December 3, 2025

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भदोही25अगस्त*•आपात स्थिति में सीपीआर से बचाए रोगी की जान - जिलाधिकारी*

भदोही25अगस्त*•आपात स्थिति में सीपीआर से बचाए रोगी की जान – जिलाधिकारी*

ज्ञान पुर भदोही

भदोही25अगस्त*•आपात स्थिति में सीपीआर से बचाए रोगी की जान – जिलाधिकारी*
*•सीपीआर रखता है मस्तिष्क व अन्य अंगों तक ऑक्सीजनयुक्त रक्त प्रवाह – पुलिस अधीक्षक*
*•सीपीआर से जान बचाना होगा संभव डॉ. शिवशक्ति दिवेदी*
*•कलेक्ट्रेट सभागार में सीपीआर जन जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित*
*•हृदय रोग के कारण एवं निवारण की दी गई जानकारी*
*•हार्ट अटैक : कलेक्ट्रेट में बताए गए जीवन रक्षा के गुर*
*•हार्ट अटैक से बचाव के लिए कलेक्ट्रेट में जनमानस को किया गया प्रशिक्षित*

24 अगस्त 2022:- कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी आर्यका आखोरी व पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार की उपस्थिति में राजकीय चिकित्साधिकारी डॉक्टर शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी ने सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलक्ट्रेट कार्मिकों, पुलिस कर्मियों व जनमानस को बताया कि सीपीआर इमरजेंसी में इस्तेमाल की जाने वाली एक मेडिकल थैरेपी की तरह है , जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकती है । सीपीआर का पूरा नाम फुल फॉर्म कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन है और इससे कार्डियक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है । उन्होंने कहा कि सीधे शब्दों में कहें तो कई बार किसी व्यक्ति की अचानक सांस रूक जाती है या फिर कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में किसी को सांस नहीं आता है तो सीपीआर दिया जाता है , जिसकी वजह से लोगों की जान बचाई जा सकती है । एक तरह से सीपीआर में बेहोश व्यक्ति को सांसें दी जाती है , जिससे फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है । साथ ही इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है । जैसे अगर व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक गई है तो पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना शरीर की कोशिकाएं बहुत जल्द खत्म होने लगती है । वहीं इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है , जिससे गंभीर कई बार व्यक्ति की मौत भी हो जाती है । ऐसी स्थिति में अगर सीपीआर दिया जाता है

 

यूपी आजतक से योगेश त्रिपाठी ब्यूरो चीफ भदोही

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