July 5, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

कौशाम्बी07अक्टूबर*गरीब को नहीं मिला पीएम आवास बारिश ने छीन ली झोपड़ी*

कौशाम्बी07अक्टूबर*गरीब को नहीं मिला पीएम आवास बारिश ने छीन ली झोपड़ी*

कौशाम्बी07अक्टूबर*गरीब को नहीं मिला पीएम आवास बारिश ने छीन ली झोपड़ी*

*डींग हांकने वाले नेता अधिकारी भी नहीं पहुंचे आवास गिरने के बाद हाल जानने*

*आवासविहीन लोगों के रहने के लिए बनाए गए रैन बसेरा में अधिकारी और नेताओं का हुआ कब्जा*

*कल्यानपुर कौशाम्बी* गरीबों को आवास देने की योजना जिले में धराशाही होती दिख रही है आवास योजना में जमकर धांधली और विभागीय रहमों करम पर अपात्र लोग आवासीय योजना का लाभ उठा रहे हैं गरीब कमजोर आवास विहीन जरूरतमंद लोगों को पीएम आवास नहीं मिल पाता है जिले से लेकर शासन तक आवास दिलाने की गुहार लगाने के बाद भी जरूरतमंद और पात्र आवास पाने से वंचित रह जाते हैं सरकार और उनके नुमाइंदे आवास वितरण का कितना भी ढिंढोरा पीट ले लेकिन आवास योजना से पात्र वंचित रह गए हैं इसी तरह का एक मामला सिराथू तहसील क्षेत्र के कल्यानपुर में देखने को मिला है जहां गरीब को तमाम प्रयास के बाद भी आवास नहीं मिल सका है दशहरा के समय अधिक बारिश के चलते गरीब का खंडहरनुमा कच्चा घर झोपड़ी गिर कर धराशाही हो गयी है जिससे अब उसके सामने रहने की दिक्कत आ गई है खुले आसमान के नीचे परिवार जिंदगी के गुजर रहे हैं गरीबों को रहने के लिए सरकार ने करोड़ों खर्च कर रेनबसेरा बनाया है लेकिन रेन बसेरा भी अधिकारियों और नेताओं के कब्जे तक सीमित रह गया है गरीबों को रैन बसेरा में रहने की व्यवस्था नहीं हो पाती है

यह कोई पहला मामला नहीं है इसके पहले भी तमाम कच्चे घर और झोपड़ी बरसात में गिर चुकी है गांव क्षेत्र में तमाम लोग अभी भी कच्चे घर और झोपड़ियों में जीवन गुजारने को विवश हैं तहसील सिराथू के कल्यानपुर में टार्जन पुत्र शीतल पासी का कच्चा मकान भारी बारिश में बीती रात गिर गया है रहने के लिए उस गरीब के पास कोई छत नहीं बची है दूसरे के घर में रहने को वह मजबूर है। लेकिन कितने दिन तक दूसरे के घर में वह रह पाएगा कुछ दिन बाद दूसरा भी उसे डांट कर भगा देगा तब मजबूर होकर वह खुले आसमान के नीचे जिंदगी गुजारे गा इस गरीब की तरफ ध्यान देना तो दूर कोई पूछने तक कोई जिम्मेदार अधिकारी और उनके प्रतिनिधि नही पहुँचे है कि घर गिर जाने के बाद इस गरीब की क्या हालत है मंच पर बड़े-बड़े भाषण देने वाले नेता और जनप्रतिनिधि भी गरीब की मुसीबत पर उसका हाल लेने नहीं पहुंचे हैं जिससे उनके लंपटता का अंदाजा लगाया जा सकता है

 

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.