पालन करवाने के लिए पंचायती राज विभाग,आईसीडीएस,शिक्षा, स्वास्थय ,जनसंपर्क,सहित सभी संबधित विभाग पदाधिकारी व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी नगर निकायों को निर्देश दिया गया कि अविलम्ब सभी महत्वपूर्ण एवं सार्वजनिक स्थानो पर पेयजल हेतु प्याऊ की व्यवस्था करें।
उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओ एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस घोल का पैकेट अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया।
भीषण गर्मी पड़ने पर मनरेगा मजदूरों के काम करने के समय मे भी परिवर्तन करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी महोदय ने सिविल सर्जन को सभी सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं सहित हीट वेव प्रभावित मरीजों के इलाज की विशेष व्यवस्था तथा पर्याप्त मात्रा में ओ०आर ०एस० पैकेट, आई०वी०फ्लूड एवं जीवन रक्षक तथा सर्प दस्त की दवा इत्यादि की ससमय व्यवस्था सुनिश्चित करें।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देशित किया गया कि बंद पड़े चापाकलों की अविलम्ब मरम्मती करायें।
लगातार भूजलस्तर पर नजर रखे,आवश्यकता पड़ने पर टैंकलॉरी से भी पेयजल की आपूर्ति के लिए अभी से ही व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
पशुओं के लिए पानी की कमी नही हो,इसको लेकर जिला पशुपालन पदाधिकारी को भी निर्देश दिया गया है।
गौरतलब हो कि गर्म हवा एवं लू का काफी प्रतिकूल प्रभाव हमारे शरीर पर भी पड़ता है, जो कभी-कभी घातक भी साबित हो सकता है।
इस संबंध में थोड़ी से सावधानी एवं दिशा निर्देशो का पालन कर लू/गर्म हवाओं से तथा आगलगी के प्रभाव से बचा जा सकता है।
इसको लेकर सभी सबंधित विभागों यथा नगर निकायों,
स्वास्थ्य,पीएचईडी,शिक्षा,आईसीडीएस,जिला पशुपालन पदाधिकारी,पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, ग्रामीण विकास विभाग, कार्यपालक अभियंता विद्युत, जिला परिवहन पदाधिकारी
जनसंपर्क एवं संबंधित अधिकारियों को संभावित हीट वेव को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां कर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है।
संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी नगर निकायों को प्याऊ की व्यवस्था सार्वजनिक स्थलों पर करने का निर्देश दिया गया है।
आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शिक्षण संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में ओ०आर०एस० घोल रखने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी महोदय ने कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल पूर्णिया पूर्व एवं पश्चिमी को निर्देश दिया गया की जीर्ण-शीर्ण तारों की मरम्मती एवं आवश्यकता अनुसार तार बदलना सुनिश्चित करें। ताकि विद्युत से आगलगी की घटना एवं जीवन छति न हो सके।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि अग्निकांड से प्रभावित परिवारों को अविलंब उसी दिन सहायता प्रदान करना सुनिश्चित करें।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र का अग्निकांड के स्थिति में त्वरित बचाव हेतु फायर ऑडिट के अनुसार सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया ।
जिससे आपदा के समय में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटना स्थल पर पहुंच कर तेजी से आग पर काबू पा सके।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र में अग्निशमन वाहनों के पानी भरने हेतु जल श्रोत चिन्हित करने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा जिला वासियों से अपिल किया गया की यदि किसी भी व्यक्ति को सांप काट लेने पर झाड़ फूंक, ओझा गुनी के चक्कर में नहीं पड़े अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इलाज कराने से जान बच सकती है।
आपदा प्रभारी को निर्देशित किया गया कि आगलगी की घटना के दौरान पीड़ित परिवारों को सहायता राशि एवं पानी में डूबने से हुई जीवन छती का भुगतान उसी दिन करना सुनिश्चित करें।

-लू लगने पर क्या करें:

लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें अगर उनके शरीर पर तंग कपड़े हो तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें।
-लू लगे व्यक्ति का शरीर ठंडा गीले कपड़े से शरीर पोंछे या ठंडे पानी से नहलाये।
उक्त के शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर पंखे आदि का प्रयोग करें।
उसके गर्दन पेट एवं सिर पर बार-बार गिला तथा ठंडा कपड़ा रखें।
उस व्यक्ति को ओ०आर० एस०/नींबू पानी नमक चीनी का घोल छाछ या शरबत पीने को दें। जो शरीर के जल की मात्रा को बढ़ा सके।
लू लगे व्यक्ति की हाल में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाए
लू लगने पर क्या न करें:-

जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें।
चाय कॉफी जैसे गर्म पेय तथा जर्दा तंबाकू आदि का सेवन कम करें अथवा ना करें।
ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन जैसे मांस अंडा एवं सूखे मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं का सेवन कम करें अथवा न करें।
यदि व्यक्ति गर्मी या लू के कारण पानी की उल्टियां करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें।
बच्चों को बंद वाहन में अकेला न छोड़ें।
उक्त बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय शर्मा, श्री राजकुमार गुप्ता अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था -सह-उप विकास आयुक्त ,श्री टेस लाल सिंह, आपदा प्रभारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप सरकार, डीपीएम स्वास्थ्य, तथा संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे

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