[5/27, 16:59] +91 99560 00981: *बहुत ही महत्व पूर्ण बाते मेरे मन में आई जो मै आप सभी लोगो के बीच लिख रहां हूं*
*ये कहानी नही है ये सच्ची इतीहास की बाते है*
जब मुगलों ने पूरे भारत को एक किया तो इस देश का नाम कोई इस्लामिक नहीं बल्कि ‘हिन्दुस्तान’ रखा, हाँलाकि इस्लामिक नाम भी रख सकते थे, कौन विरोध करता ?
जिनको इलाहाबाद और फैजाबाद चुभता है वह समझ लें कि मुगलों के ही दौर में ‘रामपुर’ बना रहा तो ‘सीतापुर’ भी बना रहा। अयोध्या तो बसी ही मुगलों के दौर में। ‘राम चरित मानस’ भी मुगलिया काल में ही लिखी गयी।
आज के वातावरण में मुगलों को सोचता हूँ, मुस्लिम शासकों को सोचता हूँ तो लगता है कि उन्होंने मुर्खता की। होशियार तो ग्वालियर का सिंधिया घराना था, होशियार मैसूर का वाडियार घराना भी था और जयपुर का राजशाही घराना भी था तो जोधपुर का भी राजघराना था।
टीपू सुल्तान हों या बहादुरशाह ज़फर,,, बेवकूफी कर गये और कोई चिथड़े चिथड़ा हो गया तो किसी को देश की मिट्टी भी नसीब नहीं हुई और सबके वंशज आज भीख माँग रहे हैं। अँग्रेजों से मिल जाते तो वह भी अपने महल बचा लेते और अपनी रियासतें बचा लेते, वाडियार, जोधपुर, सिंधिया और जयपुर राजघराने की तरह उनके भी वंशज आज ऐश करते। उनके भी बच्चे आज मंत्री विधायक बनते।
यह आज का दौर है, यहाँ ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदेमातरम’ कहने से ही इंसान देशभक्त हो जाता है, चाहें उसका इतिहास देश से गद्दारी का ही क्युँ ना हो।
बहादुर शाह ज़फर ने जब 1857 के गदर में अँग्रैजों के खिलाफ़ पूरे देश का नेतृत्व किया और उनको पूरे देश के राजा रजवाड़ों तथा बादशाहों ने अपना नेता माना। भीषण लड़ाई के बाद अंग्रेजों की छल कपट नीति से बहादुरशाह ज़फर पराजित हुए और गिरफ्तार कर लिए गये।
ब्रिटिश कैद में जब बहादुर शाह जफर को भूख लगी तो अंग्रेज उनके सामने थाली में परोसकर उनके बेटों के सिर ले आए। उन्होंने अंग्रेजों को जवाब दिया कि – “हिंदुस्तान के बेटे देश के लिए सिर कुर्बान कर अपने बाप के पास इसी अंदाज में आया करते हैं।”
बेवकूफ थे बहादुरशाह ज़फर। आज उनकी पुश्तें भीख माँग रहीं हैं।
अपने इस हिन्दुस्तान की ज़मीन में दफन होने की उनकी चाह भी पूरी ना हो सकी और कैद में ही वह “रंगून” और अब वर्मा की मिट्टी में दफन हो गये। अंग्रेजों ने उनकी कब्र की निशानी भी ना छोड़ी और मिट्टी बराबर करके फसल उगा दी, बाद में एक खुदाई में उनका वहीं से कंकाल मिला और फिर शिनाख्त के बाद उनकी कब्र बनाई गयी ! सोचिए कि आज “बहादुरशाह ज़फर” को कौन याद करता है ? क्या मिला उनको देश के लिए दी अपने खानदान की कुर्बानी से ?
ऐसा इतिहास और देश के लिए बलिदान किसी संघी का होता तो अब तक सैकड़ों शहरों और रेलवे स्टेशनों का नाम उनके नाम पर हो गया होता।
क्या इनके नाम पर हुआ ?
नहीं ना ? इसीलिए कहा कि अंग्रेजों से मिल जाना था, ऐसा करते तो ना कैद मिलती ना कैद में मौत, ना यह ग़म लिखते जो रंगून की ही कैद में लिखा :
लगता नहीं है जी मेरा उजड़े दयार में,
किस की बनी है आलम-ए-नापायदार में।
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाये थे चार दिन,
दो आरज़ू में कट गये, दो इन्तेज़ार में।
कितना है बदनसीब ‘ज़फर’ दफ्न के लिए,
दो गज़ ज़मीन भी न मिली कू-ए-यार में॥
[5/27, 17:56] +91 99191 96696: *दूसरे से सफाई करवाने वाले सफाई कर्मी को बर्खास्त किए जाने की मांग*
*कौशाम्बी।* बिकास खण्ड चायल के बालीपुर टाटा ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मी नेता बन चुका है और वह प्रत्येक महीने फर्जी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद सरकारी खजाने से वेतन ले रहा है मामले में एडीओ पंचायत चायल की भूमिका सवालों के घेरे में है गांव में अधिक गंदगी व्याप्त होने पर जब ग्रामीण हो हल्ला मचाते हैं तो दैनिक वेतन पर एक मजदूर को लगाकर सफाई कर्मी बलीपुर टाटा गांव के कुछ हिस्से की सफाई करा कर फिर सफाई कर्मी गायब हो जाता है जिससे पूरे गांव में गंदगी व्याप्त है नालियां बजबजा रही है और नालियों का गंदा कीचड़ गलियों में बह रहा है गांव में गंदगी व्याप्त होने से जहां महामारी की बीमारी फैलने की आशंका है वहीं लोगों को गलियों में निकलने में दिक्कतें होती हैं पूरा गांव नर्क बना हुआ है खुद वेतन लेने वाले सफाई कर्मी के डियूटी न करने के मामले में ग्रामीणों ने कहा है कि कामचोर सफाई कर्मी को सेवा से बर्खास्त कर दूसरे की नियुक्ति कराई जाए
[5/27, 19:33] +91 99191 96696: *नाबालिग बालिका से हरकत करने वाला युवक 7 दिन बाद भी नहीं गया जेल*
*कौशाम्बी।* पिपरी थाना क्षेत्र के महमूदपुर मनौरी कस्बे में कक्षा 6 में पढ़ने वाली एक नाबालिग बालिका के साथ अश्लील हरकत करने वाले युवक के कारनामे पर पिपरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन घटना को 7 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी युवक को पुलिस ने जेल नहीं भेजा है परिजनों ने बताया कि 20 मई की रात्रि 10:00 बजे नाबालिग बालिका उम्र लगभग 11 वर्ष घर के बाहर बंधे जानवर को रोटी खिलाने गई थी इसी बीच आरोपी युवक उससे दुराचार करने की नियत से बालिका को खींच ले गया था बालिका के हो हल्ला मचाने पर परिजन मौके पर पहुंचे तो आरोपी युवक धमकी देते हुए भाग गया है आरोपी युवक लगातार बालिका के मोबाइल में फोन पर अश्लील हरकत कर रहा है इसके पहले भी कस्बे की अन्य बालिकाओं के साथ युवक अश्लील हरकत कर चुका है मामले की सूचना परिजनों ने पुलिस को दिया लेकिन घटना को एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपी युवक को पुलिस ने जेल नहीं भेजा है जिससे चौकी पुलिस पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं पीड़ित परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर चायल चौकी पुलिस के कारनामे को बताते हुए आरोपी युवक पर कार्यवाही की मांग की है
[5/27, 19:33] +91 99191 96696: *बकरा चोर को पकड़ कर पुलिस ने छोड़ा*
*कौशाम्बी।* मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के शमशाबाद पुलिस चौकी इंचार्ज पर बकरा चोर को पकड़कर छोड़ने का आरोप पीड़ित परिजनों ने लगाया है जानकारी के मुताबिक दर्शन लाल सोनकर पुत्र बच्चन लाल सोनकर निवासी तैयबा पुर पुलिस चौकी शमशाबाद कोतवाली मंझनपुर ने बताया कि 7 दिनों पूर्व दो बकरा चोरी हो गया था आरोपी को नामजद करते हुए मामले की सूचना पीड़ित ने चौकी पुलिस को दिया जिस पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया शिकायतकर्ता का कहना है कि आरोपी लगातार इलाके में बकरा चोरी की घटना में लिप्त है और अधूरे नंबर की बाइक से बकरा चोरी कर वह घर लाता है इस काम में उसके कई अन्य साथी भी शामिल है शिकायतकर्ता का कहना है कि गांव से पांच बकरा चोरी हो चुके हैं और पकड़े गए आरोपी युवक को पुलिस ने पकड़ने के बाद भी छोड़ दिया है पीड़ित ने पुलिस आला अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बकरा चोर पर कार्रवाई की मांग की है
 
 
 
 

 
                   
                   
                   
                  
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