August 3, 2025

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कटक ओडिशा3अगस्त25*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का उपाध्यक्ष गिरफ्तार, शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई_*

कटक ओडिशा3अगस्त25*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का उपाध्यक्ष गिरफ्तार, शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई_*

कटक ओडिशा3अगस्त25*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का उपाध्यक्ष गिरफ्तार, शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई_*

कटक: ओडिशा पुलिस ने रविवार को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) के उपाध्यक्ष निहार मोहंती को गिरफ्तार किया है. उन पर विशेष ओडिशा शिक्षक पात्रता परीक्षा (ओटीईटी)-2025 के पेपर लीक में कथित संलिप्तता के आरोप हैं. प्रश्नपत्र लीक मामले में अब तक बीएसई उपाध्यक्ष और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) विनयतोष मिश्रा ने कहा, “जांच के दौरान बीएसई के उपाध्यक्ष निहार मोहंती की स्पष्ट लापरवाही पाई गई. उनका मुख्य आरोपी जीतन मोहराणा के साथ संदिग्ध संबंध था, जो बीएसई कार्यालय में डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था.” उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जीतन मोहराणा ने पहले हस्तलिखित प्रश्नपत्र दो अन्य आरोपियों को दिया था. फिर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
विनयतोष मिश्रा ने बताया कि जब अपराध शाखा ने जांच शुरू की कि मोहराणा को प्रश्नपत्र तक पहुंच कैसे मिली, जबकि उनके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं था, तो पता चला कि उपाध्यक्ष प्रश्नपत्र की छपाई के लिए भोपाल स्थित एक एजेंसी के साथ समन्वय कर रहा था. प्रोटोकॉल के अनुसार, मोहंती को केवल एक आईडी और पासवर्ड के ज़रिए प्रश्नपत्र तक पहुंच प्राप्त थी.
डीजीपी (क्राइम ब्रांच) ने कहा, कॉल रिकॉर्ड की जांच के दौरान अपराध शाखा को पता चला कि मोहंती ने पिछले तीन महीनों के दौरान आधिकारिक समय के अलावा 100 से अधिक बार जीतन मोहराणा से टेलीफोन पर बातचीत की थी. उन्होंने कहा कि मोहराणा की परीक्षा के संचालन में कोई भूमिका नहीं थी. फिर भी, उपाध्यक्ष ने जानबूझकर उसे लैपटॉप एक्सेस दिया था, जिससे उसे प्रश्नपत्र लीक करने में मदद मिली.

पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) विनयतोष मिश्रा ने कहा कि पुलिस अब प्रश्नपत्र लीक मामले की वित्तीय जांच शुरू करेगी. उन्होंने कहा, “हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था या नहीं.”
क्या है मामलाः
बता दें कि बीएसई को 20 जुलाई को विशेष ओटीईटी-2025 आयोजित करनी थी. इससे एक दिन पहले सोशल मीडिया पर उत्तरों के साथ एक हस्तलिखित प्रश्नपत्र वायरल होने के बाद बोर्ड को परीक्षा स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा. जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गयी.

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