June 28, 2025

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भागलपुर29अप्रैल*परिधि एवं कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला 2023

भागलपुर29अप्रैल*परिधि एवं कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला 2023

भागलपुर29अप्रैल*परिधि एवं कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला 2023

कला केंद्र.29 अप्रैल 2023
परिधि एवं कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला 2023 के मुख्य आयोजन के दूसरे दिन कला प्रदर्शनी शाम को आम दर्शकों हेतु खोली गई. पूर्व जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सह सांस्कृतिक इतिहासवेत्ता शिव शंकर सिंह ने कहा कि परिधि सृजन मेला भागलपुर का एकलौता कार्यक्रम है जिसमें चाक्षुस, दृश्य और श्रव्य सभी कला का प्रदर्शन एक साथ होता है. इस आयोजन में मुख्य अतिथि बनकर बच्चों को पुरस्कार देना अभिभूत कर देता है.यह एक अद्वितीय कार्यक्रम है जो शोराबा से इतर होता है . इस वर्ष सृजन मेला में दिनकर पुस्तकालय की ओर से पुस्तक प्रदर्शनी एवं बिक्री केंद्र भी लगाया गया है जो बुद्धिजीवीयों के लिये आकर्षण का केद्र बना हुआ है. डॉ रतन मंडल पूर्व प्रॉक्टर ति मां भागलपुर विश्वविद्यालय नें कहा कि कला केंद्र ने पूरे देश में कलाकार दिए हैं. सृजन मेला का मैं नियमित दर्शक हूं. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की रचनाशीलता यहां दिखती है. पुरस्कार वितरण समारोह में आज मुख्य अतिथि डॉ सलाउद्दीन डिप्टी मेयर भागलपुर नगर निगम के हाथों एकल नृत्य में अविका अनोखी, मायरा, सनवी सिंह, रीया सोरेन ने जूनियर ग्रुप में पुरस्कार पाया वही सीनियर ग्रुप में स्नेहा दास रेबेका तुलीना दत्ता, नाब्या सोनी ने पुरस्कार पाया। शास्त्रीय संगीत में आराध्या मिश्रा, शौर्य श्रेष्ठ, रवि कुमार राय, आद्या मंजरी, श्रुति रंजन, संध्या रानी, कृतिका मंजरी, प्राची प्रिया ने पुरस्कार ग्रहण किये। पुरस्कार वितरण समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि हमारा लक्ष्य वैकल्पिक संस्कृति का निर्माण है जो बाजार के प्रभाव से मुक्त हो। संस्कृति समाज और मनुष्य के जीवन का अंतःसूत्र है, यह व्यक्ति नहीं समुदाय की कलात्मक अभिव्यक्ति है। कला केंद्र के प्राचार्य श्री राजीव सिंह ने कहा कि किसी देश, समुदाय और समाज की श्रेष्ठता उसकी कला और संस्कृति से ही नापी जाती. मुख्य अतिथि…. ने कहा कि परिधि सृजन मेला का यह परिसर जहां बुद्ध, विवेकानंद, रविन्द्र नाथ टैगोर और नंद बोस की मूर्तियां लगी है मनमोहक है. कला तो चित्त को शांति देती है जो कला केंद्र में है। हो हल्ला शोर गुल आह वाह सीटी का मतलब कला नहीं आत्मप्रदर्शन है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी ललन ने कहा कि आज संस्कृति के नाम पर राजनीति हो रही है. संस्कृति जोड़ती है तोड़ती नहीं है। कार्यक्रम का संचालन श्री संजय कुमार ने किया। उज्ज्वल घोष,सुषमा, रजनी, कोमल, विनय भारती, मनोज कुमार, सार्थक आदि आयोजन सहयोग में दिखे। इस अवसर पर डॉ डीएन चौधरी, डॉ सुनील अग्रवाल, पीसी पांडे, डॉ जयंत जलद आदि मौजूद थे।इसपरिधि सृजन मेला के अवसर पर विशिष्ट अतिथि शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने कहा कि परिधि लगातार समाज के उत्कर्ष के लिए काम कर रही है। समाज में सांस्कृतिक उत्थान और सामाजिक सौहार्द के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है। कलाकेंद्र ने लम्बे समय से सिर्फ भागलपुर ही नहीं पूर्वी बिहार का कला संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया है। सृजन मेला उसकी मिसाल है। हम सृजन मेला में शामिल सभी बच्चों को शुभकामनायें देते हैं।मुख्य अतिथि भागलपुर नगर निगम के उप महापौर डा सलाउद्दीन अहसान साहब ने कहा कि अगर हम सब मिलकर सोचें तो सिर्फ शिक्षा ही नहीं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकते हैं। बच्चों को कला संस्कृति के लिए भी विशेष अवसर प्रदान किया जाना चाहिए।

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