August 7, 2025

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मथुरा6अगस्त25*भारतीय किसान यूनियन (भानू) कृषको की समस्याओं के समाधान हेतु ग्यारह सूत्रीय मांगों के संबंध में डी एम को ज्ञापन*

मथुरा6अगस्त25*भारतीय किसान यूनियन (भानू) कृषको की समस्याओं के समाधान हेतु ग्यारह सूत्रीय मांगों के संबंध में डी एम को ज्ञापन*

मथुरा6अगस्त25*भारतीय किसान यूनियन (भानू) कृषको की समस्याओं के समाधान हेतु ग्यारह सूत्रीय मांगों के संबंध में डी एम को ज्ञापन*

*मथुरा से संवाददाता लक्ष्मी शर्मा की खास ख़बर यूपीआजतक*

मथुरा। किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ किसान यूनियन भानू के जिला अध्यक्ष देवेंद्र पहलवान ने बताया किसानों की स्थिति बेहद दयनीय बनीं हुए है। किसानों को प्रकृतिक नुक्सान (जैसे कभी अतिवर्षा तो कभी सूखा) पिछले लम्बे अर्से से होता आ रहा है। लेकिन संबंधित विभाग से जुड़े अधिकारीगण भी मजबूर किसानों का शोषण करने में अग्रणी भूमिका अदा कर रहे है। जिससे किसान अत्याधिक आहत है। इस भ्रष्ट एवं उदासीन सरकारी मानसिकता के चलते ऐसा प्रतीत होता है। कृषको के प्रति लापरवाही बढ़ती जा रही है। सरकारी उदासीनता के विरुद्ध भारतीय किसान यूनियन (भानू) को एक बड़ा आंदोलन हेतु विवश होना पड़ेगा।
उक्त प्रकरणों को लेकर कोई निर्णय निर्धारित करें उससे पूर्व आवश्यक है। किसानों की अति गंभीर समस्याओ को संज्ञान में लाया जाए।
1- डी0ए0पी – यूरिया संबंधी समस्या
2- बिजली की समस्या
3- मथुरा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव की समस्या
4- नहर – बम्बा – व माईनरो की सफाई व्यवस्था न होना
5- पशु चिकित्सा सम्बन्धी समस्याएं
6- तहसील स्तर पर तहसीलकर्मियों एवं अधिकारियों
द्वारा भ्रष्टाचार के वशीभूत किसानों का शोषण किए जाने के संबंध में
7- आवारा गौवंश की समस्या
8- जंगली सूअर व खुखार बंदरों की समस्या
9-महावन से पचावर मार्ग के चौडीकारण के सम्बन्ध में
10-
नगला कोल्ह (वार्ड न019) मार्ग की जीर्ण को दुरुस्त किए जाने हेतु
11-नशीली पदार्थों/-वस्तुओ के अनियंत्रण के कारण ग्रामीण ईकाई में पनप रहे नशावृत्ती
किसानों की उपरोक्त गंभीर समस्याओं के सुलभ समाधान किए जाने हेतु संबंधित विभागों एवं भारतीय किसान यूनियन (भानू) के पदाधिकारीगण के साथ वार्ता करते हुए एक सप्ताह के अंतर्गत संबंधी प्रकरणों का निस्तारण किया जावे अन्यथा की स्थिति में भारतीय किसान यूनियन (भानू) को आपकी उदासीनता एवं उपेक्षाओ के विरोध में निश्चित कालीन धरना व आंदोलन करने हेतु विवश होना पड़ेगा।