कटिहार17दिसम्बर24*हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र
-नवंबर में राज्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध 07 सुविधाओं का किया गया था मूल्यांकन
-समुदाय स्तर पर लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल को राज्य स्वास्थ्य विभाग से मिला 73 प्रतिशत अंक
-दिघरी अस्पताल में शुरू हुआ नेशनल प्रमाणपत्र की तैयारी
-जिले में अन्य हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी एनक्यूएएस के लिए किया जा रहा तैयार
कटिहार, 17 जून
समुदाय स्तर पर लोगों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंड में पंचायत स्तर पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर द्वारा लोगों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं के आधार पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। कटिहार जिला में राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र हासिल करने वाला पहला अस्पताल बन गया है हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी। जिले के कोढ़ा प्रखंड में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी में लोगों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का राज्य स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बीते माह 21 नवंबर को निरीक्षण किया गया था। अस्पताल में लोगों के लिए सामुदायिक अस्पताल के रूप में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को 73 प्रतिशत अंक प्रदान करते हुए राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है। राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिलने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए तैयार किया जाएगा। ताकि नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र हासिल करने पर अस्पताल को नियमित रूप से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा जारी रखने के लिए आवश्यक सहयोग जारी उपलब्ध कराई जा सके।
नवंबर में राज्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध 07 सुविधाओं का किया गया था मूल्यांकन :
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी की समुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) पल्लवी कुमारी ने बताया कि सामुदायिक स्तर पर लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता का निरक्षण के लिए राज्य स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी का निरक्षण किया गया। अधिकारियों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध सभी सुविधाओं का निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों से भी अस्पताल द्वारा मिलने वाले लाभ की जानकारी ली गई थी। इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी में स्थानीय लोगों के लिए उपलब्ध सभी 07 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा की जानकारी ली गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित अस्पताल में उपलब्ध सुविधा के अनुसार संबंधित सुविधा के लिए अंक प्रदान किया गया। इसमें अस्पताल को ओपीडी के साथ गर्भवती महिला की जांच और प्रसव सुविधा के लिए 83 प्रतिशत, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुविधा के लिए 83 प्रतिशत, सामान्य बच्चों और वयस्कों की चिकित्सकीय सुविधा के लिए 71 प्रतिशत, परिवार नियोजन सुविधा के लिए 81 प्रतिशत, संचारी रोग नियंत्रण सुविधा के लिए 79 प्रतिशत, गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा के लिए 71 प्रतिशत और सभी मरीजों के उपचार के लिए समुदाय स्तर पर उपलब्ध चिकित्सकीय दवाइयों के लिए 70 प्रतिशत अंक प्रदान किया गया है। सभी मूल्यांकन के आधार पर दिघरी अस्पताल को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 73 प्रतिशत अंक प्रदान करते हुए अस्पताल को राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है। राज्य प्रमाणपत्र मिलने पर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को नेशनल प्रमाणपत्र के लिए तैयारी शुरू कर दिया गया है। नेशनल प्रमाणपत्र मिलने के बाद अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नियमित जारी रखने के लिए आवश्यक सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाएगी जिससे अस्पताल और स्थानीय लोगों को आवश्यक लाभ नियमित उपलब्ध हो सकेगा।
नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी होने पर अस्पताल को मिलेगी आवश्यक सहयोग राशि :
डीपीएम सह डीसीक्यूए डॉ किशलय कुमार ने बताया कि एनक्यूएएस के तहत दो प्रकार के प्रमाणन की व्यवस्था है। पहला राज्य प्रमाणन होता है जिसके तहत राज्य की टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए अस्पताल में वह सभी व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए जो उस स्तर के अस्पताल के लिए आवश्यक है। उन सभी विभागों के मूल्यांकन के बाद उसे मूल्यांकन टीम द्वारा अंक प्रदान किया जाता है। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। जब अस्पताल को राज्य द्वारा 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिल जाता है उसके बाद संबंधित अस्पताल नेशनल प्रमाणिकरण का पात्र बन जाता है। राज्य प्रमाणपत्र जारी होने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए आवेदन किया जाता है जिसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन किया जाता है। नेशनल स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र उपलब्ध कराते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को समुदायिक स्तर पर चिकित्सकीय सुविधा जारी रखने के लिए अगले 03 साल तक सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाती है। राज्य प्रमाणपत्र मिलने पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी को नेशनल प्रमाणपत्र के लिए तैयार किया जा रहा है जिससे कि बहुत जल्द अस्पताल को नेशनल प्रमाणपत्र मिल सके और लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता नियमित रूप से उपलब्ध कराई जा सके।
जिले में अन्य हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी एनक्यूएएस के लिए किया जा रहा तैयार :
सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा के दिशा निर्देश पर जिले के सभी समुदाय स्तर पर संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के लिए तैयार किया जा रहा है। सभी अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिलने पर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल उन्मुखीकरण के लिए आवश्यक सहयोग जारी उपलब्ध कराई जाएगी जिससे स्थानीय लोगों को नियमित रूप से बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया जा सकेगा। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर सभी प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी और लोग विभिन्न गंभीर बीमारियों के ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकेंगे।
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