वाराणसी25नवम्बर24*कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनने में समय नहीं लगेगा ” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*
वाराणसी से प्राची रॉय की खास रिपोर्ट यूपीआजतक
*सीएम योगी आदित्यनाथ ने समय की प्रवाह के साथ आगे बढ़ने का लोगों का किया आह्वान*
* *115 वर्षों में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उदय प्रताप कॉलेज के विद्यार्थियों ने अपना डंका बजाया है-योगी आदित्यनाथ*
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*सीएम योगी ने स्थापित संस्थाओं में मान्यता की मांगों को ऑनलाइन करने के साथ ही प्रकिया को सरलीकरण करने पर दिया विशेष जोर*
*मुख्यमंत्री ने गंगा पार डुमरी में हो रहे शिव पुराण कथा को 4 लाख श्रद्धालुओं के साथ सुनी*
वाराणसी से प्राची राय यूपीआजतक
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उदय प्रताप कॉलेज के 115वाँ स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित हुए।
उन्होने राजश्री जूदेव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
न्यायमूर्ति डी पी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अंगवस्त्रम एवं भगवान श्री राम का चित्र भेट कर उनका सम्मान किया
मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए समय की प्रवाह के साथ आगे बढ़ने का लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी आज बहुत आगे निकल चुका है। रोबोटिक, ड्रोन, एआई, चैट जीपीटी को लेकर नए कार्यक्रमों के साथ आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उदयपुर प्रताप कॉलेज अपने को स्वायत्तशासी संस्था अथवा विश्वविद्यालय के रूप में विस्तारित करता है, तो इसका यहां के अध्यापकों एवं अन्य कर्मचारियों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूपी कॉलेज के लिए सबसे अच्छा अवसर है। शिक्षक और सरकार के साथ प्रस्ताव तैयार करिए। यूपी कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनने में समय नहीं लगेगा। नए पाठ्यक्रम के साथ जोड़ा जाएगा। मान्यता के लिए आपको भटकना नहीं पड़ेगा।
पिछले 115 वर्षों में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में यहां के विद्यार्थियों ने अपना डंका बजाया है। उन्होंने कहा की स्वतंत्रता पूर्व इस प्रकार के शिक्षा संस्थान स्थापित करके राजर्षि जी ने युवाओं की फौज तैयार की। दुनिया के ऐसे किसी देश ने प्रगति नहीं की, जिस देश की युवा शक्ति कुंठित हो। इसलिए जब भी परिवर्तन होगा उसका केंद्र बिंदु हमारे युवा तथा शिक्षण संस्थान ही होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, श्री कृष्ण तथा स्वामी विवेकानंद, बुद्ध, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह के युवाकाल के दौरान किये कार्यों को भी उल्लेखित करते हुए युवा शक्ति को झकझोरा। उन्होंने विवेकानंद के शब्द ‘गर्व से कहो हम हिन्दु हैं’ का उल्लेख करते को हुए सनातन धर्म के बारे में कहा।
1909 में राजर्षि जी द्वारा उदय प्रताप कॉलेज तथा 1916 में मालवीय जी द्वारा बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय को स्थापित करके शिक्षा के क्षेत्र में नयी अलख जगाया तथा युवाओं को नयी उपलब्धियों के तरफ अग्रेषित किया। उन्होंने स्थापित संस्थाओं में मान्यता की मांगों को ऑनलाइन करने के साथ ही प्रकिया को सरलीकरण करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज टेक्नोलॉजी बहुत आगे बढ़ चुकी है तथा युवा पीढ़ी को इन नयी टेक्नोलॉजी से उनको बताना होगा, ताकि उनको नये ज़माने की प्रौद्योगिकी से रूबरू कराए। विश्वविद्यालय बनकर गुणवत्ता के साथ शिक्षा को आगे बढ़ाये तथा संस्थान को नयी ऊँचाइयों पर ले जाएं, जिसके लिए आप सभी पूरी मेहनत से कार्य करें। शासन के नियम सुशासन की स्थापना के लिये होता है
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्टाम्प एवं पंजीयन (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने उदय प्रताप कॉलेज के प्राचीन इतिहास तथा उपलब्धियां बताते हुए मुख्यमंत्री के एक जिला-एक विश्वविद्यालय योजना के तहत उदय प्रताप कॉलेज को विश्वविद्यालय
बनाये जाने हेतु माँग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। उन्होंने मुख्यमंत्री के बटेंगे तो कटेंगे के नारे को भी याद दिलाते हुए प्राचीन इतिहास से सीखने को कहा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो0 ए.के. त्यागी के अलावा उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डी पी सिंह, एमएलसी धर्मेंद्र राय, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुनील कुमार पटेल, विधायक सुशील सिंह आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ एवं काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।मुख्यमंत्री ने षोडषोपचार विधि से बाबा विश्वनाथ का रुद्राभिषेक किया।
इसके बाद गंगा द्वार से क्रूज में सवार होकर डोमरी के लिए रवाना हुए। कथा स्थल पर पहुंचते ही मंच पर सतुआ बाबा ने सीएम योगी का स्वागत किया। पूरे पंडाल में जयघोष होने लगा। डुमरी में गंगा किनारे प्रसिद्ध कथावाचक सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा किए जा रहे शिव पुराण कथा स्थल पर पहुंच कर लगभग 4 लाख श्रद्धालुओं के साथ कथा सुनी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा किनारे हो रहे शिव पुराण की कथा को भगवान विश्वनाथ, मां अन्नपुर्णा के साथ ही मां गंगा भी इसका श्रवण कर रही हैं। कौन कहता है कि हम आपस में बंटे हैं, कहां जातिवाद है, कहां संप्रदाय का वाद है, कहां उपासना विधि का विवाद है? हम तो सब एक होकर इस कथा के जरिए राष्ट्रवाद में खुद को राष्ट्र के लिए समर्पित कर रहे हैं। इन कथाओं से राष्ट्रीय एकता को संबल मिलता है, राष्ट्र धर्म को मजबूती मिलती है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, एमएलसी धर्मेंद्र राय, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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