[11/11, 5:47 pm] Shobhit Shukla Barabanki: लखनऊ
तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की मौत का मामला
कासगंज में सन 2018 में चंदन गुप्ता की हुई थी मौत
मामले में केस ट्रांसफर को लेकर कल आएगा फैसला
केस ट्रांसफर को लेकर कल HC लखनऊ बेंच सुनाएगा फैसला
लखनऊ NIA कोर्ट में पूरे मामले में हो चुकी है सुनवाई
फैसला सुनाए जाने से पहले हाईकोर्ट पहुंचे हैं सभी आरोपी
[11/11, 5:51 pm] Shobhit Shukla Barabanki: *बिना चिंता कराइए उपचार, हॉस्पिटल का पैसा देगी सरकार : सीएम योगी*
*जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मदद मांगने आए लोगों को मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा*
*गोरखनाथ मंदिर में 150 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं मुख्यमंत्री ने*
*अधिकारियों को दिए त्वरित व संतुष्टिपरक निस्तारण के दिए निर्देश*
गोरखपुर, 11 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग करने पहुंचे से लोगों को आत्मीय भरोसा दिया कि वह बिना चिंता किए अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज कराएं। उपचार में जो भी धनराशि खर्च होगी, उसकी व्यवस्था सरकार करेगी। सीएम योगी ने इस दौरान अफसरोंको निर्देशित किया कि जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है और उन्हें उपचार में आर्थिक सहायता की आवश्यकता है, उनके इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से पूरा कराकर शासन को उपलब्ध कराया जाए। हर जरूरतमंद को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम विधानसभा उपचुनाव प्रचार करने के बाद गोरखपुर पहुंचे थे। गोरखनाथ मंदिर में रात्रि प्रवास के बाद सोमवार पूर्वाह्न झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने प्रातःकाल गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 150 लोगों से मुलाकात की। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों से एक-एक करके समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए आश्वस्त करते हुए उनके प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारियों को हस्तगत किए। उन्होंने सभी लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी परेशान होने या घबराने होने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का समाधान कराया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता की समस्याओं पर पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से ध्यान देकर उनका त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण कराएं ताकि किसी को भी परेशान न होना पड़े। हर पीड़ित के साथ संवेदनशील रवैया अपनाया जाए और उसकी समस्या का समाधान कर उसे संतुष्ट किया जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कहीं कोई जमीन कब्जा या दबंगई कर रहा हो तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। पारिवारिक मामलों के निस्तारण में दोनों पक्षों को एकसाथ बैठाकर संवाद करने को प्राथमिकता दी जाए।
जनता दर्शन में हर बार की तरह इस बार भी कई लोग गंभीर बीमारियों में इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने सभी को भरोसा दिया कि उनकी सरकार किसी भी जरूरतमंद के इलाज में धन की कमी को बाधक नहीं बनने देगी। विवेकाधीन कोष से मदद की जाएगी। इस दौरान एक महिला ने अपने परिजन का इलाज मेदांता अस्पताल में कराने के लिए अपनी आर्थिक तंगी का जिक्र किया। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसे आत्मीय संबल देते हुए कहा, अस्पताल में भर्ती कराकर डॉक्टर से इस्टीमेट मंगवा लीजिए। परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, उपचार का पैसा सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने सभी से आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा और अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
*मंदिर की गोशाला में सीएम योगी ने की गोसेवा*
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही। सोमवार प्रातःकाल गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने, अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर शीश नवाने के बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को खूब दुलारने के बाद उन्हें गुड़ खिलाया और गोशाला के भी कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।
[11/11, 5:51 pm] Shobhit Shukla Barabanki: *देश के साधु संतों से माफी मांगें मल्लिकार्जुन खरगे : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक*
*- सीएम योगी पर कांग्रेस अध्यक्ष के विवादित बयान ने पकड़ा तूल, संतों और नेताओं ने किया पलटवार*
*- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने व्यक्त की तीखी प्रतिक्रिया*
*- अखिल भारतीय संत समिति ने भी खरगे के बयान की निंदा की, तत्काल माफी मांगने के लिए कहा*
*लखनऊ, 11 नवंबर।* कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दिया गया विवादित बयान अब राजनीति और धार्मिक हलकों में गर्मा गया है। खरगे ने योगी आदित्यनाथ के गेरुआ वस्त्र को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसपर भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दलों के साथ ही संत समाज ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दरअसल, मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और संतों को लेकर कहा था कि कई साधु अब राजनेता बन गए हैं और वे गेरुआ कपड़े पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। मल्लिकार्जुन खरगे का ये बयान अब एक विवाद का रूप ले चुका है और इसे लेकर भाजपा और संत समाज की ओर से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। मल्लिकार्जुन खरगे पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लग रहा है।
*भाजपा और सहयोगी दलों ने की तीखी आलोचना*
भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने भी खरगे के बयान पर हमला बोला है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसे कांग्रेस की पुरानी मानसिकता करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास हमेशा से झूठ बोलने और समाज में दरार डालने का रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी हिन्दू धर्म और सनातन संस्कृति का सम्मान नहीं किया। कांग्रेस पार्टी की तुलना मुगल आक्रांताओं से करते हुए ब्रजेश पाठक ने तत्काल माफी मांगने के लिए कहा। वहीं कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास बांटकर सत्ता हासिल करने का है। कांग्रेस ने पिछड़े, दलित और मुस्लिम समुदायों को धोखा दिया है। सत्ता में रहते हुए इस पार्टी ने कभी शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और किसानों के हित पर ध्यान नहीं दिया। बिना वजह की बयानबाजी करके ये केवल चर्चा में बने रहना चाहते हैं।
*संत समाज की कड़ी प्रतिक्रिया*
खरगे के बयान पर संत समाज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि खरगे का बयान घटिया और निंदनीय है। उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी कि अगर वह हिन्दू धर्म और सनातन संस्कृति पर हमले करना बंद नहीं करती, तो संत समाज इसका कड़ा प्रतिकार करेगा। स्वामी जितेन्द्रानंद ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को ऑल इंडिया चर्च कमेटी बताते हुए कहा कि वह हिन्दू और सनातन धर्म पर प्रहार करना छोड़ दें अन्यथा संत समाज कड़ा प्रतिकार करेगी। वहीं अयोध्या के संत स्वामी करपात्री जी महाराज ने भी खरगे के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे के नाम में ‘खड़ग’ होता है, जिसका काम होता है बांटना और काटना, जबकि योगी आदित्यनाथ का नाम ‘योग’ से जुड़ा है, जिसका मतलब होता है जोड़ना। स्वामी करपात्री जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा हिन्दू धर्म पर हमला करने वालों का समर्थन किया है।
[11/11, 5:51 pm] Shobhit Shukla Barabanki: *गांवों में हुए विकास कार्यों की ड्रोन से निगरानी करा रही योगी सरकार, तय होगी अधिकारियों की जवाबदेही*
*-सीएम योगी के प्रयासों से ग्रामीण विकास में पारदर्शिता के नया दौर में पहुंचा उत्तर प्रदेश*
*-ग्रामीण विकास में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी नवाचार का सहारा ले रही योगी सरकार*
*-ग्राम पंचायतों में योजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक गांव में होगा ड्रोन से निरीक्षण*
*-योगी सरकार का स्थानीय अधिकारियों को ड्रोन टीम के साथ योजनाओं की समीक्षा में सहयोग का निर्देश*
*-ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ग्रामीण रोजगार व विकास को प्रोत्साहन देने में जुटी योगी सरकार*
*लखनऊ, 11 नवंबर।* योगी सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर लगातार आगे बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश के गांवों में हो रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए अब योगी सरकार ड्रोन तकनीक का सहारा ले रही है। गांवों में बन रहे आवास, पेयजल की सुविधा, सिंचाई से संबंधित कार्य, सड़क निर्माण, खेल के मैदान का निर्माण और पौधरोपण जैसी महत्वपूर्ण कार्यों की निगरानी के लिए सीएम योगी ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पूरे प्रदेश में इन कार्यों व मनरेगा से संबंधित कार्यों का सत्यापन करने के लिए जिला मुख्यालय पर टीमे लगाई गई हैं, जरूरत के हिसाब से इन टीमों की संख्या में बढ़ोत्तरी भी की जा सकती है। योगी सरकार के इस कदम से जहां ग्रामीण विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी, वहीं अधिकारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। सरकार का मानना है कि इस प्रकार के तकनीकी प्रयोग से न केवल विकास कार्यों में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में भी मदद मिलेगी।
*ड्रोन करेगा अब ग्रामीण विकास के कार्यों की जांच*
केंद्र की मोदी सरकार के साथ विकास कार्यों में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही योगी सरकार का भी प्रदेश में तकनीकी के इस्तेमाल पर विशेष बल है। इसी के मद्देनजर प्रदेश में मनरेगा योजनांतर्गत किये गये कार्यों की ड्रोन तकनीकी से निरंतर निगरानी और निरीक्षण का कार्य जारी है। योगी सरकार ने इसके लिए जिलेवार निरीक्षण का निर्दश दिया है। सीएम योगी के नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग की ग्रामोन्मुखी योजनाओं का क्रियान्वयन जहां बेहतर तरीके से किया जा रहा है, वहीं योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कहीं घालमेल न होने पाये, इसके लिए सतत् रूप से निगरानी किये जाने की व्यवस्था की गयी है। विकास कार्यों की ड्रोन तकनीक से वीडियोग्राफी/ फोटोग्राफी कर निगरानी का कार्य निरंतर जारी है। राज्य मुख्यालय स्तर पर तैनात टीमों द्वारा जनपदों में जाकर कार्यों की निरंतर ड्रोन तकनीक से विडीयोग्राफी/फोटोग्राफी का कार्य किया जा रहा है। ड्रोन तकनीक से विकास कार्यों की निगरानी और निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजनाओं का लाभ वास्तविक रूप से जनता तक पहुंचे और कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी न हो।
*तय होगी अधिकारियों की जवाबदेही*
योगी सरकार इसके लिए वित्त वर्ष 2023-24 में हुए विकास कार्यों का निरीक्षण करा रही है। प्रदेश के गांवों में हो रहे विकास कार्यों के निरीक्षण के बाद जिन जिलों में कार्य तय मानक के अनुसार नहीं हुए हैं, उन जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। सरकार ने जिलों से संबंधित अधिकारियों को राज्य स्तरीय ड्रोन टीम का पूरा सहयोग करने का निर्देश दिया है। इसके तहत मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ड्रोन टीम को सहयोग प्रदान करने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें। इस काम में राज्य मुख्यालय स्तर पर तैनात टीमों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। विभाग की ओर से कहा गया है कि टीमों की संख्या बढ़ाने का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा कार्यस्थलों पर ड्रोन कैमरों की पहुंच को बढ़ाना है। जिससे कामों की पारदर्शिता और गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके। इसका पहला सफल प्रयोग बांदा जनपद में किया जा चुका है।
*ड्रोन तकनीक के प्रयोग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने जुटी योगी सरकार*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से न केवल ग्रामीण विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। पारदर्शिता और गुणवत्ता में सुधार से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी रोजगार सृजन के अवसर भी बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री का मानना है कि यदि गांवों में चल रहे विकास कार्य सुचारू रूप से होते हैं, तो ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और आर्थिक सशक्तिकरण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी पहुंच बढ़ाने से युवाओं के लिए नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं।
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