June 29, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

दिल्ली09जुलाई24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर देश राज्यों से रात्रि 9 बजे की बड़ी खबरें

दिल्ली09जुलाई24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर देश राज्यों से रात्रि 9 बजे की बड़ी खबरें

दिल्ली09जुलाई24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर देश राज्यों से रात्रि 9 बजे की बड़ी खबरें

09/07, 7:50 pm] +91 94509 57111: आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने आज गन्ना संस्थान, लखनऊ में वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के विभिन्न मण्डलों व ज़िलों के आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आबकारी वीना कुमारी एवं अन्य अधिकारिगण मौजूद रहे.
[09/07, 8:10 pm] +91 82185 65001: *मऊगंज जिले में पांच पुलिस कर्मियों का हुआ तबादला, एसपी ने जारी किया आदेश* ।

*हनुमना मऊगंज*
मऊगंज जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के उद्देश्य से मऊगंज एसपी वीरेंद्र जैन ने जिले में पांच पुलिस कर्मियों का तबादला किया है,जिसमें दो उप निरीक्षक एक सहायक उप निरीक्षक सहित दो आरक्षक कुल पांच पुलिसकर्मियों का नाम शामिल है।जिन्हें आगामी आदेश तक नवीन पदस्थापना दी गई है।यह सूची कार्यालय पुलिस अधीक्षक जिला मऊगंज से जारी हुई है जिसमें उप निरीक्षक गोविंद प्रसाद तिवारी, उप निरीक्षक प्रजा पटेल, सहायक उप निरीक्षक अमर सिंह, आरक्षक मनीष पांडे और आरक्षक कन्हैया सिंह पटेल का तबादला हुआ है. हनुमना थाना क्षेत्र के पिपराही चौकी में पदस्थ उप निरीक्षक प्रज्ञा पटेल को मऊगंज थाने में तैनात किया गया है, इसी तरह से अमर सिंह को पिपराही चौकी प्रभारी बनाया गया है. इसी तरह से गोविंद प्रसाद तिवारी को हटा चौकी का प्रभार दिया गया है।दोस्त निकला दानव: मित्र की हत्या कर तीन दिन घर में छिपाए रखी लाश, वजह जान कर सन्न रह गए लोग शहर की पॉश कॉलोनी वसंधुरा में ऑटोमोबाइल कंपनी में काम करने वाले धर्मेंद्र आर्य (35) की उसके दोस्त ने ही धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। लाश को तीन दिन तक घर में ही छिपाए रखा। रेहड़े में रखवाकर शव को मंसूरपुर क्षेत्र में फिंकवा दिया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो वारदात का खुलासा हुआ।

शहर के अवध विहार निवासी धर्मेंद्र आर्य (35) और मूल रूप से दिल्ली के कृष्णा नगर और वर्तमान में वसुंधरा कॉलोनी निवासी रोहित जानसठ रोड स्थित ऑटोमोबाइल कंपनी में एक साथ काम करते थे। दो माह पहले रोहित ने काम छोड़ दिया था। शनिवार को धर्मेंद्र आर्य कंपनी से तीन लाख 64 हजार रुपये और चेक लेकर बैंक में जमा करने के लिए निकला था, लेकिन इसके बाद गायब हो गया।परिजन और कंपनी के कर्मचारी उसकी तलाश कर रहे थे। शक होने पर पुलिस ने रोहित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की वारदात का खुलासा हुआ। सोमवार शाम करीब चार बजे बोरे में बंद उसका शव मंसूरपुर थाना क्षेत्र के जड़ौदा गांव के पास होटल के पीछे पड़ा मिला।
धर्मेंद्र आर्य रुपये लेकर आरोपी रोहित के वसुंधरा कॉलोनी स्थित घर पर आया था। दोनों के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया। रोहित ने धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी। शव को आरोपी तीन दिन तक घर में ही छिपाए रहा। सोमवार को एक रेहड़े को किराए पर बुलाकर लाश को ठिकाने लगवा दिया। लेकिन इस बीच परिजनों के शक जताने पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी से नकदी बरामद कर ली है। पूछताछ की जा रही है।

NGO में काम करने वाली युवती के साथी और सिपाही ने किया दुष्कर्म, पुलिस आयुक्त के निर्देश पर FIR वाराणसी जिले के बेनीपुर रोड, पहड़िया क्षेत्र में किराये पर कमरा लेकर रहने वाली एक युवती के साथ काम करने वाले युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसके बाद उस युवक के सिपाही दोस्त ने भी युवती के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर प्रकरण को लेकर लालपुर पांडेयपुर थाने में अंबेडकर नगर जिले के म्योरी गांव निवासी नवीन यादव उर्फ सूरज और सिपाही विवेक यादव के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।

 

यह है मामला
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह मूलरूप से गाजीपुर की रहने वाली है और एक एनजीओ में काम करती है। कामकाज के दौरान उसकी मुलाकात नवीन यादव से हुई, जो एनजीओ में ड्राइवर का काम करता था। नवीन उससे बात करने के बहाने खोजता था और एक दिन उसके कमरे पर आ गया। नवीन ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और उसकी आपत्तिजनक तस्वीर अपने मोबाइल से खींच ली। इस बीच वह दो बार गर्भवती हुई, लेकिन नवीन ने गर्भपात करा दिया। शादी का दबाव बनाने लगी तो नवीन ने सिपाही विवेक यादव से कहा कि इस लड़की को रास्ते पर लाना है। सिपाही विवेक यादव ने पुलिस की धौंस देकर उसे शारीरिक संबंध स्थापित करने के लिए मजबूर किया।

अज्ञात वाहन से टकराई प्राइवेट बस, हादस में पांच लोगों की मौत, दो की हालत नाजुक अमेठी जिले के बाजारशुकुल थाने से गुजरने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार सुबह दिल्ली से बिहार के सीवान जा रही प्राइवेट बस अज्ञात वाहन से टकरा गई। दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई तो 11 अन्य घायल हो गए। घायलों में दो की हालत नाजुक है। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।

सूचना के बाद मौके पर एसपी समेत अन्य अफसरों ने घायलों के उपचार की जानकारी ली। मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस पहचान कराने के साथ वैधानिक कार्रवाई में जुटी है।अमेठी के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार सुबह करीब दो बजे दिल्ली से सिवान जा रही प्राइवेट बस की अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया।
एसपी अनूप सिंह मौके पहुंचे और घायलों के उपचार की जानकारी ली। सूचना के बाद सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह भी अस्पताल पहुंचकर मरीजों का बेहतर उपचार कराने में जुट गए। मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर मृतकों के पहचान करवाने में जुटी है।
सीओ अतुल सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है। क्षतिग्रस्त बस को क्रेन की मदद से हाईवे से हटवाकर यातायात को चालू करवा दिया गया है। हादसा करने वाली गाड़ी मौके से फरार हो गई है। जिसकी तलाश की जा रही है।

हाथरस हादसा: एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर छह पर गिरी गाज, एसडीएम, सीओ समेत छह निलंबित हाथरस के सिकन्दराराऊ में बीते 2 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित दुर्घटना के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 2, 3 और 5 जुलाई को घटनास्थल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया। इसके अलावा, घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया। जिसके आधार पर एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है।

 

एसआईटी ने कहा है कि घटना में साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता है। मामले में गहन जांच की जरूरत है। हाथरस दुर्घटना आयोजकों की लापरवाही से हुई। भीड़ को आमंत्रण देकर पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किया गया था। स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया और वरिष्ठ अफसरों को समुचित जानकारी नहीं दी। जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम, सीओ व तहसीलदार सहित छह लोगों को निलंबित किया जा चुका है।मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग भी कार्यवाही शुरू कर चुका है। आयोजकों ने बिना पुलिस वेरिफिकेशन जिन लोगों को अपने साथ जोड़ा उससे अव्यवस्था फैली।

 

जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में ये मुख्य बातें कही:
– एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है।
– जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है।
– जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक तथा तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है। स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं।उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किये आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया।
– इन अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया। एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है। इसी क्रम में, उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकन्दराराऊ, थानाध्यक्ष सिकन्दराराऊ, तहसीलदार सिकन्दराराऊ, चौकी इन्चार्ज कचौरा एवं चौकी इन्चार्ज पोरा को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
– आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त एवं सुचारु व्यवस्था नहीं की गई। न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया।
– आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली।
– आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया। स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया।
– सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीकेटिंग अथवा पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए

अनियंत्रित हुई बस ने सात को रौंदा…चार की मौत, स्टेयरिंग फेल होने से हुआ हादसा हरदोई जिले में उन्नाव जा रही प्राइवेट बस बिल्हौर-कटरा मार्ग पर शेखवापुर पश्चिमी के पास अनियंत्रित हो गई। स्टेयरिंग फेल होने के कारण बस ने सड़क किनारे चारपाई पर बैठे सात लोगों को रौंद दिया। इनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई ,जबकि तीन लोग घायल हैं।

वहीं, बस में सवार तीन लोग भी घायल हुए हैं। घायलों में शामिल एक होमगार्ड को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पांच घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माधौगंज में इलाज किया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बस को क्रेन से हटवाया है।
घटना के बाद बस चालक भाग गया। बस में 30 सवारियां थीं। घटना की जानकारी पर जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक के सी गोस्वामी, सीएमओ डॉक्टर रोहताश कुमार आदि मौके पर पहुंच गए। फरार चालक की तलाश में टीमें लगाई गई हैं

छह महीने से घर के आसपास था सांप, बर्तन के बीच से निकला और बच्ची को डस लिया, मौत इंदौर में एक आठ साल की बच्ची को सांप ने डस लिया। सांप के डसने से बच्ची की मौत हो गई। पिता ने बताया कि छह महीने पहले भी वह घर के आसपास ही नजर आया था। तब हमें लगा था कि वह चला गया है।

इंदौर के तेजाजी नगर में बंशीलाल रहते हैं। उनकी आठ साल की बेटी ऋषिका बघेल को सांप ने काट लिया। बंशीलाल उसे लेकर अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने बातचीत में बताया कि रात में करीब आठ बजे के लगभग बेटी को सांप ने काट लिया था। वह उस समय डेयरी पर थे। पत्नी मनीषा ने फोन पर सूचना दी। वह बेटी को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां से डॉक्टरों ने एमवायएच भेज दिया। बंशीलाल ने बताया कि सांप बर्तनों के बीच बैठा था। बेटी का ध्यान नहीं गया। घटना के वक्त छोटी बेटी और एक बेटा भी कमरे में मौजूद था।पहले भी घर के पास दिखा था सांप
परिवार के मुताबिक सांप करीब छह माह पहले घर के पास दिखा था। तब हमें लगा कि वह यहां से चला गया होगा। बंशीलाल और उनका परिवार मूल रूप से कुक्षी का रहने वाला है। बंशीलाल कुछ साल पहले काम की तलाश में इंदौर आए

पीलीभीत में वायुसेना ने संभाला मोर्चा, बाढ़ में फंसे लोगों को किया एयरलिफ्ट; रेस्क्यू पीलीभीत जिले में बाढ़ के हालात इस हद तक बिगड़ गए कि प्रशासन को वायुसेना की मदद लेनी पड़ी। मंगलवार सुबह वायुसेना ने पूरनपुर के चंदिया हजारा क्षेत्र में पहुंचकर मोर्चा संभाला। 24 घंटे से बाढ़ में फंसे सात लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। प्रशासन का दावा है कि मंगलवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दो सौ लोगों का एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी और एसएसबी की टीमों ने रेस्क्यू किया। कहीं जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।लगातार हुई बारिश के बाद पहले शारदा नदी की बाढ़ का असर शुरू हो गया था। पूरनपुर और कलीनगर तहसील के तीस से अधिक गांव बाढ़ की चमेट में आ गए थे। सड़कें और घरों में पानी भर गया था। निचले इलाकों में पानी अधिक होने से लोग बुरी तरह फंस गए थे। पुलिस प्रशासन की टीम ने स्थिति पर नजर रखती रही। हालात बिगड़ने के बाद डीएम और एसपी की ओर से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पीएसी की टीम की मदद मांगी गई। करीब पांच टीमें जिले में पहुंची और बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू शुरू कर दिया था। चंदिया हजारा क्षेत्र से किया गया रेस्क्यू
सोमवार को ट्रांस शारदा क्षेत्र में रेस्क्यू किया गया था, लेकिन कई ऐसे इलाके थे जहां इन टीमों का पहुंचना भी मुश्किल हो गया था, जिसके बाद प्रशासन ने वायुसेना से संपर्क कर मदद मांगी। मंगलवार सुबह की वायुसेना का हेलीकॉप्टर पूरनपुर के चंदिया हजारा क्षेत्र में पहुंच गया।

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.