April 26, 2024

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रायबरेली 01 अगस्त *दूसरे दिन चोरों ने तीसरे घर को बनाया निशाना उड़ा ले गए लाखों के जेवरात

रायबरेली 01 अगस्त *दूसरे दिन चोरों ने तीसरे घर को बनाया निशाना उड़ा ले गए लाखों के जेवरात

रायबरेली 01 अगस्त *दूसरे दिन चोरों ने तीसरे घर को बनाया निशाना उड़ा ले गए लाखों के जेवरात

महराजगंज कोतवाल की निष्क्रिय कार्यशैली पर लगातार उठ रहे सवाल

महराजगंज रायबरेली।। कोतवाली क्षेत्र में इन दिनों चोरों में पुलिस का भय बिल्कुल खत्म हो चुका है, बे खौफ होकर चोर लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं, और पुलिस सिर्फ लकीर पीट रही है, दो दिन के अंदर एक ही गांव के तीन घरों को चोरों ने निशाना बनाते हुए लाखों के सोने चांदी के जेवरात पार कर ले गए ताबड़तोड़ हो रही चोरी की घटनाओं से क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया है, और क्षेत्रीय लोगों में कोतवाली पुलिस के प्रति आक्रोश भी देखने को मिला रहा है, बताते चलें कि क्षेत्र कुबना गांव में अज्ञात चोरों द्वारा दूसरे दिन भी तीसरे घर को निशाना बनाते हुए लाखों रुपए कीमत के सोने चांदी के जेवरात पार कर ले गए पीड़ित राम मदन यादव ने बताया कि प्रति दिन की भांति घर के सभी सदस्य भोजन वगैरह करके सो गए थे रात्रि में अज्ञात चोरों ने बक्शे में रखे लाखों की कीमत के जेवरात चोरी कर ले गए सुबह नींद खुली तो घटना की जानकारी हुई तो सूचना पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की विदित हो की रविवार की रात्रि भी चोरों ने कुबना गांव के ही हौसला लोधी और चंद्र भान सिंह के घर से भी भारी मात्रा में सोने चांदी के जेवरात उड़ा ले गए थे वहीं दूसरे दिन ही तीसरी घटना ने पुलिसिया गश्त की पोल खोल कर रख दी है।

इनसेट
वहीं पूरी तरह से सक्रिय जिले के न्याय प्रिय पुलिस कप्तान की छवि को अपनी चर्चित और विवादित कार्यशैली से धूमिल करने में महराजगंज कोतवाल द्वारा कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है, खनन माफियाओं को संरक्षण देने व बुजुर्ग महिला से हुई लूट के आरोपी को गुडवर्क दिखाकर लूट की धारा ना बढ़ा के स्मैक में जेल भेजने सहित कई तरह के आरोपों से घिरे कोतवाल महराजगंज की निष्क्रिय कार्यशैली सर्व विदित है, यही वजह की क्षेत्र में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, सूत्रों की मानें तो अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर इंस्पेक्टर महराजगंज वातानुकूलित कमरे से निकलना जरूरी नहीं समझते है, और कमरे से ही अपने उच्चाधिकारियों को आल इज वेल का पहाड़ा पढ़ाते हैं, कई जनप्रतिनिधियों सहित दर्जनों लोगों ने इंस्पेक्टर की कार्यशैली की शिकायत उच्चाधिकारियों से भी की जा चुकी है।

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