May 30, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

रोहतास29मई25*17 वर्ष बाद भी नहीं खुला डालमियानगर में स्वीकृत वैगन बोगी एवं कपलर निर्माण कारखाना पीएम को इसको चालू कराना चाहिए इसकी मांग शाहाबाद के लोगों ने उठाई*

रोहतास29मई25*17 वर्ष बाद भी नहीं खुला डालमियानगर में स्वीकृत वैगन बोगी एवं कपलर निर्माण कारखाना पीएम को इसको चालू कराना चाहिए इसकी मांग शाहाबाद के लोगों ने उठाई*

*रोहतास29मई25*17 वर्ष बाद भी नहीं खुला डालमियानगर में स्वीकृत वैगन बोगी एवं कपलर निर्माण कारखाना पीएम को इसको चालू कराना चाहिए इसकी मांग शाहाबाद के लोगों ने उठाई*
———————————————————–
*रोहतास से संवाददाता मोहम्मद इमरान अली की रिपोर्ट यूपी आज तक ✍️*——————————————————–
रोहतास उद्योग समूह में रेलवे ने वैगन बोगी एवं कपलर कारखाना स्थापित करने का शिलान्यास तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने की थी। रेल मंत्री लालू प्रसाद ने कारखाना की आधारशिला 22 नवंबर 2008 को किया था। रेल बजट में 100 करोड़ का आवंटन भी किया गया था। लेकिन केंद्र सरकार की अनदेखी के कारण यह कारखाना 17 वर्षो तक अधर में लटका है। इसकी आवंटन राशि भी सरकार हज़म कर ली। सत्रह वर्षो में तीन बार एन डी ए सरकार सत्ता में आयी ,लेकिन डालमियानगर का रेल कारखाना हमेशा अधर में ही रही है।

क्या होना है डालमियानगर रेल कारखाना ?
1984 में रोहतास उद्योग समूह के बंद होने के बाद इस उद्योग को कबाड़ियों ने नीलाम लेने के टेंडर डाला। तब 2008 में डिहरी के विधायक मो इलियास हुसैन ने रेल मंत्री लालू प्रसाद से रोहतास उद्योग को नीलाम में रेल को भाग लेने का गुहार लगाया। इनकी बात को मान कर रेलवे ने टेंडर डाल कर इसे हासिल किया और योजना बनी कि इसमें रेल वैगन बोगी कारखाना लगाया जाय। 2008 के ही रेल बजट में इसको स्वीकृत किया गया और 100 करोड़ राशि के साथ इसका शिलान्यास 22 नवंबर को रेल मंत्री लालू प्रसाद के द्वारा किया गया। 2008 में भारतीय रेल ने अपनी माल गाड़ियों के ट्रेलिंग लोड में सुधार लाने के लिए 25 /32 टन की उच्च एक्सेल लोड क्षमता वाले माल डब्बे चलाना चाहती है। जिसका निर्माण भारत में आवश्यक है। इसी केलिए डालमियानगर में यह कारखाना खोला जाना था। ताकि यहां उच्च क्षमता वाली वैगन बोगी एवं कपलर निर्माण
हो। यह भारतीय रेल के माल वहन क्षमता सृजन की दिशा में एक क्रन्तिकारी कदम होता। इस तरह की बोगियां आज भी दूसरे देशो से आयात किया जाता है।

*एक्सक्लूसिव रिपोर्ट यूपी आज तक की है कॉपीराइट ना करें, कॉपीराइट करने वाले पर यूपी आज तक न्यूज़ चैनल कानूनी कार्रवाई कर सकती है*

इसके साथ में डेहरी -बंजारी नई रेल लाइन का निर्माण की शिलान्यास किया गया था ,यह भी खटाई में चली गयी है।
क्या रही गतिविधियां ?
समय -समय पर संसद में सांसदों ने मांग तो उठाई ,लेकिन मांग हाशिये पर ही रही। संसद महाबली सिंह ने संसद में मांग की थी। इसके बाद डेहरी के विधायक रहे सत्यनारायण यादव ,फ़तेह बहादुर सिंह समेत अन्य ने रेल कारखाना खोल आने के लिए धरना प्रदर्शन नहीं किया। फिलवक्त डेहरी के लिए जान न्योछावर करने वाला युवा *शिव गाँधी* ने पीएम के आगमन को लेकर आंदोलन और पर्चा बाटा ,तब कई नेताओ की आँख खुली। लेकिन यह मांग कितना परवान
चढ़ेगा यह तो 30 मई को ही पता चलेगा ??

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.