भागलपुर04मई23*टीएमबीयू में खुलेंगे कई नए पीजी विभाग, कवायद तेज।
विश्वविद्यालय में बीएससी इन सेरीकल्चर, फिजियोथिरैपी एंड योगा, डिजास्टर मैनेजमेंट और एमएड की शुरू होगी पढ़ाई।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में कई नए पीजी विभाग खोले जाएंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी -2020) के उद्देश्यों को साकार करने में टीएमबीयू प्रशासन जुट गया है। इसको लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर कवायद भी तेज कर दी गई है।
टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल की अध्यक्षता में गुरुवार को एफिलिएशन एंड न्यू टीचिंग प्रोग्राम कमिटी की बैठक सिंडीकेट हॉल में आयोजित हुई। बैठक में मुख्य रूप से तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन, यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, डिजास्टर मैनेजमेंट आदि पीजी विभाग खोलने पर सहमति बनी।
कुलपति प्रो. लाल ने कहा की टीएमबीयू में पीजी स्तर पर एजुकेशन डिपार्टमेंट नहीं है। जबकि बिहार के कई विश्वविद्यालयों में मसलन पटना यूनिवर्सिटी, एलएनएमयू दरभंगा और वीकेएसयू आरा में पहले से ही विश्वविद्यालय स्तर पर पीजी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन है।
वीसी ने कहा की टीएमबीयू में भी अन्य विश्वविद्यालयों की भांति एजुकेशन का अलग विभाग खुलेगा। जहां एमएड की पढ़ाई के साथ-साथ रिसर्च के कार्य भी होंगे। उन्होंने कहा की शिक्षा संकाय में शोध और अनुसंधान की अपार संभावनाएं हैं। कैरियर के भी कई महत्वपूर्ण विकल्प खुले हुए हैं।
इस प्रयास से विश्वविद्यालय की साख और प्रतिष्ठा और भी अधिक बढ़ेगी। नए पीजी विभाग खुलने से छात्र अब यहां से एमएड करने के बाद पीएचडी भी कर सकेंगे।
कुलपति प्रो. लाल ने कहा की वर्तमान समय की मांग को देखते हुए टीएमबीयू में डिजास्टर मैनेजमेंट की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी।
इन नए कोर्सों को वे प्राथमिकता के आधार पर शुरू करने जा रहे हैं। इससे छात्रों में स्किल डेवलपमेंट होगा। रोजगार का सृजन होगा। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। टीएमबीयू में सबों के समेकित प्रयास से शैक्षणिक सुदृढ़ीकरण की एक बड़ी लकीर खींची जाएगी जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। कुलपति ने कहा की वे विश्वविद्यालय की बेहतरी और प्रगति के लिए एक सार्थक विजन और ठोस रोडमैप के साथ दिन-रात काम कर रहे हैं। कुलपति ने कहा की विश्वविद्यालय की चिंताएं उन्हें सोने नहीं देती है। कुछ नया करने की तमन्ना है। टीएमबीयू के गौरवशाली अतीत को बेहतर बनाने और उसे जीवंत बनाए रखने के लिए सभी जरूरी प्रयास कर रहे हैं।
वीसी ने बताया की आपदा प्रबंधन (डिजास्टर मैनेजमेंट) की पढ़ाई तीन स्तरों पर शुरू होगी। जिसमें पीजी डिप्लोमा, फाउंडेशन कोर्स और सर्टिफिकेट कोर्स शामिल है।
बैठक में बीएससी ऑनर्स इन सेरिक्लचर, बैचलर इन फिजियोथिरेपी एंड योगा आदि कोर्स की पढ़ाई शुरू करने संबंधी प्रस्ताव पर निर्णय हुआ। कुलपति ने बताया की फिजियोथिरैपी कोर्स की भी पढ़ाई शुरू होगी। इस कोर्स को टीएमबीयू में शुरू करने के लिए मगध विश्वविद्यालय बोधगया में पूर्व से संचालित फिजियोथिरैपी के पाठ्यक्रम का अवलोकन कर उसे आधार बनाया जाएगा ।
जबकि बीएड कॉलेजों के स्थायी संबंधन और पूर्व की बैठक के वृत पर भी बैठक में चर्चा हुई। बैठक में सदस्यों ने कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया की तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल के नेतृत्व में नए पीजी विभागों के खुलने और रोजगार परक कोर्सों के संचालन से यहां के छात्रों को काफी लाभ मिलेगा। यह पहल नैक मूल्यांकन के बेहतर ग्रेडिंग में भी कारगर साबित होगा। इस पहल से शोध और नवाचार के क्षेत्र में बेहतर काम किया जा सकता है। उन्होंने बताया की पद सृजन कमिटी की बैठक शुक्रवार को विश्वविद्यालय में होगी।
बैठक में मानविकी संकाय के डीन डॉ यूके मिश्रा, सोशल साइंस के डीन डॉ संजय कुमार झा, साइंस फैकल्टी के डीन डॉ जगधर मंडल, पीजी फिजिक्स विभाग के हेड डॉ कमल प्रसाद, पीजी इंग्लिश विभाग के हेड
डॉ नेहाल उद्दीन, सिंडीकेट सदस्य डॉ शैलेश्वर प्रसाद, सीसीडीसी डॉ एसी घोष, डॉ अशोक कुमार ठाकुर आदि उपस्थित थे।
बैठक का संचालन कॉलेज इंस्पेक्टर सह एफिलिएशन एंड न्यू टीचिंग प्रोग्राम कमिटी के सदस्य सचिव डॉ संजय कुमार झा ने किया।
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