[30/10, 7:22 pm] +91 99191 96696: *मंझनपुर के पंचायत सचिव की पत्नी ने 95 लाख का खरीदा प्लांट*
*पंचायत सचिव के बेरोजगार पत्नी के पास अकूत संपत्ति आने के पीछे रहस्य क्या*
*कौशाम्बी।* भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की बात करने वाली योगी सरकार में सरकारी नुमाइन्दो की आर्थिक हैसियत इस कदर तेजी से बढ़ रही है कि लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है जिले के मंझनपुर विकासखंड क्षेत्र के गांव में तैनात एक पंचायत सचिव की पत्नी ने बीते दिनों प्रयागराज शहर में 95 लाख रुपए कीमत का प्लाट खरीदा है पंचायत सचिव की पत्नी के द्वारा महंगा प्लाट खरीदे जाने की चर्चा मंझनपुर विकासखंड में तेजी से हो रही है हालांकि पंचायत सचिव ईमानदारी की दुहाई देते हैं अब सवाल उठता है कि पंचायत सचिव के बेरोजगार पत्नी के पास करोड़ो की अकूत संपत्ति कहां से आई है प्लाट खरीदने के अलावा भी पंचायत सचिव ने अन्य स्थानों पर करोड़ों रुपए खर्च किया है पंचायत सचिव की बेरोजगार पत्नी के करोड़ों रुपए कमाई का क्या स्रोत है लेकिन इसका जवाब विकासखंड कार्यालय मंझनपुर में देने को कोई तैयार नहीं है सूत्रों के माने तो सरकारी योजनाओं में धांधली कर करोड़ों रुपए की अवैध कमाई में पंचायत सचिव लगे हैं मंझनपुर विकासखंड के पंचायत सचिव की पत्नी के जमीन खरीदने के मामले को अधिकारियों ने गंभीरता से लेकर पंचायत सचिव के कार्यकाल में कराए गए विकास योजनाओं की जांच कराई तो हकीकत से पर्दा उठना तय है हालांकि विकास योजना से जुड़े अधिकारी ईमानदारी और पारदर्शिता का हवाला दे रहे हैं लेकिन उसके बाद पंचायत सचिव की पत्नी ने करोड़ों रुपए जमीन मकान में खर्च किया है तो भ्रष्टाचार से उनके गहरे रिश्ते से इनकार नहीं किया जा सकता पंचायत सचिव के साथ-साथ योजना से जुड़े अन्य अधिकारियों की भी हैसियत तेजी से बढ़ी है विकास योजनाओं से जुड़े अधिकारियों की जांच कराए जाने की जरूरत है।
[30/10, 7:22 pm] +91 99191 96696: *प्रेम सम्बन्ध से नाराज माँ बहन और भाभी ने किशोरी को उतारा था मौत के घाट*
*बालिका की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसकी मां और बहन को किया गिरफ्तार*
*कौशाम्बी।* जिले के मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के तेजवापुर गांव के एक कुएं में 26 अक्टूबर को मिली किशोरी की लाश कंकाल में परिवर्तित हो चुकी थी बालिका की लाश के मामले में मंझनपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक किशोरी का गांव के ही किसी से प्रेम सम्बन्ध चल रहा था परिजनों के मना करने के बाद भी किशोरी अपने प्रेमी से मिलती रही, बदनामी के डर से किशोरी की मां, भाभी व छोटी बहन ने मिलकर उसकी हत्या कर दी, और लाश को गांव के किनारे कुएं में डाल दिया। 2 अक्टूबर को बालिका को भगा ले जाने के मामले में मंझनपुर कोतवाली पुलिस को ताहिर दी गई किसी को शक न हो इसलिए मां ने 14 अक्टूबर को उसके प्रेमी पर ही किशोरी को भगा ले जाने का आरोप लगाकर नामजद मुकदमा दर्ज करवा दिया 26 अक्टूबर को गांव के कुएं में लाश की सूचना से हड़कंप मच गया था,पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए हत्या में प्रयुक्त डंडा व कुल्हाड़ी बरामद करते हुए मामले में मृतक बालिका की माँ व छोटी बहन दोनो को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ किया है पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है पुलिस ने लिखा पढ़ी करने के बाद बालिका की मां और बहन को न्यायालय भेज दिया है जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है जबकि मृतक बालिका की भाभी अभी फरार चल रही है। जिसकी सरगर्मी से तलाश पुलिस कर रही है पुलिस के जांच के दौरान बेटी की हत्या करने वाली उसकी मां के ड्रामेबाजी ज्यादा देर तक नहीं चल सकी पुलिस ने जब आरोपियों पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल किया तो हत्या की कहानी से पर्दा उठ गया और पुलिस को गुमराह करने वाली बालिका की मां अपनी बेटी की हत्या की गुनहगार के आरोप में जेल भेज दी गई है।
[30/10, 7:33 pm] +91 88401 88542: *पीएम आवास में घूस ना देने पर दलित को पीटा*
*महगांव कौशांबी* चरवा थाना क्षेत्र के।नगर पंचायत चारवा निवासी रमेश पुत्र रामदेव को प्रधानमंत्री आवास मंजूर है उसका प्रधानमंत्री आवास मंजूर होने के बाद 29 अक्टूबर को गांव के दबंग उसके घर 20 हजार रुपए की घूस की रकम मांगने गए जिस पर रमेश ने घूस की रकम देने से इनकार किया जिससे बौखलाए दबंगों ने रमेश के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट किया है उसे जाति सूचक शब्दों से अपमानित करते हुए जान से मारने की धमकी दी है मामले की शिकायत उसने थाना पुलिस से करते हुए बताया कि दबंग का भाई भी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है
[30/10, 7:43 pm] +91 88401 88542: *जमीनी विवाद में बहन ने बहन को पीटा*
*महगांव कौशाम्बी* चरवा थाना क्षेत्र के हरदुआ गांव निवासी भगवानिया 29 अक्टूबर को अपने घर के बाहर झाड़ू लगा रही थी इसी बीच उसकी बहन गुड़िया निवासी जलालपुर शाना अपने पति के साथ पहुंची और भगवानिया को गाली गलौज करते हुए जमीन में पटक पटक कर मारा है भगवानिया का कहना है कि गुड़िया खेत का बटवारा मांग रही है और खेत का बंटवारा पहले हो चुका है मामले की शिकायत भगवानिया ने चरवा थाना पुलिस से की
[30/10, 9:13 pm] JayJay Bajarangabali: *अवैध तरीके से आतिशबाजी बेच रहे व्यक्ति के घर पर पुलिस का छापा*
*महेवाघाट कौशाम्बी* महेवा घाट थाना क्षेत्र के महेवा में तालिब पुत्र मोहम्मद अबरार अवैध तरीके से पटाखा की बिक्री करने में लगा था पुलिस को भनक लग गई 29 अक्टूबर को मौके पर पहुंची पुलिस ने तालिब के घर के अवैध आतिशबाजी की जांच की है
पुलिस की जांच के दौरान उसने बताया कि पटाखा रखने हेतु एसडीएम से अधिकार पत्र मांगा गया है उसने बताया कि मैं प्रत्येक वर्ष दीपावली में विक्रय हेतु प्रयागराज से पटाखा लाता हूं एवं इसकी परमिशन उप जिला मजिस्ट्रेट मंझनपुर के यहां से प्राप्त करता हूं इस वर्ष भी मैं अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र दिया है अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है..
[30/10, 10:06 pm] +91 88401 88542: *स्त्रियों के सौभाग्य का प्रतीक है करवा चौथ*
*करवा चौथ स्पेशल*
*कौशाम्बी* करवा चौथ का व्रत स्त्रियों के सौभाग्य का प्रतीक होता है और उनका यह मुख्य त्यौहार है और यह ब्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती हैं और यह करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है
करवा चौथ की कहानी है कि, देवी करवा अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के पास रहती थीं। एक दिन करवा के पति नदी में स्नान करने गए तो एक मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया और नदी में खिंचने लगा। मृत्यु करीब देखकर करवा के पति करवा को पुकारने लगे। करवा दौड़कर नदी के पास पहुंचीं और पति को मृत्यु के मुंह में ले जाते मगर को देखा असल में यह करवा नाम की एक दूसरी स्त्री की कहानी है, जिसने सावित्री की ही तरह अपने पति के प्राण यमराज से बचा लिए थे. तब यमराज ने करवा को उसकी पति श्रद्धा देखकर वरदान दिया था कि इस विशेष दिन को तुम्हारे नाम के व्रत से जाना जाएगा और जो स्त्री ऐसा व्रत करेगी उसका अखंड सुहाग बना रहेगा.
इसके साथ एक अन्य पौराणिक कथा यह भी है “की एक नगर में एक साहूकार रहता था । उसके सात पुत्र व एक पुत्री थी । सातों पुत्र अपनी बहन से बहुत प्रेम करते थे । कार्तिक महीने में जब कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आई तो साहूकार के परिवार की महिलाओं व उसकी बहन ने भी व्रत रखा जब रात्रि में साहूकार के बेटो ने अपनी बहन को भोजन करने के लिए कहा परंतु बहन ने भोजन करने से मना कर दिया और कहा कि आज मेरा व्रत है मैं चंद्र दर्शन के उपरांत ही भोजन करूंगी। भाइयों के द्वारा बहन का मुरझाया हुआ चेहरा देखा नहीं जा रहा था भाइयों के लाख आग्रह करने पर भी बहन ने उनकी बात नहीं मानी।तब सातों भाइयों ने मिलकर एक योजना बनाई बाहर जाकर पेड़ की ओट में आग लगा दी और उसके प्रकाश को बहन को दिखा कर कहा देखो बहन चांद निकल आया पूजा करके भोजन ग्रहण कर लो अपने भाइयों के द्वारा इस प्रकार चांद निकलने की बात को सुनकर बहन ने अपनी भाभियों से भी कहा कि आप लोग भी मेरे साथ पूजा कर लीजिए चांद निकल आया है परंतु उसकी भाभियों को अपने पतियों द्वारा की गई इस युक्ति के बारे में पता था । उन्होंने अपनी नंद को इस विषय में बताया परंतु बहन ने भाभियों की बात को न मानकर पूजन किए बिना अग्नि के प्रकाश को ही चंद्र का प्रकाश मानकर पूजन कर लिया और भोजन भी ग्रहण कर लिया । इस प्रकार उसका व्रत टूट गया । जिससे भगवान उससे नाराज हो गए उसके पति की हालत बिगड़ गई और हालत ज्यादा बिगड़ने के कारण मृत्यु हो गई । तब उसकी भाभियों ने सारी बातों से उसे अवगत कराया तब भाइयों को भी अपनी गलती का बहुत पछतावा हुआ उसकी बहन का अपने पति के प्रति विलाप सुनकर मां गौरी एक बुढ़िया का वेष बनाकर आई और बोली तुम्हे अपने पति के मृतशरीर को अगले करवा चौथ आने तक संभाल कर रखना होगा अगले वर्ष जब करवा चौथ आएगा तुम पूरे विधि विधान से पूजा करोगी और चंद्र दर्शन के पश्चात जल ग्रहण करोगी तब तुम्हारा पति जीवित हो जाएगा । उस कन्या ने बूढी औरत की कही हुई बात का अनुसरण करके ठीक वैसा ही किया व अगले वर्ष के करवा चौथ आने पर पूरी निष्ठा से विधि विधान के साथ पूजा किया तथा चंद्र दर्शन करने के बाद ही जल ग्रहण किया । जिससे उसके पति जीवित हो गए ।
उस दिन भगवान शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश एवं चन्द्रमा का पूजन महिलाएं करती हैं इस व्रत में व्रत कथा का बहुत अधिक महत्व होता है। चांद के दर्शन से पहले करवा चौथ व्रत कथा का पाठ अवश्य किया जाता है करवा चौथ की कहानी सुनने की आवश्यक चीजों में एक विशेष मिट्टी का बर्तन, जिसे भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है, पानी से भरा एक धातु का कलश, फूल, अंबिका गौर माता, देवी पार्वती की मूर्तियां और कुछ फल, मठरी और शामिल हैं। खाद्यान्न एक करवा, कलश या स्टील का गिलास पानी एक चम्मच दूध और चुटकी भर चीनी और चावल से भरा होता है। इसे शाम और चांद पूमा के लिए रखा जाता है और थाली के बाहर रखा जाता है।
करवा चौथ थाली में करवा या एक मिट्टी का बर्तन (शांति और समृद्धि का प्रतीक), एक दीपक या दीया, एक छलनी या छन्नी, एक लोटा या पानी का बर्तन, सिन्दूर मिठाई जैसे मठरी 10-12 टुकड़े होते हैं। चावल, करवा चौथ कथा पुस्तक और फल इनमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर और पानी होता है पूरे दिन निर्जला पर रखकर महिलाएं शाम को चंद्र दर्शन करके चंद्र देव को अर्थ देकर शंकर पार्वती गणेश कार्तिकेय के आराधना कर अपने पति के हाथों जल ग्रहण करती हैं और पति की दीर्घायु की कामना करती हैं।

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