November 13, 2024

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भागलपुर बिहार*२५/०८/२४* प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ,में  17th वा पुण्य स्मृति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया

भागलपुर बिहार*२५/०८/२४* प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ,में  17th वा पुण्य स्मृति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया

भागलपुर बिहार से शैलेन्द्र कुमार गुप्ता यूपी आजतक
दिनांक:- 25.08.2024

भागलपुर बिहार*२५/०८/२४* प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ,में  17th वा पुण्य स्मृति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया

भागलपुर बिहार :- बी के. अनीता , संचालिका, भागलपुर द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था l शाखा के सभागार में आयोजित कार्यक्रम पर बी के अनीता दीदी ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि दादी जी का जीवन प्रेरणा श्रोत और अनुकरणीय है l दादी जी का जन्म 01. सितंबर 1922 ई. में हैदराबाद ,सिंध प्रांत(वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था l बचपन का नाम रमा था l 15 वर्ष की आयु में पहली बार ओम मंडली के संपर्क में आई थी l संस्था के संचालक दादा लेखराज ( जिन्हें अब ब्रह्मा बाबा के नाम से जाना जाता है) द्वारा रमा को प्रकाशमणि नाम दिया गया lभागलपुर बिहार*२५/०८/२४* प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ,में  17th वा पुण्य स्मृति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया 1969 ई. में इस संस्था का बागडोर उनके हाथों में आया l दादी 1969 से 2007 तक संस्था की मुख्य प्रशासिका रही l 25th अगस्त 2007को अपना भौतिक शरीर को त्याग कर पंचतत्व में शामिल हो गईं l आध्यात्मिक गुरु महिला होते हुए भी विश्व के पटल पर भारत का प्राचीन राजयोग के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट किया lदादी प्रकाशमणि जी का जीवन अनुकरणीय है जिसका प्रमाण आज लाखों बहन – भाई संस्था में सेवा कर रहें हैं l तीन शब्द दादी के – निमित्त, निर्माण और निर्मल वाणी l दादी जी सदा कहती थी “अंतर्मुखी सदा सुखी” lभागलपुर बिहार*२५/०८/२४* प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ,में  17th वा पुण्य स्मृति, विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया
दादी का अनमोल वाक्य- सहयोग दो, शक्ति दो , रहम करो, सभी को आत्मिक प्यार दो l दादी जी का शिक्षाओं से समाज को कई प्रकार की प्रेरणा मिलती है:आध्यात्मिक ज्ञान: दादी प्रकाशमणि की शिक्षाएं आध्यात्मिक ज्ञान और आत्म-साक्षरता पर केंद्रित थीं। लोगों को आत्म-ज्ञान और आत्म-सुधार के लिए प्रेरित किया।दादी जी की शिक्षाएं सकारात्मक सोच और आशावादी दृष्टिकोण पर आधारित थीं। उन्होंने लोगों को जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए प्रेरित किया l दादी प्रकाश मणि जी ने नारी सशक्तिकरण के लिए भी काम किया और महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया l दादी जी की शिक्षाएं शांति और अहिंसा पर जोर देती थीं। उन्होंने लोगों को शांतिपूर्ण और अहिंसक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। दादी प्रकाश मणि जी ने सेवा भाव को महत्व दिया और लोगों को दूसरों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया।इन शिक्षाओं और मूल्यों से समाज को प्रेरणा मिलती है और लोगों को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।इस कार्यक्रम में सैकड़ों भाई-बहन दादी जी को स्मृति में श्रद्धांजली अर्पित किया l बी .के. मनोज ,ब्रह्माकुमार,भागलपुर ,दादी प्रकाश मणि के संघ बी के अनीता बहन , भागलपुर

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