June 28, 2025

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भागलपुर23अप्रैल*परिधि और कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में "परिधि सृजन मेला 2023" की शुरुआत बाल चित्र प्रतियोगिता से

भागलपुर23अप्रैल*परिधि और कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में “परिधि सृजन मेला 2023” की शुरुआत बाल चित्र प्रतियोगिता से

भागलपुर23अप्रैल*परिधि और कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में “परिधि सृजन मेला 2023” की शुरुआत बाल चित्र प्रतियोगिता से
भागलपुर
आज दिनांक 23 अप्रैल को परिधि और कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में “परिधि सृजन मेला 2023” की शुरुआत बाल चित्र प्रतियोगिता से हुई। बाल चित्र प्रतियोगिता में लगभग 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जबकि शास्त्रीय नृत्य, भरत नाट्यम, सुगम संगीत, शास्त्रीय संगीत और अंगिका गीत में 150 प्रतियोगी शामिल हुए। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक बच्चों और अभिभावकों का परिधि सृजन मेला में ताँता लगा रहा। चूंकि यह कार्यक्रम 30 वर्षों से लगातार हो रहा है इसलिए बच्चे और अभिभावक परिधि सृजन मेला का इंतजार करते हैं। ललन ने कहा कि बच्चों की रचनात्मक सृजनशीलता को आगे बढ़ाना और नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करना भी सृजन मेला का घोषित उद्देश्य है। सृजन मेला लोक और शास्त्रीय का समन्वय होता है। सृजन मेला अपसंस्कृति के विरुद्ध एक आवाज है।इस वर्ष सृजन मेला में पानी को केंद्रीय बिषय बनाया गया है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक के लिये सृजन मेला में आयोजन होते हैं। जल संरक्षण, नदी और तालाब पर केंद्रित चित्र प्रतियोगिता में लगभग 300 बच्चों ने भाग लिया। चित्र प्रतियोगिता को चार समूहों में बांटा गया था जिसमें प्रथम समूह को इच्छा अनुसार चित्र बनाने थे वहीं बी ग्रुप को जल जीव और चापाकल का चित्रण करना था। सी ग्रुप के बच्चों को नदी व नाव के चित्र बनाने दिए गए तो डी ग्रुप को खेती और वन भोज के चित्रांकन करना था। चित्रांकन के निर्णायक शहर के वरिष्ठ चित्रकार संतोष कुमार ठाकुर और चंद्रमोहन ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कला सिर्फ आत्म अभिब्यक्ति का साधन ही नहीं बल्कि समाज को संदेश और दिशा देने का भी माध्यम है।
शास्त्रीय नृत्य की प्रतियोगिता में बच्चों ने भरतनाट्यम और कत्थक पर अपने कलात्मक भाव भंगिमा द्वारा दर्शकों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। शास्त्रीय नृत्य के निर्णायक के तौर पर निभास चंद्र मोदी और मिथलेश ने भूमिका निभाई। वही सृजन मेला में रविंद्र मंच पर शास्त्रीय संगीत,अंगिका गीत और सुगम संगीत की धूम रही। प्रतिभागियों ने अंग प्रदेश के गीतों से दर्शकों को झुमा दिया। संगीत के निर्णायक मंडली में शैलेश कुमार, रेखा कुमारी और संजय कुमार ने भूमिका निभाई। आज के कार्यक्रम में मृदुला सिंह, जयंत जलद, उज्जवल घोष, अनंत कुमार सिंह, सूरज कुमार, अनुज कुमार, फनी चंद्र, शालू गणेशन, आकांक्षा अंजलि, आशीष कुमार, जावेद अख्तर, विनय कुमार भारती, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।

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