*कानपुर नगर, दिनांक 10 अगस्त, 2023 (सू0/वि0)*
कानपुर10अगस्त23*खरीफ उत्पादकता गोष्ठी एवं तिलहन मेला/कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी एवं नेशनल मिशन ऑन एडिबल आयल योजनान्तर्गत तिलहन मेला/कृषि प्रदर्शनी का आयोजन आज लाल बहादुर शास्त्री सभागार, प्रसार निदेशालय, चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर में प्रातः 11ः00 बजे से किया गया। मेले का शुभारम्भ डा० अशोक तिवारी, संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल, कानपुर द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। मेले में कृषि (बीज/कृषि रक्षा/मृदा परीक्षण), रेशम, उद्यान, इफको, पशुपालन, मत्स्य, गन्ना, खाद्य प्रसंस्करण, फसल बीमा आदि पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर के स्टाल लगाये गये। मेला में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों ने साहित्य प्राप्त कर तकनीकी जानकारी प्राप्त की।
गोष्ठी में श्री चौधरी अरूण कुमार, उप कृषि निदेशक, कानपुर नगर ने जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों को सम्बोधित करते हुये कृषि विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी साथ ही उन्होनें पी०एम० किसान सम्मान निधि योजना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये बताया कि अब भविष्य में आने वाली किस्तों उन्हीं कृषकों को प्राप्त होगी जिनकी ई०के०वाईसी० एवं भूमि अंकन होगा।
गोष्ठी में चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिक डा० महक सिंह (तिलहन), डा० अखिलेश मिश्रा (दलहन), डा० संजीव कुमार सिंह (शाकभाजी), डा० हरिश्चन्द्र (मक्का प्रजनक) ने कृषि की नवीनतम तकनीकी की जानकारी कृषकों को दी तथा वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों द्वारा उठायें गयी कृषि तकनीकी समस्याओं का समाधान भी किया। मंच का संचालन श्री शिव आसरे पाण्डेय, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-बी (कृषि रक्षा) द्वारा किया गया।
गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डा० आर०के० यादव, निदेशक, प्रसार चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर नगर ने गोष्ठी में उपस्थित कृषकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता के लिये हमें निरन्तर काम करते रहना पड़ेगा। वर्ष 2023 में जनसंख्या में भारत देश विश्व में प्रथम स्थान पर आ जायेगा जिसके लिये हमें खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता होगी।
गोष्ठी में उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डा० अशोक तिवारी, संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल, कानपुर द्वारा हमारे देश में पहले जैविक खेती होती थी परन्तु अधिक उत्पादन प्राप्त करने हेतु कृषकों द्वारा अन्धाधुन्ध रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का प्रयोग किया गया जिस कारण भूमि में नाइट्रोजन, फोस्फरस सहित माइक्रोन्यूट्रियन्ट की कमी आ गयी है जिस कारण भूमि की उर्वरा शक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। उन्होनें कृषकों को कृषि विभाग में संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु जागरूक रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर डा० अशोक तिवारी, संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल, कानपुर एवं कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी एवं अधिकाधिक प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।
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