November 15, 2025

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कानपुर नगर5नवबंर25*सट्टा किंग का भी बाप निकला भ्रष्ट DSP, 200 करोड़ का रिसॉर्ट बुक किया था बेटे की शादी के लिए*

कानपुर नगर5नवबंर25*सट्टा किंग का भी बाप निकला भ्रष्ट DSP, 200 करोड़ का रिसॉर्ट बुक किया था बेटे की शादी के लिए*

कानपुर नगर5नवबंर25*सट्टा किंग का भी बाप निकला भ्रष्ट DSP, 200 करोड़ का रिसॉर्ट बुक किया था बेटे की शादी के लिए*

कानपुर नगर*कभी कानून के रखवाले रहे ये अफसर आज सवालों के घेरे में हैं. वजह आय से कई गुना ज्यादा संपत्ति और एक ऐसी शादी, जिसने पूरे पुलिस महकमे से लेकर सियासी गलियारों तक में हलचल मचा दी. मामला उस आलीशान शादी का है, जो मार्च महीने में कानपुर के चर्चित इटरनिटी रिसॉर्ट में हुई थी. यह वही रिसॉर्ट है जिसकी कीमत 200 से 250 करोड़ रुपये के बीच बताई जाती है. इसी भव्य स्थल पर डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला के बेटे की बारात चढ़ी थी. कार्यक्रम में जिले और आसपास के इलाकों के कई बड़े राजनेता, विधायक, सांसद, और बीजेपी के करीब 18 जिलों के अध्यक्ष मौजूद थे. अफसरों की बात करें तो एक पड़ोसी जिले के तत्कालीन एसपी, डीआईजी स्तर के अधिकारी और एडीजी तक इस शादी में शामिल हुए थे. और तो और, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कई आईपीएस अधिकारी डांस फ्लोर पर जमकर थिरकते नजर आए थे. ऋषिकांत शुक्ला ने 28 साल की सेवा में कई अहम पद संभाले. 8 साल दारोगा, 3 साल इंस्पेक्टर और 17 साल डीएसपी रहे. इस दौरान उनकी पोस्टिंग ऐसे जिलों में रही, जहां जमीन और बिल्डिंग कारोबार तेजी से बढ़ रहा था. इसी बीच उन्होंने अपनी संपत्ति का ऐसा साम्राज्य खड़ा किया कि जांच एजेंसियां भी हैरान हैं. विजिलेंस और एसआईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्ला और उनके परिवार के नाम करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति दर्ज की गई है. आर्यनगर के पॉश इलाके में 11 दुकानों का स्वामित्व, आर नगर में चार मंजिला इमारतें, गेस्ट हाउस, रियल एस्टेट में निवेश और कई कंपनियों में हिस्सेदारी जैसी जानकारियां सामने आई हैं.
ऋचिकांत शुक्ला ने बताया कि वो मेरे बेटे की शादी थी, बेटी की नहीं. बारात मैं लेकर गया था. आयोजन लड़कीवालों ने किया था. अगर उन्होंने अपनी इच्छा से 200 करोड़ के रिसॉर्ट को चुना, तो मैं मना कैसे कर सकता हूं? उसमें मेरा एक पैसा नहीं लगा. उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी. कई लोगों ने सवाल उठाए कि अगर शादी पूरी तरह लड़कीवालों के खर्च पर थी, तो फिर अधिकारी और नेताओं की इतनी बड़ी मौजूदगी क्यों ?
शादी में सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष और भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी पर भी सवाल उठे. इस पर डीएसपी शुक्ला का जवाब था कि अगर अपराधी मुझसे डरते हैं और जनप्रतिनिधि मेरा सम्मान करते हैं तो इसमें बुराई क्या है? मैं हमेशा जनता और कानून के बीच पुल बनकर काम करता रहा हूं. नेताओं से अच्छे संबंध होना अपराध नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि उनके खिलाफ चल रही जांचें कुछ असंतुष्ट लोगों की साजिश हैं, जिन्हें उनकी सफलता और लोकप्रियता रास नहीं आई. एसआईटी रिपोर्ट में जिन संपत्तियों का जिक्र है, उनमें आर नगर में गेस्ट हाउस, दुकाने और चार मंजिला इमारतें शामिल हैं. इस पर शुक्ला का कहना है कि इनमें से ज्यादातर उनकी पैतृक संपत्ति है. मेरे दादा पुलिस इंस्पेक्टर थे और पिता मैनेजर. उन्होंने मेहनत से जो कमाया, वही आगे चला आ रहा है. जिस घर को मेरी अवैध संपत्ति बताया जा रहा है, वह मेरे ग्रैंडफादर ने खरीदा था. अगर सरकार को शक है तो मैं सभी दस्तावेज पेश करूंगा. लेकिन किसी की मेहनत की कमाई को भ्रष्टाचार कहना अन्याय है. अब यह पूरी शादी जांच के घेरे में आ गई है. विजिलेंस इस बात की पड़ताल कर रही है कि शादी के आयोजन का खर्च किसने उठाया था और क्या इसके लिए कोई बेनामी लेन-देन हुआ था. रिसॉर्ट बुकिंग, डेकोरेशन, मेहमानों के ठहरने और खानपान में करोड़ों रुपये खर्च हुए बताए जा रहे हैं. जांच एजेंसियां आयोजन से जुड़े सभी बिल और भुगतान की जांच में जुटी हैं.

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