कौशाम्बी05जनवरी2023*गौशाला है य गौवंशो की कब्रगाह,भ्रस्टाचारी गौवंशो का खा रहे चारापानी*_
_*साहब यहां काऊ कोट छोड़िए,गोवंश को चारा भोजन मिल जाये वही बहुत है*_
_*अझुवा कौशाम्बी* विकास खण्ड कड़ा के ग्राम पंचायत लोहदा में बनी अस्थायी गौशाला जिसमे 42 गौवंश रखे गए हैं लोहदा की अस्थाई गौशाला इन दिनों बीमारी अव्यवस्था से जूझ रहा है योगी सरकार गौशाला में सभी आवश्यक सामग्री वह गायों की देखभाल के लिए कर्मचारियों जिम्मेदारी दी है इलाज हेतु पशु अधिकारियों की जिम्मेदारी दी गई लेकि इस गौशाला में जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ती इससे साफ साफ दिखाई देता है कि जहां पर योगी सरकार द्वारा गायों की संपूर्ण देखरेख करने के लिए अस्थाई गौशाला का निर्माण कराया गया है लेकिन लोहदा अस्थाई गौशाला के गौवंश असुरक्षित है जिसके चलते गौशाला के गोवंश भरपेट चारा पानी ना मिलने के कारण असमय काल कवलित हो रहे हैं गौशाला में प्रतिदिन गायों की मौत हो रही है आज 1:30 बजे दोपहर तक गौशाला में पशु डॉक्टर भी नहीं पहुंच सके थे कई गौवंश बीमार पड़े हैं वही ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विपिन पाल ने बताया ठेकेदार यहां पर भूसा चारा चुनी चोकर की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है सेक्रेटरी राजमणि ने बताया ठेकेदार अपने मनमर्जी से भूसा चारा की सप्लाई करता है वही देखरेख के लिए रखे गए 2 कर्मचारी मजदूर कल्लू और गोमती देवी ने बताया कि इस अस्थाई गौशाला में जानवरों को केवल पुआल को कटवा कर उसका भूसा खिलाया जाता है बीते कल में एक जानवर की मौत हुई है आज भी एक जानवर मरने की कगार पर है लेकिन अभी 1.30 बजे तक पशु डॉक्टर नहीं आया है भूसा चारा समय से न मिल पाने के कारण गौवंशो की तड़प तड़प के मौत हो रही है लेकिन जिम्मेदार अपना अपना पिंड छुड़ाकर एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं जबकि योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में गांव गांव कस्बों में गौशाला का निर्माण कराकर अरबों खरबों की सरकारी संपत्ति खर्च खजाने से खाली कर दे रही है या यूं कहो जिम्मेदारों के लिए कमीशन रूपी कुबेर का खजाना खोल दिया है सरकार ने कहा था गोवंश की बेवजह मौत नहीं होगी लेकिन योगी सरकार की यह योजना केवल कागजों कमीशन तक सिमट कर रह गई है_

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