केरल13अक्टूबर25*RSS पर यौन शोषण का गंभीर आरोप, पीड़ित युवा इंजीनियर ने की खुदकुशी*
केरल के 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदु अजी ने RSS पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली है। इस यूवा इंजीनियर की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 9 अक्टूबर 2025 को थिरुवनंतपुरम के एक लॉज में उनका शव फंदे से लटका मिला। पुलिस ने इसे “अननेचुरल डेथ” माना है, परंतु उनकी मौत से कुछ घंटे पहले शेड्यूल्ड इंस्टाग्राम पोस्ट ने एक भयानक सच्चाई उजागर की।
आनंदु ने आत्महत्या के पहले लिखा कि वे बचपन से RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की शाखाओं में जाते थे और 3–4 वर्ष की उम्र से ही यौन शोषण का शिकार बने। उन्होंने अपने पोस्ट में कई RSS सदस्यों पर बलात्कार और निरंतर उत्पीड़न का आरोप लगाया तथा कहा कि “मैं अकेला नहीं हूँ, ऐसे कई बच्चे हैं।” उनके मुताबिक RSS की शाखाओं में बच्चों का यौन शोषण लगातार हो रहा है।
*RSS के कुकृत्यों से शर्मसार भारत*
👉 देश में धर्म के नाम पर हिंसा और नफरत फैलाने के लिए कुख्यात संगठन RSS की शाखाओं में पुरूषों के यौनशोषण की दबी जुबान चर्चा हमेशा से होती रही है, लेकिन अब मामला काफ़ी आगे निकल चुका है। एक पुरुष का RSS की शाखाओं में यौन शोषण के बाद आत्महत्या कर लेना पूरे संगठन के चरित्र को उजागर करता है।
*क्या RSS के लोग समलैंगिक हैं?*
👉 आत्महत्या करने वाले युवा इंजीनियर ने लिखा है कि RSS के सदस्यों द्वारा कई बच्चों का निरंतर यौन शोषण किया जा रहा है। यह आरोप बेहद गंभीर भी है, और RSS के सदस्यों द्वारा यदि अप्राकृतिक (पुरुषों के साथ यौन संबंध) यौनाचार किया जाता है तो यह पूरा मामला RSS के सदस्यों के समलैंगिक होने की ओर भी इशारा कर रहा है। जो भी हो लेकिन अब RSS का एक बेहद घृणित चेहरा और चरित्र देश के सामने आ चुका है।
*RSS की चुप्पी ख़तरनाक*
👉 RSS अपने को अब संस्कारिक और राष्ट्रवादी संगठन कहना बंद कर दे। ऐसे गंभीर आरोपों पर चुप रहकर उसने सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया है। अब देश को और अधिक गुमराह करने की बजाय RSS को सामने आकर अपना गुनाह कबूल करना चाहिए और देश और समाज से सार्वजनिक माफी माँगनी चाहिये। RSS की यह चुप्पी न केवल पीड़ितों को और पीड़ा देती है बल्कि समाज में यौन शोषण जैसे अपराधों को छिपाने की संस्कृति को भी बढ़ावा देती है।
*न्याय और जवाबदेही की मांग*
👉 यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की आत्महत्या नहीं, बल्कि संस्थागत जवाबदेही की ज़रूरत है। RSS को चाहिए कि वह पारदर्शी रूप से जांच में सहयोग करे, ताकि RSS की सच्चाई देश के सामने आए और ऐसे संगठनों पर आंख बंद करके भरोसा करने वालों की भी नींद टूटे।
*देश के हर नागरिक को चाहिए कि अब RSS के इस घृणित कुकृत्य को समाज के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें ताकि भविष्य में कोई और आनंदु अजी जैसा युवा RSS का शिकार न बने।*
*RSS पर यौन शोषण का गंभीर आरोप, पीड़ित युवा इंजीनियर ने की खुदकुशी*
केरल के 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदु अजी ने RSS पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली है। इस यूवा इंजीनियर की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 9 अक्टूबर 2025 को थिरुवनंतपुरम के एक लॉज में उनका शव फंदे से लटका मिला। पुलिस ने इसे “अननेचुरल डेथ” माना है, परंतु उनकी मौत से कुछ घंटे पहले शेड्यूल्ड इंस्टाग्राम पोस्ट ने एक भयानक सच्चाई उजागर की।
*आनंदु ने आत्महत्या के पहले लिखा कि वे बचपन से RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की शाखाओं में जाते थे और 3–4 वर्ष की उम्र से ही यौन शोषण का शिकार बने। उन्होंने अपने पोस्ट में कई RSS सदस्यों पर बलात्कार और निरंतर उत्पीड़न का आरोप लगाया तथा कहा कि “मैं अकेला नहीं हूँ, ऐसे कई बच्चे हैं।” उनके मुताबिक RSS की शाखाओं में बच्चों का यौन शोषण लगातार हो रहा है।
*RSS के कुकृत्यों से शर्मसार भारत*
👉 देश में धर्म के नाम पर हिंसा और नफरत फैलाने के लिए कुख्यात संगठन RSS की शाखाओं में पुरूषों के यौनशोषण की दबी जुबान चर्चा हमेशा से होती रही है, लेकिन अब मामला काफ़ी आगे निकल चुका है। एक पुरुष का RSS की शाखाओं में यौन शोषण के बाद आत्महत्या कर लेना पूरे संगठन के चरित्र को उजागर करता है।
*क्या RSS के लोग समलैंगिक हैं?*
👉 आत्महत्या करने वाले युवा इंजीनियर ने लिखा है कि RSS के सदस्यों द्वारा कई बच्चों का निरंतर यौन शोषण किया जा रहा है। यह आरोप बेहद गंभीर भी है, और RSS के सदस्यों द्वारा यदि अप्राकृतिक (पुरुषों के साथ यौन संबंध) यौनाचार किया जाता है तो यह पूरा मामला RSS के सदस्यों के समलैंगिक होने की ओर भी इशारा कर रहा है। जो भी हो लेकिन अब RSS का एक बेहद घृणित चेहरा और चरित्र देश के सामने आ चुका है।
*RSS की चुप्पी ख़तरनाक*
👉 RSS अपने को अब संस्कारिक और राष्ट्रवादी संगठन कहना बंद कर दे। ऐसे गंभीर आरोपों पर चुप रहकर उसने सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया है। अब देश को और अधिक गुमराह करने की बजाय RSS को सामने आकर अपना गुनाह कबूल करना चाहिए और देश और समाज से सार्वजनिक माफी माँगनी चाहिये। RSS की यह चुप्पी न केवल पीड़ितों को और पीड़ा देती है बल्कि समाज में यौन शोषण जैसे अपराधों को छिपाने की संस्कृति को भी बढ़ावा देती है।
*न्याय और जवाबदेही की मांग*
👉 यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की आत्महत्या नहीं, बल्कि संस्थागत जवाबदेही की ज़रूरत है। RSS को चाहिए कि वह पारदर्शी रूप से जांच में सहयोग करे, ताकि RSS की सच्चाई देश के सामने आए और ऐसे संगठनों पर आंख बंद करके भरोसा करने वालों की भी नींद टूटे।
*देश के हर नागरिक को चाहिए कि अब RSS के इस घृणित कुकृत्य को समाज के सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें ताकि भविष्य में कोई और आनंदु अजी जैसा युवा RSS का शिकार न बने।*
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