[5/1, 20:30] +91 99560 44608: *23 वर्ष पूर्व बाबा द्वारा बेंची गयी जमीन पर नाती कर रहा विवाद*
*अधिकारियों के नाम पर बद नियत व्यक्ति से मोटी रकम वसूल कर दलाल टाइप के लोग कर रहे अधिकारियों को गुमराह*
*कोखराज कौशाम्बी* रकम की जरूरत पड़ने पर 23 वर्षों पूर्व बाबा ने जिस जमीन को बेचकर बैनामा कर जमीन की कीमत वसूल ली थी खरीदी गई जमीन की तरफ से पीडब्ल्यूडी की सड़क बन जाने के बाद उसकी कीमत बढ़ गई है जिससे अब उसी जमीन पर उनका नाती जबरिया विवाद खड़ा कर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है बेची गई जमीन पर बदनियति से फिर कब्जा करने की मंशा रखने वाले लोगों के कारनामे से जहां जमीन के खरीददार परेशान हैं वहीं अधिकारी भी परेशान हो चुके हैं लेकिन बादनियत व्यक्ति अपनी आदत से मजबूर होकर आए दिन अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर जमीन पर कब्जे की रोक की मांग कर रहा है मामला करारी थाना क्षेत्र के गुलामी पुर ग्राम पंचायत का है
जानकारी के मुताबिक मंझनपुर तहसील क्षेत्र के करारी थाना क्षेत्र के गुलामी पुर ग्राम पंचायत में बिटटन देवी पत्नी किशोरी लाल मौर्य ने सन 1999 में श्यामलाल यादव पुत्र दाता दीन से आराजी गाटा संख्या 402 में लगभग 14 बिस्वा पूर्व की तरफ जमीन खरीदी थी जिसकी उन्होंने कीमत भी अदा कर दी थी मामले की लिखा पढ़ी रजिस्ट्री कार्यालय में हुई जमीन खरीदने के बाद बिट्टन देवी का परिवार उस जमीन पर काबिज है अभिलेखों के अनुसार चौहद्दी डाल कर विक्रेता की सहमति से खरीददार ने बैनामा रजिस्ट्री करवाया था रजिस्ट्री करवाने के बाद उसी गाटा संख्या में नीबू की बाग लगाया गया आम महुआ नीम के पौधे लगाये गए व जमीन के एक हिस्से में अपने भाइयों के साथ लगभग 10 वर्ष पहले निर्माण भी किया गया लेकिन अब उसी जमीन में 23 साल बाद दूसरे भाई के शेष बची जमीन निर्माण में बाबा की बेंची जमीन में जबरन नाती शिवबरन पुत्र बहादुर निर्माण में विवाद पैदा कर अधिकारियों को गुमराह कर रहा है बदनियति के चलते जमीन बेचने वाले का नाती निर्माण में विवाद कर अवरोध पैदा कर रहा है जबकि उसी गाटे में उसकी खाली पडी़ जमीन की तरफ रोड़ व रास्ता मौजूद है जबकि इनके बैनामा रजस्ट्री के समय खरीददार की तरफ सिर्फ गली ही थी खरीददार की जमीन के पूर्व की तरफ लगभग 15 वर्ष पहले पी डब्ल्यू डी की सड़क बनने से जमीन की कीमत बढने से नाती के मन में नियत खराब हो गयी जिसके कारण वह अपने दबंग साथियों के साथ खरीददार की जमीन में निर्माण में बाधा उत्पन्न कर गाली गलौज व मार पीट पर आमादा है जिसकी शिकायत जमीन खरीददार ने उच्च अधिकारियों से की है मामले में कुछ दलाल टाइप के लोग सक्रिय हो गए हैं जो कीमती जमीन पर जबरिया कब्जा कराने की बात कहकर बदनीयत व्यक्ति से अधिकारियों और पुलिस के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं
[5/1, 20:42] +91 99560 44608: *उत्तर प्रदेश- भू माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही*
*सहारनपुर में हाज़ी इक़बाल की 21 करोड़ की सम्पत्ति सीज,बेनामी सम्पत्ति नौकर के नाम थी,गैंगेस्टर एक्ट में हुई कार्रवाई !!*
[5/1, 20:45] +91 97956 31116: *आदिवासियों को लुभाने शिवराज ने रैलियों में करोड़ों फूंके रोजगार के कोई इंतजाम नहीं.. शिव सिंह*
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रीवा 1 मई 2022… संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने शिवराज सरकार पर आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रैलियों के माध्यम से आदिवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों कि भोपाल में आयोजित आदिवासी रैलियों में करोड़ों रुपए फूंक दिए गए लेकिन आदिवासियों के रोटी रोजगार के कोई इंतजाम नहीं किए गए शिवराज सरकार चाहती तो प्रदेश के आदिवासियों का रैलियों पर खर्च किए गए करोड़ों रुपयों से पारिवारिक हालात सुधारे जा सकते थे लेकिन भाजपा सरकार ने ऐसा न कर आदिवासी समाज के साथ बड़ा धोखा एवं छल किया है यही वजह है कि बीते 10 महीने के भीतर देश के भाजपा के शीर्षस्थ नेता तीन बार मध्यप्रदेश में आदिवासियों की रैली को संबोधित कर चुके हैं 18 सितंबर को जबलपुर में अमित शाह 15 नवंबर को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 22 अप्रैल को भोपाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की सभा कराकर उन्हें गुमराह करने का कार्य किया गया है सरकार चाहती तो जिस तरह से भूखमरी महंगाई बेरोजगारी का व्यापक असर प्रदेश में व्याप्त है ऐसे कठिन दौर में आदिवासी समाज के हालात रैलियों में खर्च किए गए करोड़ों रुपए से सुधारे जा सकते थे ऐसे ही हालात पूरे प्रदेश के आवाम के हैं चाहे वह जिस वर्ग समुदाय का हो सब की हालत बिगड़ चुकी है देखा जाये तो आदिवासी समुदाय के लोग भी इस धरती का हिस्सा हैं उन्हें भी समाज में पूरे हक के साथ जीने का अधिकार है लेकिन शिवराज सरकार द्वारा आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए जो तरकीब अपनाई जा रही है वो समझ के परे है शिवराज सरकार ने चुनावी कार्यक्रम के लिए 1 घंटे के अंदर करोड़ों फूंक दिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयोजनों की सरकार बन गई है इस सरकार में सबसे ज्यादा ध्यान काम की जगह ब्रांडिंग पर दिया जा रहा है अगर यह सरकार इसी पैसे का सही उपयोग करती तो इन्हीं गरीबों के घर रोशन हो जाते युवाओं को रोजगार मिलता
*प्रधानमंत्री गृहमंत्री की सभाओं में उड़ाए करोड़ों रुपए*
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श्री सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 नवंबर को भोपाल दौरे के दौरान प्रदेश सरकार ने 55 करोड़ रुपए से अधिक उड़ा दिये थे ठीक इसी तरह इस बार भी शिवराज सरकार ने अमित शाह के आगमन में आयोजित समारोह में ब्रांडिंग परिवहन आयोजन स्थल खान-पान सहित अन्य मदों में लगभग 30 करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर दी गई यानि कि लगभग 10 महीने में सरकार ने अपनी छवि चमकाने के लिए जनता के 80 करोड़ रुपए से अधिक फूंक दिये इसी तरह इन तीन सभाओं के अलावा पूरे प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिलों में भी आयोजन किए गए जिन कार्यक्रमों में भी लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन ऐसे कार्यक्रमों से एक भी आदिवासी समाज के परिवार का भला नहीं हुआ है जबकि प्रदेश का हर नागरिक आज कर्ज में डूबा हुआ है प्रदेश में बीते एक साल में हर बच्चे महिला और पुरुष पर 04 हजार रुपए कर्ज बढ़ा है 2018-19 में प्रत्येक व्यक्ति पर औसतन 25 हजार रुपए का कर्ज था जो 2019-2020 यानी 31 मार्च को बढ़कर 29 हजार रुपए हो गया है आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी शिवराज सरकार ने आदिवासियों के बड़े-बड़े आय़ोजन करके उन्हें वोट के लिए लुभाने का काम किया है लेकिन उनके बेटा-बेटियों को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार ने कोई बड़े कदम नहीं उठाए आदिवासी अपने गांव घर में बैठकर केवल समय खराब करने को मजबूर हैं मदिरा पीकर अपना शरीर और परिवार की आर्थिक स्थिति को बिगाड़ने में जुटा हुआ है आदिवासियों को मिले बोनस का सदुपयोग किस तरह होगा यही भी चिंतनीय है
भवदीय
शिव सिंह संयोजक संयुक्त किसान मोर्चा रीवा संभाग मध्य प्रदेश mb ..9893229788
[5/1, 21:26] +91 98397 86493: *ब्रेकिंग-*
*अलीगढ़- बेकाबू ट्रक ने कई लोगों को रौंदा।*
*4 लोगों की मौत की सूचना,*
*फिरदौस नगर की घटना,*
*सिविल लाइन थाना क्षेत्र का मामला,*
*कई दुकानों में भी मारी टक्कर।*
[5/1, 21:26] +91 98397 86493: *अर्थव्यवस्था के लौटे अच्छे दिन! अप्रैल में 1.68 लाख करोड़ रुपये का GST कलेक्शन, टूटे सारे रिकॉर्ड*
अप्रैल का महीना सरकार के लिए काफी अच्छा रहा है। जीएसटी कलेक्शन (GST Collection) ने अपने पुराने सभी रिकाॅर्ड तोड़ दिए हैं। बीते महीने जीएसटी कलेक्शन 1.68 लाख करोड़ रुपये हुआ। जीएसटी लागू होने के बाद पहली बार जीएसटी कलेक्शन किसी एक महीने में 1.50 लाख करोड़ रुपये के पार हुआ है। यह आंकड़ा रविवार को वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी किया गया है।
वित्त मंत्रालय की तरफ जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार मार्च के महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.42 लाख करोड़ रुपये हुआ था। मार्च की तुलना में अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 26 हजार करोड़ रुपये अधिक हुआ। अर्थव्यवस्था के नजरिए से यह एक अच्छा संकेत है।
अप्रैल, 2022 के महीने में सकल जीएसटी राजस्व 1,67,540 करोड़ रुपये है, जिसमें से सीजीएसटी 33,159 करोड़ रुपये, SGST 41,793 करोड़ रुपये, वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 36,705 करोड़ रुपये सहित IGST 81,939 करोड़ रुपये और माल के आयात पर एकत्रित 857 करोड़ रुपये सहित उपकर 10,649 करोड़ रुपये है।
[5/1, 21:26] +91 98397 86493: ✍️: जनपद मुजफ्फरनगर – करोड़ों रुपए के घोटाले में EO जानसठ आए जांच के घेरे में, कमिश्नर ने किया तलब।।
?️Delhi : महंगाई की मार: LPG गैस सिलेंडर के दाम आज फिर बढ़े,
*?️आगरा* – यमुना नदी में नहाने गए 6 युवक डूबे, गोताखोरों ने 5 युवकों को निकाला बाहर, एक युवक की तलाश अभी भी जारी, चौरंगा बीहड गांव के यमुना नदी का मामला।
*?️प्रतापगढ*
➡5-5 लाख के 2 इनामी की कोर्ट में हुई पेशी
➡ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पहुंची प्रतापगढ़ पुलिस
➡सभापति यादव, सुभाष यादव की कोर्ट में पेशी
➡कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम
➡दोनों इनामी पर दर्ज हैं 3 दर्जन से अधिक मुकदमें
[5/1, 21:26] +91 98397 86493: ?️चित्रकूट
➡मृतक मरीज को फल बांटने का मामला
➡डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लिया संज्ञान
➡CMS डॉ राजेश खरे से मांगा स्पष्टीकरण
➡4 मई तक CMS को देना होगा स्पष्टीकरण।
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