June 28, 2025

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प्रयागराज17अप्रैल*जानिए कहां है अशरफ की चिट्ठी किस अधिकारी ने दी थी निपटाने की धमकी?

प्रयागराज17अप्रैल*जानिए कहां है अशरफ की चिट्ठी किस अधिकारी ने दी थी निपटाने की धमकी?

प्रयागराज17अप्रैल*जानिए कहां है अशरफ की चिट्ठी किस अधिकारी ने दी थी निपटाने की धमकी?
माफिया अतीक के भाई अशरफ अहमद ने बीते 28 मार्च को अपनी मौत का कर दिया था ऐलान
प्रयागराज। माफिया अतीक के भाई अशरफ अहमद ने बीते 28 मार्च को अपनी मौत का ऐलान कर दिया था। मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान अशरफ ने पुलिस बैन के अंदर से बातचीत करते हुए कहा था कि एक बड़े अफसर द्वारा 2 सप्ताह में जेल से किसी बहाने निकाल कर हत्या की जाने की धमकी मिली है। अगर हत्या होती है तो उस अधिकारी के नाम समेत सील्ड लिफाफा मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पास पहुंच जाएगा। अब माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की सरेआम हत्या हो चुकी है ऐसे में उस लिफाफे पर सबकी नजर है, जो बंद लिफाफा अशरफ ने हत्या के बाद मुख्यमंत्री और चीफ जस्टिस तक पहुंचने की बात कही थी। लिफाफा कहां है, किस अधिकारी का नाम उस लिफाफे में बंद है ऐसे कई सवालों के जवाब मीडिया के साथ-साथ आम आदमी तलाश रहा है। आइए हम बात करते हैं कि अशरफ अहमद का वह सनसनी खेज शील्ड लिफाफा कहा है।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या (Atiq Ahmed Murder Case) के साथ अपराध के एक युग का तो अंत हो गया लेकिन Atiq Ahmed Murder Case अपने पीछे ढेरों सवाल छोड़ गया है। ऐसा क्यों सवालों के बीच सबसे अहम सवाल है कि 28 मार्च को अशरफ अहमद ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए किस अधिकारी द्वारा अपनी हत्या किए जाने का ऐलान किया था।
अतीक और अशरफ के अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि, ’28 मार्च को बरेली जेल वापस जाने से पहले अशरफ को पुलिस लाइन ले जाया गया था। वहीं पर अशरफ को किसी बड़े पुलिस अधिकारी ने जान से मारने की धमकी दी थी। अधिवक्ता विजय मिश्रा ने बताया कि जब वह अशरफ से बरेली जेल में मिले तो अशरफ ने उस धमकी की पुष्टि की थी, लेकिन कोई पत्र या नाम साझा नहीं किया था। अशरफ ने वकील विजय मिश्रा से कहा था कि वकील होने के चलते उनकी भी जान को खतरा हो सकता है।
गौरतलब हो कि 28 मार्च को जब अशरफ प्रयागराज अदालत में उमेश पाल अपहरण कांड में पेशी के बाद बरेली जेल वापस पहुंचा था तो वहां पहुंचते ही अशरफ ने अपनी मौत की तारीख का एलान मीडिया के सामने कर दिया था। अशरफ ने कहा था कि उसको 2 हफ्ते बाद जेल से निकालकर निपटाने की धमकी दी गई है। मीडिया कर्मियों ने अशोक से बार-बार सवाल किया कि यह धमकी किसने दी है। लेकिन अशरफ सिर्फ इतना कहता रहा कि एक बड़े अधिकारी ने यह धमकी दी है। कहा है कि “किसी बहाने जेल से निकाल कर निपटा दिए जाओगे” लेकिन अशरफ ने अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं किया। कहा कि अगर उनकी हत्या होती है तो मुख्यमंत्री जी को, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को और इलाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को मेरा बंद लिफाफा पहुंच जाएगा। अब दोनों की हत्या भी हो गई ऐसे में वह बंद लिफाफा कहां है। इसके कयास लगाए जा रहे हैं। सबसे प्रबल कयास यही है कि बंद लिफाफा असरफ और अतीक के परिजनों के पास है जो किसी भी तरीके से उस लिफाफे को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद लिफाफे मैं दर्ज बड़े अधिकारी के नाम का खुलासा होगा ही कुछ और नाम भी चौका सकते हैं।

इन 3 लोगों के पास है अशरफ की चिठ्ठी होने की संभावना

सूत्रों की माने तो माफिया पीके भाई अशरफ ने 2 सप्ताह पूर्व जिस चिट्ठी का जिक्र किया था वह चिट्ठी या तो अतीक की पत्नी शाइस्ता या अशरफ की पत्नी जेनब के पास हो सकती है इसके अलावा फरार चल रहे गुड्डू मुस्लिम व परिवार के अन्य सदस्यों के पास भी अशरफ की सनसनीखेज चिट्ठी होने की उम्मीद है।

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