कौशाम्बी12दिसम्बर23*बाल श्रम और बाल विवाह न करने की लोगों ने ली शपथ*
*बाल विवाह बाल श्रम बाल यौन शोषण तस्करी जैसी बुराई को दूर कर लोगो को जागरूक करने का प्रयास कर रही है संस्था*
*कौशाम्बी* जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति चित्रकूट एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन के सहयोग द्वारा जनपद कौशाम्बी के ब्लॉक बारा, नेवादा और चायल के 50 पंचायतो मे वृहद स्तर पर बाल विवाह बाल श्रम बाल यौन शोषण तस्करी जैसी बुराई को दूर कर लोगो को जागरूक करने का महाअभियान संस्था द्वारा चलाया जा रहा हैं। बाल विवाह, बाल श्रम एवं बाल यौन शोषण, तस्करी जैसी बुराई को दूर करने एवं लोगो को जागरूक करने के लिए जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति अपने सहयोगी कार्यकर्ताओ के साथ प्रत्येक दिन बाल विवाह, बाल श्रम एवम बाल तस्करी जैसे अहम मुद्दों पर समाज के हर वर्ग में जागरूक करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कर सतत प्रयासरत है।
इसी क्रम मे ग्राम एगवा एवम महिला ग्राम में संस्था के लोगो द्वारा चौपाल कार्यक्रम के साथ जनसमूह को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई गई । जिसमे ग्राम सभा महिला कंपोजिट विद्यालय के प्रांगण में चौपाल का कार्यक्रम अयोजित किया गया। कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि ग्राम प्रधान श्रीमति अमिता द्रिवेदी, आगनवाड़ी, आशा, आशा बहू ,ग्राम पंचायत सहायक, एनएम, लेखपाल,सीएचसी आए हुए डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, स्कूल के अध्यापक व बच्चे जिला पंचायत सदस्य अजय सिंह पटेल सहित तमाम लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे। चौपाल में ग्राम महिला, कैलाशपुर, एगँवा, प्रभापर, धाना, चुन्नी का पुरवा तथा छेकवा ग्राम सभा के सैकड़ो लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में उपस्थित जन समुदाय के लोगो को बाल विवाह व बाल श्रम न करने के लिए और न ही प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया गया संसद प्रतिनिधि ने बाल विवाह एवम बाल श्रम न करने/ करवाने के लिए लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया और लोगो को शपथ दिलाई कि बाल विवाह न होने देंगे और न ही बाल विवाह में प्रतिभाग करेगे। जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति, चित्रकूट से कममुनिटी सोशल वर्कर अमित पांडेय, विपिन पांडेय एवम काउन्सलर राकेश द्विवेदी सहित तमाम लोग उपस्थिति रहे। संस्था से अमित शुक्ल ने लोगो को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई और बाल श्रम, बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दे को आये हुए ग्रामीण जनमानस के साथ चर्चा एवम परिचर्चा भी किया उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है इसका बहिस्कार करके हम सब किशोर एवम किशोरियों के बचपन को बचा सकते है तथा उनके जीवन को नया आयाम देना का प्रयास कर सकते है। इसके लिए समाज के हर तबके को जागरूक एवं शाशक्त बनाना होगा तब जाकर हम सब इस समाज को बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर अकुश लगा पाएंगे और इसके बाद हीं हम अपने किशोर एवं किशोरिओ का बचपन सुरक्षित कर पाएंगे। जन कल्याण शिक्षण प्रसार समिति एवम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन का एक मात्र लक्ष्य है कि भारत को बाल विवाह, बाल श्रम एवम बाल तस्करी मुक्त भारत बनाना है ।
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