June 29, 2025

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कुशीनगर11फरवरी24*प्रदीप सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, आरटीआई कार्यकर्ता एसोसिएशन*

कुशीनगर11फरवरी24*प्रदीप सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, आरटीआई कार्यकर्ता एसोसिएशन*

कुशीनगर11फरवरी24*प्रदीप सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, आरटीआई कार्यकर्ता एसोसिएशन*

*👉 जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय कुशीनगर में भ्रष्टाचार चरम पर, वर्षो से अंगद की तरह पाव जमाये दो कर्मचारियों के बलबूते जिले में फैला भ्रष्टाचार का साम्राज्य*

*👉डीपीआरओ कार्यालय कुशीनगर में 15 वर्षो से अधिक समय से सम्बद्ध है ग्राम पंचायत अधिकारी, संतोष कुमार त्रिपाठी*

*👉शासनादेश के अनुसार निलंबन की दशा में ही मुख्यालय से सम्बद्ध हो सकते है ग्राम पंचायत अधिकारी।*

*👉2016 में रिश्वत लेने के आरोप में जेल की यात्रा कर चुके कनिष्ठ लिपिक राहुल सिंह 18 वर्षो से अधिक समय से जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय कुशीनगर कार्यालय में है तैनात*

*👉इन दोनों कर्मचारियों के बलबूते डीपीआरओ कार्यालय व इनसे जुड़े शासन की योजनाओं में फल फूल रहा भ्रष्टाचार का कारोबार, चर्चाओं का बाजार गर्म*

*चर्चा है कि अगर किसी ने किसी कर्मचारी के खिलाफ या भ्रष्टाचार की कोई शिकायत की तो इन दोनों कर्मचारियों की परिक्रमा के बाद उक्त जांच ही ठंडे बस्ते में डाल दी जाती है*

*जिले में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले जनक व कमाऊ पूत के रूप में ख्यातिप्राप्त हैं उक्त दोनों कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदारों की चुप्पी पर भी उठ रहे सवाल*

*आखिर तमाम शिकायत, आरोप के बाद भी इनका अंगद की तरह पाव जमाये रहना चर्चा का विषय*

*👉जांच रिपोर्ट समय से आ जाने के बावजूद भ्रष्टाचार में संलिप्त दोषियों से डीलिंग करके पत्रावली महीनों महीनों दिन तक डीपीआरओ महोदय के संज्ञान से दूर रखती है यह युगल जोड़ी।*

ऐसा ही वाकया हुआ सूचना का अधिकार कार्यकर्ता एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री प्रदीप सिंह के साथ हुआ, उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह वह ग्राम पंचायत बभनौली में हुए दो जांच रिपोर्ट के सम्बंध में डीपीआरओ कुशीनगर से मिलकर प्रगति रिपोर्ट जानने पहुँचे तो डीपीआरओ महोदय ने इन दोनों जांच रिपोर्ट के सम्बंध में अनभिज्ञता जाहिर किया। जबकि एक जांच रिपोर्ट 23 दिसम्बर 2023 को और दूसरी जांच रिपोर्ट 10 जनवरी 2024 को जांच अधिकारी महोदय ने डीपीआरओ कार्यालय को रिसीव करा दिया हैं। दोनों जांच में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है और सरकारी धन का कूटरचित दस्तावेज के सहारे गबन की पुष्टि हुई है। बावजूद इस पर कार्यवाही कराने के बजाय, राहुल सिंह नामक कर्मचारी पत्रावली दबा कर दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे है। जब मामला मेरे द्वारा डीपीआरओ महोदय के संज्ञान में दिलाया गया तो डीपीआरओ महोदय ने कार्यवाही का आश्वासन दिया। श्री सिंह ने चेतावनी देते हुए बताया कि जल्द ही राहुल सिंह और संतोष कुमार त्रिपाठी की शिकायत शासन स्तर पर की जायेगी।

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