September 29, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

भागलपुर19अप्रैल*गनी चक मोहल्ले में जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट और जान से मारने का किया गया प्रयास

भागलपुर19अप्रैल*गनी चक मोहल्ले में जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट और जान से मारने का किया गया प्रयास

भागलपुर19अप्रैल*गनी चक मोहल्ले में जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट और जान से मारने का किया गया प्रयास

मो. शहबाज पिता मोहम्मद कलीम खान गनीचक, भागलपुर, का रहने वाला हूँ। दिनांक 15/04/23 शाम के करीब 6 6 बजे लगभाग माई और मेरी पत्नी और मेरी अम्मी या मां और मेरा छोटा भाई अहमद घर पर था. हम ने छोटे भाई अहमद को इफ्तार का समन फल लेन बाजार वेजा था. अचानक मेरा दोनो बड़ा भाई और वावी जी कुछ लोगो को लेकर हटियार तथा
फिस्टौल के साथ आगे तथा हम लोगो पे टूट पड़े इन लोगों मुझे और मेरी पत्नी तबस्सुम आरा उर्फ सूफी को बुरी तरह मारने लगे। इनलोगों ने चाकू और पिस्तौल के बट से जख्मी कर दिया। मेरा बड़ा भाई मो. जावेद खान शाहिद खान भाभी जी 3 फरहत नाजली पत्नी जावेद खान (2) fatमा urf पम्मी पत्नी शाहिद खान 5 हैदर इमाम उर्फ राजू चचेरा जीजा पर इमामपुर बदरे आलमपुर का रहने है। यह लोग चिल्ला-चिल्ला कर ले लगा मारो जान से आज खत्म ही कर दो! मेरी काली के घर से उनके भाई एंव अन्य लोग भी मार-पीट करने लगे जिसमें कुछ का गम जानता। 3) मुन्ना (1) पिकू 0 रोक (0) चुन्ना 1 उनकी सास,पति एवं पिताइन सभी को का स्व मो० खुशीद घर खीरीबांध! मार-पीट से मैं बेहोश हो गया। इन लोगों ने इसी हरकत में, मेरे गले से चाँदी का चैन तथा पैकेट में किसी कारीगर को देने के लिए 50500 लगभग था, जो कि इन लोगों ने छीन लिया और भाग गया। फिर लोगों की मदत से सदर अस्पताल लाया गया। वहाँ हम लोग का उपचार करने के बाद मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया ! स्थित कुछ सामान्य होने पर दिनांक 16-04-2003 श्री हमें डिस्चार्ज किया गया। परन्तु हमारी पत्नी तबस्सुम आरा का ईलाज जारी है। इस घटना को अंजाम देने का मूल कारण है। मेरे भाई मुझे घर से बेदखल करने की बात कहते है। तथा इसमें मेरी भाभी और उनके mayeke वाला बाकी मदद करते हैं। जैसे पूरब माई काई बार मार पिट किया है और एक बार कान का पर्दा ही दूर दिया था जिस्मई डॉ ने ऑपरेशन बताया था दूसरी baarहाथ पैर ही तोड़ दिया था। बार-बार जान से मारने की कोशीश करता है। स्थानिय सतार से पंचायती कर मामला को शांत कर देता है। परंतु इस बार तो सभी लोग हद ही पार कर दिया। इन मामलों को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक और मुजाहिद पुर थाना प्रभारी सुबोध कुमार को आवेदन दिए और अपने जान की हिफाजत के लिए गुहार लगाते हुए आवेदन दिए।