कौशाम्बी05दिसम्बर22*सामान्य वर्ग की महिलाओं को कौशांबी जिले में चुनाव में नहीं मिला मौका*
*नगर पालिका नगर पंचायत के आरक्षण सूची में सामान्य वर्ग की महिला के साथ शासन ने किया पक्षपात*
*कौशांबी।* नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के आरक्षण की सूची शासन ने जारी कर दी है 50% से कम आरक्षण दिए जाने के नियम के बावजूद नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के आरक्षण सीट पर कौशाम्बी जनपद में नियम विरुद्ध तरीके से 80% आरक्षित कर दिया गया है आखिर नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के आरक्षण में नियमावली का पालन कौशांबी जिले में क्यों नहीं किया गया है इसके पीछे नगर निकाय की क्या मंशा है
कौशांबी जिले के नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद की जारी सूची के अनुसार अनुसूचित जाति के लिए चायाल और चरवा नगर पंचायत घोषित की गई है वही नगर पालिका परिषद मंझनपुर और पूरब पश्चिम सरीरा नगर पंचायत कौ अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित घोषित की गई है 4 सीटों पर अनुसूचित जाति का आरक्षण है सराय अकिल अझुवा और कड़ा धाम नगर पंचायत को अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित की गई है सिराथू नगर पंचायत को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण दिया गया है चार नगर पंचायतों में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने का शासन ने निर्णय किया है जबकि करारी नगर पंचायत अनारक्षित और नगर पालिका परिषद भरवारी को अनारक्षित घोषित किया गया है ऐसे में जिले में नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत मिलाकर 10 स्थान पर चुनाव होने हैं जिनमें 4 सीटों पर पिछड़ा वर्ग और चार सीट पर अनुसूचित जाति को आरक्षित किया गया है नगर पंचायत करारी और नगर पालिका परिषद भरवारी को अनारक्षित घोषित किया गया है जिस पर सभी वर्ग के चुनाव लड़ सकते हैं सामान्य वर्ग की महिला के लिए नगर पालिका और नगर पंचायत में आरक्षण की घोषणा शासन ने नहीं की है जिससे कौशांबी जनपद में सामान्य वर्ग की महिलाओं को चुनाव लड़ने से साफ तौर पर सरकार ने रोक लगा दी है सामान्य वर्ग की महिलाओं के साथ यह उपेक्षा और पक्षपातपूर्ण का रवैया घोर निंदा का विषय है आखिर योगीराज में सामान्य वर्ग की महिलाओं के साथ क्यों उपेक्षा की गई है या बड़ी जांच का विषय है

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