May 13, 2024

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कौशाम्बी28अप्रैल24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर कुछ खास खबरें

कौशाम्बी28अप्रैल24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर कुछ खास खबरें

कौशाम्बी28अप्रैल24*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर कुछ खास खबरें

[28/04, 8:08 pm] +91 87075 65377: 🆚बीएसपी के नेशनल को ऑर्डिनेटर आकाश आनंद के खिलाफ सीतापुर में FIR दर्ज हो गई है। हिंसा के लिए उकसाने और भाषण में भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल के मामले में कोतवाली में केस दर्ज किया गया है।

आकाश पर ये पहला आपराधिक केस लिखा गया है।

आकाश आनंद ने सरकार को आतंकवादी कहा था। गद्दार और चोरों की सरकार जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। स्पीच के वक्त वो काफी आक्रामक थे।

आज बीएसपी के उम्मीदवार महेंद्र यादव के समर्थन में आकाश की सभा थी।

#Sitapur @AnandAkash_BSP @bspindia #LokSabhaElections2024    #BJP
[28/04, 8:12 pm] +91 99191 96696: *अदालत के निर्णय को थाने के अपराध रजिस्टर में नहीं दर्ज करते थानेदार*

*अदालत का मृतक फगुवारे के खुलेआम घूमने के बाद उस पर कार्रवाई करने से थाना पुलिस ने खड़े किए हाथ*

*अभियुक्त द्वारा किए गए हेरा फेरी के इस मामले को उजागर करना पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है*

*कौशांबी।* अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश करने वाली थाना पुलिस मुकदमा की सुनवाई के दौरान अदालत के निर्णय को थाने के अपराध रजिस्टर में नही दर्ज करती है जिससे पुलिस को यह नहीं पता कि कितने मुकदमे अदालत में लम्बित है और कितने मुकदमे का निस्तारण हो गया है इतना ही नहीं किस मुकदमे में सुनवाई के दौरान अभियुक्त की मौत हो गई है जिससे अदालत में मुकदमे की पत्रावली बंद हो गई इस बात का भी जिक्र थाना के अपराध रजिस्टर में पुलिस द्वारा नहीं किया जाता है जिसका फायदा शातिर अपराधी उठाते हैं और अदालत में मृतक घोषित हो जाते हैं थाने के रजिस्टर में वह जीवित रह जाते हैं जिससे दोबारा इन शातिर अपराधी पर थाना पुलिस कार्रवाई नहीं करती है जबकि वास्तविकता में वह जीवित होते हैं और समाज का अमन चैन खराब करते हैं जब मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों से शिकायत होती है तो थाना पुलिस जांच के दौरान यह कह देती है कि पुलिस के अपराध रजिस्टर में उपरोक्त अपराधी मृतक नहीं घोषित है और उसे अदालत की कार्यवाही का पता नहीं है जबकि अदालत में झूठे तरीके से मृतक घोषित हो चुका है।

लोगों ने पुलिस अधिकारियों से सवाल उठाया है कि अदालत की पत्रावली में की गई कार्यवाही का पूरा विवरण पुलिस के अपराध रजिस्टर में दर्ज करने की जिम्मेदारी किसकी है मुकदमे की वर्तमान में क्या स्थिति है थानेदार को जानकारी नहीं हो पाती है तो उनका गुनाह क्या है आखिर आला अधिकारियों के निर्देश पर मुकदमे की पैरवी में थाना पुलिस क्या कर रही है जबकि हकीकत में अदालत की कार्यवाही से थाना पुलिस को जानकारी ही नहीं है इसी तरह का एक ताजा मामला पश्चिम शरीरा थाने के अभियुक्त फगुआरे का सामने आया है फगुआरे को थाना पुलिस ने तमंचा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था जहां से जेल भेज दिया गया था यह मामला थाने के अभिलेखों में दर्ज है जेल जाने के बाद जमानत प्रार्थना पत्र में सुनवाई के दौरान अदालत ने फगुवारे को जमानत दे दी है जमानत पर रिहा होने के बाद फगुवारे अदालत में नहीं हाजिर हुआ जिस पर उसके खिलाफ अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया गिरफ्तारी वारंट के बाद तत्कालीन थानेदार ने अदालत को सूचना भेज दी कि वारंटी फगुआरे की मौत हो गई है जिस पर तमंचा के इस आरोपी की पत्रावली अदालत से बंद हो गई है लेकिन पुलिस अभिलेख में फगुवारे अभी जिंदा है इसका जिक्र वर्तमान थानेदार ने अधिकारियों को भेजे ट्विटर की सूचना में किया है खुलेआम इलाके में फगुवारे जीवित होकर टहल रहा है हकीकत में फगुआरे अभी जीवित है।

अदालत से मृतक और खुलेआम जिंदा घूमने वाले फगुवारे के मामले की शिकायत ट्विटर के माध्यम से पुलिस अधिकारियों को की गई तो वर्तमान थानेदार ने यह कह कर शिकायत का निस्तारण कर दिया कि फगुवारे को पुलिस अभिलेख में मृतक नहीं घोषित किया गया है और अभिलेख में भी फगुवारे मृतक नहीं है अब सवाल उठता है कि अदालत की पत्रावली में मृतक घोषित होने वाले फगुवारे को थाना के अभिलेखों में कब और किन परिस्थितियों में मृतक दर्ज किया जाएगा इस जीवित फगुवारे के जीवित रहने के मामले को आखिर थाना पुलिस कब खुलासा करेगी इतने गंभीर प्रकरण पर भी पुलिस अधिकारी गंभीर नहीं है यदि इस प्रकरण पर पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया तो फगुआरे को मृतक घोषित करने वाले तत्कालीन थानेदार पर कठोर कार्रवाई होगी इतना ही नहीं फगुआरे के तमंचे के मुकदमा की सुनवाई फिर से शुरू होगी और उस पर हेरा फेरी धोखाधड़ी का भी मुकदमा दर्ज होगा वर्तमान थानेदार द्वारा पुलिस अधिकारियों को ट्विटर के माध्यम से सूचना भेजी गई है कि पुलिस अभिलेख में फगुवारे की मौत नहीं है लेकिन इस मामले में थानेदार ने पुलिस अधिकारियों को यह नहीं बताया कि इस मुकदमे की मॉनिटरिंग कितने वर्ष पहले से नहीं की गई है आखिर मुकदमे की सुनवाई के दौरान अदालत द्वारा निर्णय की जानकारी करने की जिम्मेदारी क्या वर्तमान थानेदार की नहीं है या फिर अभियुक्त द्वारा किए गए इस हेराफेरी के मामले को उजागर करना पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है संपूर्ण प्रकरण को यदि अधिकारियों ने गंभीरता से लिया तो जहां फगुवारे की मुसीबत बढ़ेगी वहीं पूर्व थानेदार के साथ-साथ वर्तमान थानेदार की भी मुसीबत बढ़ना तय हैं।

[28/04, 8:12 pm] +91 99191 96696: *माइक्रो आब्जर्वर को दिया गया प्रथम प्रशिक्षण*

*कौशाम्बी।* लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए आज उदयन सभागार में कुल 242 माइक्रो आब्जर्वर को प्रथम प्रशिक्षण दिया गया।

मुख्य विकास अधिकारी प्रभारी अधिकारी (कार्मिक) डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अरुण कुमार गोंड ने सभी माइक्रो आब्जर्वर को उनके कार्यों/ दायित्वों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ट्रेनर राकेश कुमार सिंह एवं विकास पाण्डेय ने माइक्रो आब्जर्वर को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि माइक्रो आब्जर्वर वे पर्यवेक्षक होते हैं,जिन्हे मतदान के दिन मतदान केन्द्र में उपस्थित होकर मतदान प्रक्रिया एवं मतदान दल के आचरण का अवलोकन करना होता है ताकि मतदान प्रक्रिया की स्वतन्त्रता एवं निष्पक्षता प्रभावित न हो।

ट्रेनर राकेश कुमार सिंह एवं विकास पाण्डेय द्वारा माइक्रो आब्जर्वर को उनके कार्यों/ दायित्वों के बारे में विस्तृत जानकारी/ प्रशिक्षण देते हुए कहा कि माइक्रो आब्जर्वर सामान्य पर्यवेक्षक के नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण में कार्य करेंगे तथा आवंटित मतदान केन्द्रों में संचालित समग्र निर्वाचन प्रकिया का अवलोकन करेंगे। मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण/अवलोकन करेंगे। मॉक पोल की प्रक्रिया का निरीक्षण करेंगे। मतदान अभिकर्ताओं/ निर्वाचन अभिकर्ताओं या किसी राजनीतिक दल द्वारा की गयी शिकायतों को ट्रैक करेंगे तथा शिकायत की प्रकृति एवं गम्भीरता को भी समझेंगे। जब भी माइक्रो आब्जर्वर को लगे कि किसी कारण से निर्वाचन प्रक्रिया का पालन भारत निर्वाचन आयोग के नियमानुसार नहीं हो रहा, हो तो सामान्य पर्यवेक्षक को तत्काल सूचित करेंगे। सामान्य आब्जर्वर द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करेंगे। मॉक पोल के दौरान मतदान अभिकर्ताओं एवं राजनीतिक दलों की उपस्थिति पर नजर रखेंगे। यह देखेंगे कि सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा मतदान केन्द्र का दौरा/भ्रमण किया जा रहा है या नहीं। यह देखेंगे कि मतदान केन्द्र के भीतर कोई अनधिकृत व्यक्ति प्रवेश तो नहीं कर रहा आदि जानकारी/ प्रशिक्षण दिया गया इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह, जिला विकास अधिकारी विजय कुमार तथा तकनीकी सहायक प्रशिक्षण दिलीप कुमार वर्मा उपस्थित रहें।

[28/04, 8:14 pm] +91 99191 96696: *डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में सिखाए जीत के मंत्र*

*कौशाम्बी।* भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पश्चिम शरीरा पहुंचे,डिप्टी सीएम ने बूथ अध्यक्षों के साथ बैठक कर उन्हे पार्टी द्वारा दिए गए संदेश को बताया और जीत का मंत्र दिया।

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बूथ स्तर के पदाधिकारियों को कहा कि बूथ ही वह पहली सीढ़ी है जहा से मत का प्रयोग कर सदन में सांसद और विधायक भेज जाते है,उन्होंने कहा कि जिसका बूथ मजबूत होता है उसकी पार्टी मजबूत होती है।उन्होंने कहा कि बूथ के पदाधिकारी गांव के एक एक मतदाता तक सरकार की योजनाओं की जानकारी दे सकते है और उन्हे उनका लाभ दिला सकते है।

डिप्टी सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में गांव के स्कूलो में भूसा भरने का काम होता था,और भाजपा सरकार में कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों का कायाकल्प किया गया है।डिप्टी सीएम ने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला और बूथ स्तर के पदाधिकारियों से पार्टी के पक्ष में वोट डलवाने की अपील की।

[28/04, 8:14 pm] +91 99191 96696: *आवारा पशुओं से निजात न मिलने से भाजपा से नाराज दिख रहे किसान*

*किसानों ने कहा कि भाजपा आई तो आवारा पशुओं से खेत की फसल का फिर होगा बड़ा नुकसान*

*कौशाम्बी।* बीते 10 वर्षों से आवारा पशुओं पर रोक लगाने का बार-बार निर्देश भाजपा सरकार दे रही है लेकिन भाजपा की सरकार में ही उनके अधिकारी 10 वर्षों से आवारा पशुओं पर रोक नहीं लगा पाए हैं अधिकारियों के मनमानी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा है और किसानों की खेत की फसल को आवारा पशु बर्बाद करते चले आ रहे हैं जिससे किसानों के सामने तमाम दिक्कतें खड़ी हो गई है भाजपा की सरकार में बार-बार लगातार आवारा पशु पर रोक लगाए जाने के मांग किसानों द्वारा की जाती रही लेकिन अधिकारियों ने आवारा पशुओं पर रोक नहीं लगाई है किसानों ने आवारा पशुओं पर रोक लगाए जाने के लिए सांसद विधायक के दरबार पर भी फरियाद की लेकिन मामला शून्य रहा जिससे किसानों की फसल आवारा पशु बर्बाद करते रहे इस संबंध में जब सैकड़ो किसानों से बात की गयी तो उनका कहना है कि यदि आने वाले दिनों में फिर से भाजपा की सरकार बनी तो आवारा पशुओं से निजात मिलना मुश्किल हो जाएगा और आवारा पशु खेत की फसल बर्बाद करते रहेंगे इसलिए आवारा पशुओं से निजात पाने के लिए भाजपा से दूरी बनानी होगी किसानों ने निर्णय किया है कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकना होगा जिससे आवारा पशुओं से निजात मिल सके और फसल की बर्बादी ना हो।

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