June 29, 2025

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औरैया18अप्रैल24*जहां सम्मान नहीं वहां जाना नहीं - पं पुनीत मिश्र*सेहुद धाम पर सुनिये कथा रघुनाथ की का दूसरा दिन*

औरैया18अप्रैल24*जहां सम्मान नहीं वहां जाना नहीं – पं पुनीत मिश्र*सेहुद धाम पर सुनिये कथा रघुनाथ की का दूसरा दिन*

औरैया18अप्रैल24*जहां सम्मान नहीं वहां जाना नहीं – पं पुनीत मिश्र*सेहुद धाम पर सुनिये कथा रघुनाथ की का दूसरा दिन*

दिबियापुर (औरैया)
सेहुद धाम हनुमान मंदिर पर श्री रामालय परिसर में बालयोगी महंत रामप्रियदास के मार्गदर्शन में व्यास पंडित पुनीत मिश्र ने भगवान शंकर और प्रभु राम जी के प्रेम के साथ
नाम महिमा का वर्णन किया और भगवान शंकर व सती के वॄतांत को विस्तार से बताया।विभिन्न रूपों में राम कभी दशरथ के पुत्र है कभी वो राम पत्नी की विरह वेदना में है और वही राम भगवान शिव के ह्रदय में निवास करते हैं।
ताही सो संतन धरो एक नाम बस राम।
राम नाम सत्य है की व्याख्या में शिव व राम के प्रेम को वर्णित करते हुए कहा कि चिता की भस्म में मकर राम को खोजने वाले भोले बाबा राम के सिवा किसी का सुमिरन नही करते।
माँ पार्वती नें एक बार भोले बाबा से घर आने पर पूछा कहा गए थे तब माँ ने जिज्ञाषा जगाई की प्रसाद क्यो नही लाये तब भोले बाबा ने कहा कि हम प्रसाद लेने की स्थिति में नही थे क्योंकि हम हंस बनकर कथा सुनने गए थे।कास भुसुंड जी कथा कह रहे थे।कहत सुनत रघुपति गुन गाथा पर माता सती का मन कथा में नही है इसलिए जब अगस्त महत्मा कथा कह रहे थे सती की आवाज पर भगवान शंकर उठकर चल दिये।मन में विचार आया कि राम जी का दर्शन हो जाये उसी क्षण चौदह वर्षों के लिए वन आये राम माता सीता के बारे में लताओं और पेड़ो से पूछते हुए राम जी मिल गए।भोले बाबा नें भगवान के रामरूप में वन में दर्शन किये
क्योंकिजाको जा पर सत्य सनेहू,सो तेहि मिलय न कछु संदेहू।भोले बाबा नें सत्य स्नेह से राम को पा लिया पर पत्नी विरह में डूबे राम नें हंस के जोड़े को देखकर विह्वल हो गए।यह देखकर सती माता को ये विश्वास न हुआ कि ये भगवान है तब माता सती परीक्षा लेने के लिए सीता जी का रूप धारण कर राम जी के सामने प्रस्तुत हो गई लेकिन भगवान राम ने उन्हें माता कहकर प्रणाम कर लिया तब माता सती को भान हुआ कि ये भगवान के ही अवतार है लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और सीता का रूप धारण करते ही भोले बाबा ने उनका अपनी पत्नी के रूप में परित्याग कर दिया।
गुरुवार की कथा में परीक्षित राम कुमार अवस्थी व संध्या अवस्थी के अलावा उमेश पॉलीवाल,श्याम पांडेय, अनुज शुक्ल, धीरज शुक्ला, धर्मेंद्र यादव सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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