March 14, 2025

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पूर्णिया बिहार 6 मार्च25* रोड पर बेहोशी हालत में मिला रिक्शाचालक, एएनएम द्वारा बचाई गई जान।

पूर्णिया बिहार 6 मार्च25* रोड पर बेहोशी हालत में मिला रिक्शाचालक, एएनएम द्वारा बचाई गई जान।

पूर्णिया बिहार 6 मार्च25* रोड पर बेहोशी हालत में मिला रिक्शाचालक, एएनएम द्वारा बचाई गई जान।

-एएनएम द्वारा तत्काल मरीज को लगाया गया एड्रेनिल इंजेक्शन, कुछ देर में होश में आया रिक्शाचालक
-एएनएम द्वारा मरीज को लाया गया मेडिकल कॉलेज अस्पताल, कराया उपचार
-फोन द्वारा परिजनों को दी जानकारी, परिजनों ने एएनएम को कहा धन्यवाद

मोहम्मद इरफान कामिल यूपी आज तक चैनल पूर्णिया बिहार की रिपोर्ट।

पूर्णिया बिहार । स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को अपने घर के आसपास टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नियमित रूप से विभिन्न क्षेत्रों में एएनएम कर्मियों द्वारा टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। घर पर टीकाकरण सुविधा का लाभ उठाने से नवजात शिशु और गर्भवती महिला भविष्य में विभिन्न बीमारियों के ग्रसित होने से सुरक्षित रहते हैं। अस्पताल से क्षेत्र भ्रमण के दौरान रास्ते में किसी व्यक्ति के गंभीर हालत में पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति को स्वास्थ्य कर्मी एएनएम द्वारा तत्काल चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए जान जाने से सुरक्षित किया जा सकता है। इस वक्तव्य को जमीनी स्तर पर चरितार्थ किया है पूर्णिया कोर्ट की एएनएम अनु प्रिया द्वारा। उन्होंने न सिर्फ रास्ते में बेहोशी की हालत में पड़े व्यक्ति की तत्काल चिकित्सकीय सहायता करते हुए जान बचाई बल्कि इसके बाद संबंधित मरीज को अस्पताल पहुँचाते हुए चिकित्सकों द्वारा आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध करवाया गया। इस दौरान संबंधित मरीज के परिजनों को फोन से मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए अस्पताल बुलाकर सौंपा गया। परिजनों द्वारा मरीज के जान बचाने के लिए एएनएम अनु प्रिया को बहुत बहुत धन्यवाद दिया गया।
टीकाकरण के लिए क्षेत्र जा रही थी एएनएम :
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पूर्णिया कोर्ट की एएनएम अनु प्रिया ने बताया कि क्षेत्र में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल सहभागी एएनएम पूजा कुमारी के साथ ई-रिक्शा द्वारा क्षेत्र में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र जा रही थी। इस दौरान रास्ते में एक ई-रिक्शा चालक द्वारा बेहोश अवस्था में रोड किनारे गिर हुआ पाया गया। इससे रोड में काफी भीड़ जमा हो गई थी। भीड़ में रिक्शा चालक के बीमार होने की जानकारी प्राप्त होते ही तत्काल एएनएम अनु प्रिया द्वारा अपने रिक्शा से उतर कर ग्रसित ई-रिक्शा चालक मरीज को चिकित्सकीय सहायता प्रदान की गई। एएनएम अनु प्रिया द्वारा पहले मरीज को सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देते हुए गंभीर बेहोश होने से सुरक्षित किया गया। इसके बाद एएनएम अनु प्रिया द्वारा अपने एनाफायलसिस किट्स से एड्रेनिल इंजेक्शन निकालकर मरीज को लगाया गया। इंजेक्शन लगाने और सीपीआर देने से रिक्शा चालक द्वारा होश में आने के बाद रिक्शा चालक को एएनएम अनु प्रिया द्वारा स्थानीय लोगों की मदद से दूसरे ई-रिक्शा में बैठाते हुए तत्काल राजकीय चिकित्सिका महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच), पूर्णिया पहुँचाकर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। अस्पताल में चिकित्सक द्वारा आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के बाद रिक्शा चालक द्वारा होश में आया गया। होश में आने पर रिक्शा चालक ने अपना नाम बुल्लू यादव बताया। बुल्लू यादव पूर्णिया शहरी क्षेत्र में मरंगा का रहने वाला है। बुल्लू यादव ने अपने घर में सूचित करने के लिए एएनएम अनु प्रिया को अपने बेटे के मोबाइल नंबर दिया। एएनएम अनु प्रिया द्वारा रिक्शा चालक के बेटे ऋशु यादव को फोन करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए संबंधित परिजनों को अस्पताल बुलाया गया। अस्पताल आने पर रिक्शा चालक को उनके परिजनों को सौंपते हुए एएनएम अनु प्रिया द्वारा अपने कार्य क्षेत्र पर टीकाकरण कैम्प के लिए प्रस्थान किया गया। रिक्शा चालक को तत्काल फर्स्ट एड देते हुए अस्पताल पहुँचाकर चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए रिक्शा चालक परिजनों द्वारा एएनएम अनु प्रिया को बहुत बहुत धन्यवाद किया गया।
एएनएम की सहभागिता से सुरक्षित हुई चालक की जिंदगी :
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया कोर्ट की प्रभारी चिकित्सिका पदाधिकारी डॉ प्रतिभा कुमारी ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के स्वास्थ्य किट्स में हमेशा लोगों के तत्काल चिकित्सकीय सहायता के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध रहती है। स्वास्थ्य किट्स उपलब्ध रहने और एएनएम अनु प्रिया द्वारा तत्काल उपचार करने के मरीज की जान को सुरक्षित किया गया। फर्स्ट एड देने के बाद अस्पताल पहुँचाकर मरीज को उपचार उपलब्ध कराने के लिए एएनएम अनु प्रिया का प्रयास बहुत प्रशंसनीय है। बीमार लोगों को बाहर निकलते समय अपने साथ चिकित्सकीय सहायता के लिए फर्स्ट एड किट्स रखना आवश्यक है। इससे मरीज को तत्काल उपचार करते हुए विशेष उपचार के लिए अस्पताल भेजा जा सकता है जिससे मरीज को चिकित्सकीय उपचार करते हुए सुरक्षित रखा जा सकता है और लोग स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकते हैं।

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