June 19, 2025

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नई दिल्ली19जून25 वैदिक पंचांग ~* 🌞

नई दिल्ली19जून25 वैदिक पंचांग ~* 🌞

नई दिल्ली19जून25 वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 19 जून 2025*
🌤️ *दिन – गुरूवार*
🌤️ *विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *मास – आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – अष्टमी सुबह 11:55 तक तत्पश्चात नवमी*
🌤️ *नक्षत्र – उत्तरभाद्रपद रात्रि 11:17 तक तत्पश्चात रेवती*
🌤️ *योग – सौभाग्य 20 जून रात्रि 02:46 तक तत्पश्चात शोभन*
🌤️ *राहुकाल – दोपहर 02:21 से शाम 04:01 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 05:58*
🌤️ *सूर्यास्त – 07:21*
👉 *दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – पंचक*

💥 *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *आर्थिक सम्पन्नता हेतु* 🌷

👉🏻 *यदि आर्थिक सम्पन्नता चाहते हैं तो नित्य पीपल के वृक्ष में ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का उच्चारण करते हुए जल अवश्य दें और कम-से-कम ७ बार परिक्रमा करें। (रविवार को पीपल के स्पर्श से बचें ।)*

🙏🏻 *आश्रम की कर्मयोग दैनंदिन 2025 से*

🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~ 🌞

🌷 *वर्षा ऋतु विशेष* 🌷

☔ *21 जून से वर्षा ऋतु प्रारंभ हो रही है | इसे शास्‍त्रीय भाषा में आदानकाल बोलते है | जठराग्नि दुर्बल होती है | वायु, गैस की तकलीफें उभरती हैं | पित्त संचित होता है | अगर सावधान नहीं रहें तो पित्त व वात मिलकर हार्ट अटैक बना सकता है | इस आदानकाल में कब्जियत न रहे इसका ध्‍यान रखना चाहिए |*

☔ *करने योग्य* ☔

✅ *१) पेट साफ़ रहे इसके लिए हरड़ रसायन २ -२ गोली खाना | हरड रसायन , रसायन से बना हुआ टोनिक है । दिनभर खाया हुआ टोनिक बन जायेगा |*

✅ *२) शुद्ध वातावरण व शुद्ध जल का सेवन करना |*

✅ *३) मधुर भोजन, चिकनाईवाला, शरीर को बल देनेवाला भोजन करना चाहिये और दोपहर के भोजन में नींबू, अदरक, सैंधा नमक, लौकी, मैथी, खीरा, तुरई आदि खाने चाहिए |*

✅ *४) वर्षाऋतु में पानी गरम करके पियें अथवा तो पानी की शुद्धता का ध्यान रखें |*

✅ *५) वायुप्रकोप से जोडों में दर्द बनने की संभावना है और बुढ़ापे में लकवा मारने की संभावना बढ़ जाती है | भोजन में लहसुन की छौंक लकवे से फाईट करता है |*

✅ *६) चर्मरोग, रक्तविकार आदि बिमारियों की इस ऋतु में संभावना बढ़ जाती है | नींबू, अदरक, गाजर, खीरा स्वास्थ्‍यप्रद रहेगा |*

✅ *७) सूर्यकिरण स्नान सभी ऋतुओं में स्वास्थ्‍य के लिए हितकारक है |*

✅ *८) अश्विनी मुद्रा- श्वांस रोककर योनि संकोच लेना और मन में भगवान का जप करना इस सीज़न की बी‍मारि‍यों को भगाने की एक सुंदर युक्ति है |*

☔ *न करने योग्य* ☔

❌ *१) गरम, तले हुए, रूखे, बासी, डबल रोटी, आटा लगा हुआ बिस्किट आदि स्वास्थय के लिए इस सीज़न में हितकर नहीं है । फास्ट फ़ूड से बचना चाहिए |*

❌ *२) देर रात बारिश के सीज़न में न जागें |*

❌ *३) अधिक श्रम, अधिक व्यायाम न करें |*

❌ *४) खुले आकाश में सोना खतरे से खाली नहीं है ।*

❌ *५) ज्यादा देर तक शरीर भीगा हुआ न रखें | सिर गिला हो तो तुरंत पोछ लें।*

❌ *६) भीगे शरीर न सोयें और रात्रि को स्नान न करें | मासिक धर्म आये तो तुरंत स्नान करके सूखे कपडे से अपने को पींछ लें |*
🙏🏻 *- Pujya Bapuji Delhi 30th June’2012*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*

📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~ 🌞

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