छतरपुर21जनवरी*.51.छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव नजदीक आते ही सक्रिय हुए दावेदार: 4 वर्ष रहे गायब अब आखिरी समय गांव-गांव का कर रहे दौरा.!!*
*पंकज पाराशर छतरपुर✍️*
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी संग्राम, राजनीति सच में कैसे लोगों के रंग बदलती है। यह चुनाव में देखने को मिलता है। बीते 4 वर्षों से छतरपुर जिले में कुछ नेताओं को छोड़कर किसी भी जनप्रतिनिधि के द्वारा कोई भी जनता की समस्याओं के समाधान हेतु ठोस प्रयास नहीं किया गया और ना ही किसी प्रकार से रोजगार उपलब्ध हो सके इसके लिए प्रयास किया गया जिले से विकास तो वास्तविक कोसों दूर है, लगातार जिले की जनता महानगरों की ओर पलायन कर रही है वही छतरपुर शहर के भी कई बड़े मुद्दे अधर में ही लटके हुए हैं। मेडिकल कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी बिल्डिंग तक नहीं बन पाई है। राजनेताओं के द्वारा कोरी घोषणा की गई l अमलीजामा के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया गया अब चुनाव इसी वर्ष होना है तो छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से दावेदार लोग गांव गांव में लोगों की चरण वंदना कर रहे हैं। इसके पूर्व यह नेता अपने धंधे बिजनेस में लगे रहे जनता समस्याओं से कराहती रही इन जनप्रतिनिधियों का जनता से कोई सरोकार नहीं रहा औपचारिकता पूरी करने के लिए मीडिया में बयानबाजी जरूर की जाती रही है। छतरपुर विधानसभा से दावेदार महिला नेत्री से लेकर राजनेता अपनी ठोस उम्मीदवारी दिखाने का दमखम भर रहे हैं। परंतु कयास यह लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी से किसी ऐसे उम्मीदवार को छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया जाना है जो लोगों के लिए आश्चर्यचकित होगा वर्तमान कांग्रेसी विधायक को भी भाजपा अपना उम्मीदवार बना सकती है क्योंकि भाजपा में छतरपुर विधानसभा क्षेत्र को लेकर भारी बवाल खड़ा होने के आसार भारतीय जनता पार्टी को लग रहे हैं इसलिए किसी ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया जा सकता है जो अन्य दलों का हो और भारतीय जनता पार्टी के दावेदारों को शांत किया जा सके। अब देखना दिलचस्प होगा कि किन के अरमान धरे के धरे रह जाते हैं, कौन भाजपा से छतरपुर विधानसभा का उम्मीदवार बनाया जा सकता है और कौन कांग्रेस के टिकट पर चुनावी समर में होगा l हाथी, साइकिल और निर्दलीय महारथी चुनावी समर में ताल ठोकेंगे l
TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR
More Stories
भागलपुर18अप्रैल24*डीएम ने नुक्कड़ नाटक को बताया प्रेरणादायक*
भागलपुर18अप्रैल24* मां मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी “
औरैया18अप्रैल24*जहां सम्मान नहीं वहां जाना नहीं – पं पुनीत मिश्र*सेहुद धाम पर सुनिये कथा रघुनाथ की का दूसरा दिन*