October 19, 2025

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पूर्णिया बिहार 6 दिसंबर 24*VIP पार्टी में शामिल होंगे समाजसेवी ‘सन ऑफ मिथिला’ संजीव मिश्रा।

पूर्णिया बिहार 6 दिसंबर 24*VIP पार्टी में शामिल होंगे समाजसेवी ‘सन ऑफ मिथिला’ संजीव मिश्रा।

पूर्णिया बिहार 6 दिसंबर 24*VIP पार्टी में शामिल होंगे समाजसेवी ‘सन ऑफ मिथिला’ संजीव मिश्रा।

यूपी आज तक पूर्णिया बिहार से मोहम्मद इरफान कामिल।

पूर्णिया बिहार। आसमानों की बुलंदियों तक एवं देश की फिजाओं में अपनी शोहरत की खुशबू महकने वाला तथा गरीबों मुजलिमों बेसहारों के जख्मों पर मरहम पट्टी लगाने वाला साथ ही सीमांचल के गांधी कहलन वाला नौजवान खिलाड़ियों के दिलों का धड़कन मोहतरमूल मुकाम संजीव मिश्रा 7 जनवरी को वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी की मौजूदगी में पार्टी की मेंबरशिप सर आंखों पर लगाते हुए कबूल करेंगे इस सिलसिले में राजधानी पटना में पोस्टरों श्री गुरु गुलजार नजर आ रहे हैं।

बिहार की राजनीति में एक और समाज से बे इंतेहा अकीदत व पुरखलूस मोहब्बत रखने वाले ‌ की इंट्री हो गई है। ‘Son of Mithila’ के नाम से मशहूर व मारूफ शख्सियत लाखों अंधेरे घरों को रोशन करने वाला संजीव मिश्रा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में शामिल होंगे। 7 दिसंबर को पटना में आयोजित मिलन समारोह में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता बखूबी कबूल करेंगे। राजधानी के अलग-अलग जगहों पोस्टर लगाकर अपनी बेदारी एवं वफादारी का जो परचम लहराएंगे वह देश के लिए एक मिसाल साबित होगा । पूर्णिया ही नहीं पूरे देश की जनता बाबू संजीव मिश्रा की सदस्य ग्रहण एक झलक देखने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं

*छातापुर से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव*
संजीव मिश्रा छातापुर विधानसभा सीट से बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं। दरअसल, संजीव मिश्रा की समाज में गहरी दिलचस्प और असरदार मकबूलियत को देखते हुए यह कदम वीआईपी पार्टी और महागठबंधन के लिए एक काबिले फख्र सियासत होगी खास तौर पर कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के काबिले तारीफ़ होगा।

*संजीव मिश्रा की बढ़ती समाजिक पहचान*
समाज सेवा में संजीव मिश्रा की सशक्त उपस्थिति को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि उनका चुनावी प्रभाव उनके समाजसेवी कार्यों और समुदाय में गहरे जुड़ाव के कारण बढ़ा है। जहां अधिकांश नेता दलीय नेतृत्व के पास जाकर उम्मीदवारी का आग्रह करते हैं, वहीं संजीव मिश्रा के मामले में यह स्थिति पूरी तरह उलट है। उनका प्रभाव इतना गहरा है कि चुनावी उम्मीदवार बनने के लिए राजनीतिक दलों की ओर से उन्हें खुद आग्रह किया जा रहा है। यह उनकी बढ़ती राजनीतिक पहचान और समाज में व्यापक स्वीकार्यता को साबित करता है।
*महागठबंधन को मिलेगा मजबूती*
मुकेश सहनी ने महागठबंधन के भीतर अपने गठबंधन को मजबूती देने का संकल्प लिया है। संजीव मिश्रा का वीआईपी में शामिल होना महागठबंधन के लिए एक बड़े राजनीतिक लाभ की तरह देखा जा रहा है। उनके शामिल होने से महागठबंधन की स्थिति कोसी और सीमांचल क्षेत्रों में मजबूत हो सकती है, जो चुनावी समीकरण को पूरी तरह बदल देगा।
*नेपाल में भी मिला चुका है सम्मान*
संजीव मिश्रा को हाल ही में नेपाल में उनके समाज सेवा कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है, जिससे उनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनी। पनोरमा स्पोर्ट्स सीजन 7 के समापन समारोह में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। अब संजीव मिश्रा का राजनीति में कदम महागठबंधन को नई दिशा और ताकत दे सकता है।
*विभिन्न जातियों और समुदायों में व्यापक समर्थन*
संजीव मिश्रा, जो पनोरमा ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, रियल एस्टेट, शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्रों में सक्रिय हैं। उनका कार्यक्षेत्र केवल ब्राह्मण समाज तक सीमित नहीं है, बल्कि वह विभिन्न जाति और समुदायों को साथ लेकर काम करते हैं। उनके नेतृत्व में समाज में समरसता और समानता को बढ़ावा मिलता है। यही कारण है कि उन्हें विभिन्न जातियों और समुदायों में व्यापक समर्थन मिलता है। उनकी राजनीति में समानता, समाजवाद और समरसता की भावना को देखते हुए, महागठबंधन को भी चुनावी सफलता की उम्मीद हो सकती है।
*वीआईपी पार्टी को मिलेगी मजबूती*
संजीव मिश्रा के वीआईपी पार्टी में शामिल होने से न केवल उनकी व्यक्तिगत राजनीति के लिए, बल्कि वीआईपी पार्टी के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उनकी लोकप्रियता और समाज में सम्मान का लाभ वीआईपी को कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में ब्राह्मण मतदाताओं के रूप में मिल सकता है, जिससे महागठबंधन के वोट बैंक में इजाफा हो सकता है। संजीव मिश्रा का समाज में गहरा प्रभाव, समाज सेवा के प्रति उनका समर्पण और उनके नेतृत्व की विशेषता उन्हें राजनीति में एक सम्मानित चेहरा बना चुकी है। उनकी उपस्थिति महागठबंधन के लिए एक उगता हुआ सूरज महकता हुआ‌ फूल रणनीतिक जीत साबित हो सकती है, जो जो राष्ट्रीय जनता दल के नौजवान लीडर तथा विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने के अभियान को भी मजबूती दे सकती है।

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