[7/15, 17:47] +91 99560 44608: *बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की विधायिकी का अंत कोर्ट से 10 साल की सजा मिलने के बाद छिन गई सदस्यता*
[7/15, 19:09] +91 99191 96696: *शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जो जीवन को सफल आधार प्रदान कर सकता है–संजय कुमार गुप्ता*
*संस्थान के चेयरमैन पूर्व विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता के द्वारा दिए गए सफलता के टिप्स*
*कौशाम्बी* भरवारी स्थित रिद्धि सिद्धि कॉलेज आफ हायर एजुकेशन में 15 जुलाई को संस्थान के चेयरमैन पूर्व विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता के द्वारा जिले भर के हजारों छात्र छात्राओं को संबोधित किया गया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की संगोष्ठी के माध्यम से बच्चों का उत्साहवर्धन किया, सफलता के टिप्स बताएं और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला उन्होंने इसके महत्व को भी सविस्तार से वर्णन किया साथ ही साथ जिलेभर से आए समस्त छात्र छात्राओं को उनके उद्देश्य की पूर्ति कैसे हो, बच्चों के सपने कैसे साकार हो, कैसे सुनहरे भविष्य का निर्माण हो, आदि के सफलता के लिए सूत्र बताए श्री गुप्ता ने कहा कि हर छात्र एवं छात्रा को कठिन परिश्रम करना चाहिए क्योंकि इसी के माध्यम से बच्चे सफलता के पायदान को छू सकते हैं पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि रिद्धि सिद्धि कॉलेज आफ हायर एजुकेशन की स्थापना करके मैंने स्वयं समाज के अंदर फैली शिक्षा के अंधकार को दूर करने का प्रयास किया है उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिए सतत परिश्रम और योग्य शिक्षकों का साथ अत्यंत आवश्यक होता है श्री गुप्ता ने कॉलेज में उपलब्ध सभी कोर्सेज का सविस्तार चर्चा किया उन्होंने कहा कि हमारे संस्थान में बीसीए बीबीए बीकॉम बीएससी, बी ए आदि कोर्स उपलब्ध है इसके अलावा रिद्धि सिद्धि अकादमी भरवारी कौशांबी में सब्जेक्टिव क्लासेस के अलावा आईआईटी, नीट, प्री फाउंडेशन, फाउंडेशन, एनडीए, एसएससी ,एयर फोर्स एक्स ,वाई ग्रुप के साथ-साथ सभी एक दिवसीय परीक्षाओं का संचालन हो रहा है अपने संदेश में उन्होंने कहा कि शिक्षा को प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम और समर्पण की जरूरत होती है और एक शिक्षित व्यक्ति ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है उन्होंने आवाहन किया कि सभी लोग पूरे मनोयोग से कठिन परिश्रम करें शिक्षा के माध्यम से आपको सफलता जरूर मिलेगी और अगर किसी प्रकार की कठिनाई आती है तो आप मेरा सहयोग ले कार्यक्रम के दौरान रिद्धि सिद्धि कॉलेज आफ हायर एजुकेशन के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।
[7/15, 19:54] +91 95549 78900: *जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ठाकुर शिव सागर सिंह का हत्यारा एक लाख का इनामिया गिरीश मिश्रा गिरफ्तार*
*17 वर्षों पूर्व हजारों लोगों की भीड़ के बीच दिनदहाड़े बेखौफ बदमाशों ने ठाकुर शिवसागर सिंह को उतारा था मौत के घाट लूट ले गए थे उनकी रिवाल्वर*
*प्रयागराज कौशांबी* जिले के सैनी कोतवाली अंतर्गत सिराथू रेलवे फाटक पर 17 वर्षों पूर्व जिले के चर्चित जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष शिव सागर सिंह को हजारों लोगों के बीच दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया था एक साथी के यहां दावत से शिवसागर सिंह अपने अंगरक्षक और निजी बॉडीगार्ड के साथ वापस अपने घर अझुवा कस्बा लौट रहे थे रेलवे फाटक सिराथू के पास उन्हें गोलियों से भून दिया गया था शिवसागर सिंह की हत्या करने के बाद हत्यारों ने मौके से उनकी रिवाल्वर व अन्य सामान भी लूट लिया था शिव सागर सिंह की हत्या में मुख्य अभियुक्त गिरीश मिश्रा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था 17 वर्षों से लगातार पुलिस गिरीश मिश्रा की तलाश कर रही थी लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस विभाग ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट में मध्यप्रदेश के सीहोर से एक लाख रुपए के इनामिया बदमाश गिरीश मिश्रा को धर दबोचा है गिरीश मिश्रा कौशांबी जिले के सैनी थाना अंतर्गत शाखा गांव का निवासी है इस हत्याकांड के अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस पहले ही कर चुकी है
[7/15, 19:54] +91 95549 78900: *शादी के बाद शगुन किट अपनाएँ – परिवार को खुशहाल बनाएं*
*पति-पत्नी पहले एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझें फिर बच्चे की योजना बनायें*,
*शादी के दो साल बाद ही बनायें बच्चे की योजना, दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अंतर बहुत जरूरी*
*कौशाम्बी* शादी के मौके पर मिलने वाले तमाम तोहफों में से उसी दरम्यान मिलने वाला एक ख़ास तोहफा आपके पूरे जीवन को खुशहाल बना सकता है। बस जरूरत है उसकी खासियत को समझते हुए सही मायने में जीवन में अपनाने की । वह है क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता के माध्यम से शादी के तुरंत बाद भेंट के रूप में दी जाने वाली शगुन किट | इस किट में कई जरूरी सामग्री के साथ ही परिवार नियोजन के अस्थायी साधन कंडोम व गर्भ निरोधक गोलियों को भी शामिल किया गया है। परिवार नियोजन के इन अस्थायी साधनों को अपनाकर पति-पत्नी को एक-दूसरे को समझने और आर्थिक रूप से मजबूती लाने का पर्याप्त समय मिल सकता है। इस तरह यह किट महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के साथ ही परिवार के हर सदस्य की खुशहाली का जरिया भी बन सकता है ।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी मणि का कहना है कि विवाह के बाद बहू के ससुराल में कदम रखते ही आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुभ शगुन के रूप में शगुन किट का तोहफा देती हैं। इसका उद्देश्य नवविवाहित दम्पति को पारिवारिक और वैवाहिक जीवन के दायित्वों के लिए तैयार करना है ताकि वह अपना आगे का जीवन बिना संकोच और झिझक के खुशहाल, सुरक्षित और सुंदर बना सकें। सेहत के साथ ही आर्थिक बेहतरी के लिए जरूरी है कि बच्चे की योजना शादी के दो साल बाद ही बनाएं और दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर जरूर रखें।
लाभार्थी गौरी देवी का कहना है कि उनकी शादी मई 2022 को हुई थी । जब वह ससुराल पहुँचीं तो आशा कार्यकर्ता के सहयोग से तोहफा स्वरुप में शगुन किट भेंट की और परिवार को आगे बढ़ाने का निर्णय उचित समय पर ही लेने के बारे में विस्तार से समझाया। उस वक्त तो यह भी नहीं पता था कि इस किट में क्या है। आशा की बात सुनकर बड़ी राहत मिली कि किट में उपलब्ध कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों को अपनाकर वह पहले घर-परिवार और पति-पत्नी एक दूसरे को अच्छी तरह से समझने का सुनहरा मौका पा सकते हैं। पति ने भी पूरा साथ दिया और परिवार नियोजन के अस्थायी साधन अपनाकर आज वह अपना खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं ।
जिला परिवार नियोजन एवं सामग्री प्रबंधक देव प्रकाश यादव का कहना है कि जनपद में पिछले वित्तीय वर्ष में 6159 शगुन किट का वितरण किया जा चुका है। इसके साथ ही इस वित्तीय वर्ष में चल रहे सास-बहू-बेटा सम्मेलन के दौरान शगुन किट का वितरण किये जाने की योजना है ।
शगुन किट की खासियत :
शगुन किट 12 से 13 इंच के चौकोर लाल रंग के साथ प्राकृतिक जूट के रंग में बना एक बॉक्स है, इसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवदंपति को भेंट किया जाता है। बॉक्स में “नया उपहार शगुन बेमिसाल, नई जोड़ी परिवार खुशहाल“ का स्लोगन भी लिखा होता है।
शगुन किट में क्या है –
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी मणि ने बताया – शगुन के इस किट में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक पत्र भी होता है, जिसमें परिवार नियोजन के फायदों के बारे में लिखा होता है। इस पत्र का उद्देश्य नवविवाहित दम्पति को जनसंख्या नियंत्रण के लिए सचेत करने के साथ दो बच्चों तक ही परिवार को सीमित रखने के लिए प्रोत्साहित करना है। किट में पति और पत्नी के लिए आपातकाल में प्रयोग की जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियां, सामान्य गर्भनिरोधक गोलियां(छाया ,माला- एन)प्रेग्नेंसी टेस्ट किट और कंडोम होते हैं ।” किट में स्वास्थ्य और सफाई के लिए ज़रूरी कुछ सामान भी होता है। उन्होंने कहा “किट में एक शीशा, कंघी, कुछ रुमाल और तौलिये के साथ ही सामान्य भाषा में गर्भनिरोधक से जुड़े
सवाल-जवाब भी होते हैं।” उन्होंने कहा -आशा कार्यकर्ता शगुन किट नवविवाहिता को देती हैं। ऐसे जोड़े जो पढ़-लिख नहीं सकते, उन्हें आशा कार्यकर्ता उनके घर जाकर पूरी जानकारी बातचीत के जरिये उपलब्ध कराती हैं ।
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