कानपुर25फरवरी* दागी पुलिकर्मियों का जुआ कनेक्शन: वसूली बंद होने पर सिपाहियों ने लूटा, जुआ कराने वाले थानेदार ने एफआईआर कर भेजा जेल*
उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन पुलिस कर्मियों के व्यापारी से लूट के मामले में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। ये पूरा मामला सिर्फ व्यापारी से 5.30 लाख की लूट का नहीं बल्कि जुआरियों से मिलने वाली महीने की वसूली के बंदर बांट के विवाद भी है।
क्राइमब्रांच के दागी कांस्टेबल ने महीने की वसूली बंद होने पर दबिश देकर जुआ लूट लिया। महीना लेकर जुआ खिलाने की अनुमति देने वाले थानेदार ने गुस्सा होकर जुआरियों के पक्ष से मुकदमा दर्ज करवा दिया और तीनों पुलिस कर्मी को अरेस्ट करके जेल भेज दिया। लूटकांड के पीछे की सच्चाई सामने आने के बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठा दी है।
*अब आपको सिलसिलेवार बताते हैं, पुलिस कर्मियों के लूटकांड की कहानी …*
*थानेदार ने मोटी रकम देने वाले जुआरियों का दिया साथ*
सचेंडी में तीन पुलिस कर्मियों के मिलकर व्यापारी सत्यम शर्मा से 5.30 लाख रुपए लूट लिया था। मामले में सचेंडी पुलिस ने लूट करने वाले तीन पुलिस कर्मी दरोगा यतीश कुमार, रोहित सिंह और हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे को अरेस्ट करके शुक्रवार को जेल भेज दिया था।
मामले शुक्रवार को तीनों पुलिस कर्मी जेल गए तो पुलिस महकमें में अंदर ही अंदर इसका विरोध हुआ। पुलिस अफसरों ने गोपनीय रूप से मामले की जानकारी की। तब पता चला कि मामला सिर्फ लूट का नहीं बल्कि जुआरियों से मिलने वाली वसूली के बंदरबांट का है। पुलिस कर्मियों के जुआरियों से मिलने वाली मोटी रकम को लेकर विवाद है। महीने की वसूली बंद होने पर हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे ने दो दरोगाओं के साथ सचेंडी नहर पर छापेमारी करके साढ़े पांच लाख का जुआ लूट लिया था। उधर महीने में दो लाख रुपए लेकर जुआ खिलवाने वाले थानेदार को यह बात इतनी नागवार गुजरी की एक जुआरी से तहरीर लेकर लूट का मुकदमा दर्ज किया और तीनों को जेल भेज दिया।
*बंद कर दिया था दागी कांस्टेबल का महीना*
दागी कांस्टेबल अब्दुल राफे पहले क्राइमब्रांच में तैनात था। इसके चलते जुआरी क्राइमब्रांच में भी हर महीने मोटी रकम दागी कांस्टेबल के जरिए पहुंचाते थे। लेकिन क्राइम ब्रांच भंग होने और अब्दुल राफे की वेस्ट जोन में तैनाती होने के बाद महीना देना बंद कर दिया था। जुआरियों को भरोसा था कि थानेदार से उनकी तगड़ी साठगांठ है कुछ नहीं होगा। महीना बंद होने से नाराज दागी कांस्टेबल ने दो दरोगाओं के साथ मिलकर दबिश दी और जुआ लूट लिया था। इसके साथ ही महीना नहीं मिलने पर जुआरियों को जेल भेजने की धमकी दी थी।
*लूटकांड में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बैठाई जांच*
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि थानेदार और लूट में जेल भेजे गए पुलिस कर्मियों के बीच जुए की फड़ से मिलने वाली वसूली को लेकर झगड़ा सामने आया है। मामले में एक जांच कमेटी गठित करके जांच बैठा दी गई है। जांच में सब साफ हो जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर सभी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
*इस तरह सामने आई लूटकांड की सच्चाई*
सचेंडी में व्यापारी से लूट करने वाले तीन पुलिस कर्मी शुक्रवार को जेल भेज दिए गए। इसमें दो युवा दरोगा शामिल हैं। तीनों के जेल जाने और उनके बर्खास्तगी की तैयारी की बात सुनकर पुलिस महकमे में अंदर ही अंदरविवाद हो गया। सचेंडी थाना प्रभारी के खिलाफ पुलिस महकमें में चर्चा शुरू हो गई।
कोई बोला कि वो कितने दूध के धुले हैं, महीना लेकर जुआ खिलवा रहे थे। आपसी झगड़े में तीन पुलिस कर्मियों की जिंदगी बर्बाद कर दी। तो कोई पुलिस कर्मी बोला जुआ खिलवाने वाले थानेदार को भी जेल भेजना चाहिए। इस तरह पुलिस कर्मियों की अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली। महकमे की चर्चा अफसरों तक पहुंची तब मामले में जांच शुरू हुई।
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