July 8, 2025

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औरैया05जून25*यूपीआजतक न्यूज़ चैनल पर औरैया की कुछ महत्वपूर्ण खबरें.....

औरैया05जून25*यूपीआजतक न्यूज़ चैनल पर औरैया की कुछ महत्वपूर्ण खबरें…..

औरैया05जून25*यूपीआजतक न्यूज़ चैनल पर औरैया की कुछ महत्वपूर्ण खबरें…..

पुलिस अधीक्षक ने किया फ्लैग मार्च अतिक्रमणकारियों को दी हिदायत*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल,औरैया।* आगामी त्यौहार को लेकर शांत व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कप्तान ने कस्बे के मुख्य मार्ग पर फ्लैग मार्च किया।
बुधवार की शाम अजीतमल पहुंचे पुलिस कप्तान अभिजीत आर शंकर ने बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ कस्बे के इटावा औरैया मार्ग पर फ्लैग मार्च किया, उन्होंने बाबरपुर तिराहे पर दोनों तरफ फुटपाथ पर अतिक्रमण को देखकर निर्देश देकर सुग़म यातायात हेतु फुटपाथ खाली रखने की हिदायत दी और आगामी आने वाले त्योहार को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने बाबरपुर तिराहे से लेकर इस्लाम नगर तक किए गए फ्लैग मार्च की समाप्ति पर क्षेत्राधिकारी एम पी सिंह, कोतवाल ललितेश नारायण त्रिपाठी को त्योहार पर विशेष निगरानी बरतने के निर्देश दिए।पुलिस अधीक्षक के नगर भ्रमण से जाने के बाद ऑटो ई रिक्शा वालों ने रेहड़ी बालों ने फुटपाथ फिर से घेर लिया। बुधवार को पुलिस कप्तान ने बाबरपुर कस्बे में फ्लैग मार्च किया इस दौरान बाबर पुर तिराहे पर दूर-दूर तक ऑटो ,रेहड़ी वाले दिखाई नहीं दिए, पूरा फुटपाथ खाली हो गया लेकिन पुलिस अधीक्षक के जाते ही दस मिनट बाद फिर ऑटो चालकों, रेहड़ी बालों ने जाम की स्थिति उत्पन्न कर दी जिसे देख कर अजीतमल कोतवाली के एक आरक्षी ने ऑटो चालकों पर सख्ती दिखाते हुए तिराहे के आस पास के फुटपाथ को फिर खाली कराया।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी ने फांसी लगाकर दी जान*

 

 

*-पुलिस ने मृतक किशोरी का शव पोस्टमार्टम के लिए मुर्चरी भेजा,परिजनों में मचा करुण-क्रंदन*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अयाना औरैया।* थाना क्षेत्र के नवादा ज्वाला प्रसाद गांव में बुधवार सुबह एक किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान इंदल सिंह की 16 वर्षीय पुत्री प्रिया के रूप में हुई है। घटना के समय परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने कामों में व्यस्त थे। प्रिया ने इस दौरान कमरे में फांसी लगा ली। जब परिजनों ने उसे फांसी पर लटका देखा तो घर में कोहराम मच गया। मृतका के पिता इंदल सिंह ने तुरंत अयाना थाना में सूचना दी। थाना अध्यक्ष अजय कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की। परिजन किशोरी के इस कदम का कोई कारण नहीं बता सके। पुलिस ने पिता की तहरीर पर शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की कार्रवाई पूरी की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मौत के मामले की जांच कर रही है। किशोरी की मौत से परिजनों में करुण-क्रंदन गूंज रहा हैं।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *शराब पीकर भाई के साथ कर दी मारपीट*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल,औरैया।* कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत घर के बँटवारा को लेकर छोटे भाई ने बड़े भाई पर शराब पीकर गाली गलौज कर मारपीट करने का आरोप लगा कर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी ।
कोतवाली क्षेत्र के जलूपुर निवासी मंजेश सिंह पुत्र अरविंद्र सिंह ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि मेरा बड़ा भाई जवाहर सिंह घर के बंटवारे को लेकर आए दिन शराब पीकर मुझसे और पिता जी से गाली गलौज कर मारपीट करता है जबकि मेरे पिता और चाचा ने घर व सारे खेत बराबर बाट दिए फिर भी मेरे हिस्से से जमीन मांगता है। कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *विवाहिता ने ससुरालीजनों पर लगाये गंभीर आरोप*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल,औरैया।* कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत विवाहित महिला को ससुरालीजनों ने गाली गलौज करके मारपीट कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए घर से निकाल दिया।पीड़ित महिला ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर न्याय की माँग की।
कोतवाली क्षेत्र के मिलक (ऐमा पैगंबरपुर) निवासी किरन देवी पत्नी रंजीत कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि मेरी शादी 10 वर्ष पूर्व हुई थी और मेरी दो बेटियां हैं मेरे पति रंजीत के बुरे आचरण है।जिसको लेकर आए दिन मुझे माँ बहिन की गाली देकर मारपीट करते मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं जब इसकी शिकायत अपने सास सुनीता देवी, ससुर महेश सिंह व देवर ऋषि कुमार व गोलू व उसकी पत्नी खुशबू देवी से की तो उक्त लोगों ने भी मुझे गाली-गलौज कर मारपीट कर दी। बीते मंगलवार की रात को उक्त लोग एक साथ आए और मुझसे गाली गलौज कर मारपीट करने लगे और जान से मारने की धमकी देकर घर से निकाला दिया।कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की तहरीर लेकर मामले की जांच करनी शुरू कर दी।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *डीएम ने छुुट्टा गौवंशों के संवर्धन के लिए अभियान चलाने के लिए निर्देश*

 

*-सभी संबंधित गौआश्रय स्थलों में पहुंचाना करें सुनिश्चित, किसी भी क्षेत्र में घूमता न मिले कोई गौवंश*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* बुधवार को जिलाधिकारी डॉ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष में जूम मीटिंग के माध्यम से कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधितों को निर्देशित किया कि आवारा घूम रहे गौवंशों के संवर्धन के लिए शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुपालन में खंड विकास अधिकारी व अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद/ नगर पंचायत यह सुनिश्चित करें कि वह आज ही से अभियान चलाकर प्रतिदिन कम से कम 20 गौवंश गौआश्रय स्थलों में पहुंचाकर अवगत करायें अन्यथा की स्थिति में कम संख्या पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी पांच दिवसों में सघन अभियान चलाया जाए जिससे कहीं भी कोई आवारा/छुट्टा गोवंश घूमता हुआ न दिखे। उन्होंने कल दिनांक 05 जून को पड़ने वाले गंगा दशहरा के त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह नदियों के घाटों/ जल स्रोतों आदि का आज ही स्थलीय निरीक्षण कर बैरीकेटिंग, लाईट, आवागमन के रास्ते, पेयजलापूर्ति, साफ- सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायें साथ ही अन्य स्थलों पर भी साफ- सफाई दुरुस्त रखी जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित अधिकारी शासन से प्राप्त निर्देशों का अनुपालन करते/ कराते हुए रोड के किनारे संचालित मीट/ मछली की दुकानों को आज ही हटवायें और इससे संबंधित अपना प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराएं कि उनके क्षेत्र में कोई मीट/ मछली की दुकान रोड के किनारे संचालित नहीं है। कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि राजस्व के मामलों में कानूनगो स्तर पर लंबित प्रकरणों को सभी संबंधित शीघ्रता से कार्यवाही कराते हुए निस्तारण कराएं/ करें जिससे कोई भी मामला लंबित न रहे। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संदर्भों के पूर्व से प्राप्त होने के पश्चात भी कतिपय अधिकारियों द्वारा समय से निस्तारण नहीं किया जाता है और अंतिम तिथि तक का इंतजार करते हुए कार्यवाही की जाती है यह बहुत ही आपत्तिजनक है और इसमें सुधार लाते हुए समय से कार्यवाही कर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने प्राप्त संदर्भों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण करते हुए संतुष्टि प्रतिशत बढ़ायें जिससे जनपद की रैंकिंग में सुधार हो और प्रदेश में नंबर एक में जनपद का नाम प्रदर्शित हो। उन्होंने फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति बढ़ाने के लिए निर्देशित किया कि लंबित ड्यूलिस्ट तैयार कर संबंधित लेखपाल को दी जाए जिससे फार्मर रजिस्ट्री का कार्य तेजी से पूर्ण हो सके। डीएम ने सीडीपीओ ऐरवाकटरा के जूम मीटिंग में न जुड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एक दिन का वेतन काटे जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि उनके विभागीय अधिकारी/ कर्मचारी अपनी तैनाती स्थल पर समय से उपस्थित हो और जूम मीटिंग में प्रतिभाग भी करें अन्यथा कि स्थिति में जूम मीटिंग में न जुड़ने की स्थिति में अनुपस्थित मानते हुए उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन आमंत्रित*

 

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* बुधवार को उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा वर्ष 2022, 2023 और 2024 के लिए अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गयें हैं। अकादमी पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश के निवासी विशिष्ट कलाकारों के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्होंने संगीत, नृत्य और रंगमंच के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया हो।
उक्त जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार ने बताया कि अकादमी पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश में जन्म लेने वाले कलाकार जिन्होंने विगत 10 वर्ष से प्रदेश, देश या विदेश में कला सेवा में रत हों या प्रदेश के बाहर जन्म लेने वाले कलाकार जिन्होंने पुरस्कार के लिए विचार किए जाने वाले वर्ष से पूर्व कम से कम एक दशक तक निरंतर उत्तर प्रदेश में रहकर संगीत, नृत्य और रंगमंच के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान किया हो। उन्होंने बताया कि अकादमी पुरस्कार हेतु गायन, वादन, नृत्य, रंगमंच, समीक्षा, लेखन और कला उन्नयन एवं कला छायांकन विधाओं में आवेदन किया जा सकता है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जिले के लोक-विधाओं के कलाकारों के नामों की संस्तुति अकादमी पुरस्कार हेतु निर्धारित प्रपत्र पर सम्बन्धित लोक कलाकारों के बायोडाटा सहित अकादमी को दिनांक 15 जून 2025 तक उपलब्ध करानी होगी।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *साहित्यकार कल्याण कोष योजना के तहत साहित्यकारों से प्रस्ताव आमंत्रित*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* बुधवार को साहित्यकार कल्याण कोष योजना के अंतर्गत विषय आर्थिक स्थितिग्रस्त साहित्यकारों को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतों से) रुपये पांच लाख तक है तथा 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है। उन्हें अधिकतम रुपये पचास हजार तक अनावर्तक चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। आवेदन के साथ तहसीलदार द्वारा जारी आय प्रमाण-पत्र एवं चिकित्सक का प्रमाण-पत्र, दो साहित्यकारों की संस्तुतियां संलग्न किया जाना अनिवार्य है। उक्त योजना की नियमावली एवं आवेदन पत्र का प्रारूप संस्थान कार्यालय से किसी कार्य दिवस में प्राप्त किया जा सकता है। संस्थान में प्रार्थना पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 27 जून 2025 है। योजनाओं का विवरण एवं प्रार्थना पत्र का प्रारूप संस्थान की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *साहित्यकार कल्याण कोष योजना के तहत साहित्यकारों से प्रस्ताव आमंत्रित*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* बुधवार को साहित्यकार कल्याण कोष योजना के अंतर्गत विषय आर्थिक स्थितिग्रस्त साहित्यकारों को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतों से) रुपये पांच लाख तक है तथा 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है। उन्हें अधिकतम रुपये पचास हजार तक अनावर्तक चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। आवेदन के साथ तहसीलदार द्वारा जारी आय प्रमाण-पत्र एवं चिकित्सक का प्रमाण-पत्र, दो साहित्यकारों की संस्तुतियां संलग्न किया जाना अनिवार्य है। उक्त योजना की नियमावली एवं आवेदन पत्र का प्रारूप संस्थान कार्यालय से किसी कार्य दिवस में प्राप्त किया जा सकता है। संस्थान में प्रार्थना पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 27 जून 2025 है। योजनाओं का विवरण एवं प्रार्थना पत्र का प्रारूप संस्थान की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन आमंत्रित*

 

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* बुधवार को उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा वर्ष 2022, 2023 और 2024 के लिए अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गयें हैं। अकादमी पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश के निवासी विशिष्ट कलाकारों के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्होंने संगीत, नृत्य और रंगमंच के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया हो।
उक्त जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार ने बताया कि अकादमी पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश में जन्म लेने वाले कलाकार जिन्होंने विगत 10 वर्ष से प्रदेश, देश या विदेश में कला सेवा में रत हों या प्रदेश के बाहर जन्म लेने वाले कलाकार जिन्होंने पुरस्कार के लिए विचार किए जाने वाले वर्ष से पूर्व कम से कम एक दशक तक निरंतर उत्तर प्रदेश में रहकर संगीत, नृत्य और रंगमंच के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान किया हो। उन्होंने बताया कि अकादमी पुरस्कार हेतु गायन, वादन, नृत्य, रंगमंच, समीक्षा, लेखन और कला उन्नयन एवं कला छायांकन विधाओं में आवेदन किया जा सकता है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जिले के लोक-विधाओं के कलाकारों के नामों की संस्तुति अकादमी पुरस्कार हेतु निर्धारित प्रपत्र पर सम्बन्धित लोक कलाकारों के बायोडाटा सहित अकादमी को दिनांक 15 जून 2025 तक उपलब्ध करानी होगी।
[6/5, 4:06 AM] +91 96283 30454: *राम विवाह की कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर*

*सीता-राम विवाह की झांकी रही आकर्षण का केंद्र*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल,औरैया।* क्षेत्र के ग्राम राजपुरा में चल रही राम कथा के चौथे दिन की कथा में मानस पीयूष कथावाचक सुश्री सिया किशोरी जी ने श्री राम विवाह की कथा भाव पूर्वक सुनाएं कथा के दौरान उन्होंने श्रीराम विवाह का बखान किया। राम-सीता विवाह की कथा सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गयें। कथावाचक आचार्य ने कहा कि सीता जी माता गौरी की पूजा के लिए फुलवारी से फूल तोड़ने जाती हैं। उसी फुलवारी में भगवान श्रीराम के दर्शन होते हैं। सीताजी की नजर श्रीराम पर पड़ती है तो वह मोहित हो जाती हैं। दूसरी तरफ भगवान राम को सीताजी के पैरों में पहने गए नूपुरों की आवाज मोहित करती है। माता गौरी की पूजा करते समय सीता जी अपने वर के रूप में श्रीराम को मांगती हैं।
कथावाचक ने राम विवाह के दृश्य का रसपान कराते हुए श्रोताओं को बताया कि राजा जनक गुरु विश्वामित्र के साथ राम व लक्ष्मण को धनुष यज्ञशाला ले गए। यहां देश-विदेश के राजा सुंदर सिंहासनों पर विराजमान थे। राजा जनक ने अपनी प्रतिज्ञा के बारे में सभी को अवगत कराया कि जो इस धनुष को तोड़ेगा उसके साथ सीताजी का विवाह होगा। सभी राजाओं ने बारी-बारी से धनुष तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।निराश राजा जनक को देखकर विश्वामित्र का इशारा पाकर भगवना श्रीराम धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते हैं और धनुष टूट जाता है। इसके बाद श्रीराम व सीताजी एक-दूसरे के गले में वरमाल डाल देते हैं।श्रीराम विवाह की कथा सुन भक्त हुए भावविभोर हो गए कथा के दौरान श्री राम विवाह की सुंदर झांकी प्रसूत की गई तथा राम सीता के सभी भक्तों द्वारा पूजा अर्चन किया गया। कथा के बाद आरती एवं प्रसाद वितरण किया गया।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *भीषण गर्मी में बिधूना नगर में कहीं दूर दूर तक नहीं दिखते पेयजल के पुख्ता इंतजाम*

*समाजसेवियों ने भी अब तक नहीं लगवाए प्याऊ राहगीर अधिक परेशान*

*नगर व क्षेत्र में लगे कई वाटर कूलर की पड़े खराब*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*बिधूना,औरैया।* भीषण गर्मी की शुरुआत में आम जनमानस के साथ पशु पक्षी भी पेयजल के लिए परेशान हो रहे हैं खासकर राहगीरों को पेयजल के लिए अधिक दिक्कतें हो रही है। समाज सेवा की बड़ी बड़ी डींगे हांकने वाले और अपने को समाज सेवी बताने वाले समाजसेवियों ने भी इस बार कहीं प्याऊ नहीं लगाए हैं। वहीं नगर व क्षेत्र में लगे स्काई वाटर कूलर भी खराब पड़े नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं अधिकांश ताल तलैया पोखर नदियां बंबे सूखने से पशु पक्षी भी पानी के लिए व्याकुल होते नजर आ रहे हैं। . इन दिनों जिस्म झुलसाती भीषण गर्मी की दस्तक से आम जनमानस के साथ पशु पक्षी बुरी तरह परेशान हो रहे हैं। गर्मी की तपिश लोगों के बर्दाश्त के बाहर हो रही है वहीं गर्मी के चलते लोग उल्टी दस्त डिहाईड्रेशन डायरिया बुखार जैसी बीमारियों की भी चपेट में तेजी से आते जा रहे हैं। यह भीषण गर्मी रोज खाने कमाने वाले दिहाड़ी मजदूरों राहगीरों के साथ आवश्यक कार्य से बाहर जाने आने वाले यात्रियों पर अधिक भारी पड़ती नजर आ रही है। वैसे तो बिधूना कस्बे में कई वाटर कूलर भी लगवाए गए हैं लेकिन अधिकांश वाटर कूलर खराब पड़े हुए हैं जिससे राहगीरों व यात्रियों को पेयजल के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। सबसे गौरतलब बात तो यह भी है कि यूं तो तमाम लोग बिधूना कस्बे में जनसेवा की बड़ी-बड़ी डींगे हांकते नहीं थकते हैं लेकिन इस बार देखने में आ रहा है कि अब तक किसी भी समाजसेवी ने नगर में एक जगह भी प्याऊ नहीं बैठाया है। इतना ही नहीं क्षेत्र के अधिकांश ताल तलैया पोखर बंबे नदियां सूखे पड़े हैं जिससे बेजुबान पशु पक्षियों को प्यास बुझाने में भारी दिक्कतें हो रही है। बिधूना नगर व क्षेत्र के जागरूक लोगों ने जल्द बिधूना नगर के खराब पड़े वाटर कूलर ठीक कराने के साथ सड़कों चौराहों सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ लगाए जाने की जिला प्रशासन से मांग की है।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *मियावाकी पद्धति से उगाएं सूक्ष्म जंगल*

 

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*औरैया।* गर्मी को देखते हुए हम राहत पाने के लिए एसी, कूलर, पंखा आदि का प्रयोग करते हैं लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि ये सारे संसाधन अस्थाई हैं, स्थाई तो एक ही है और वह है वृक्षारोपण। आज हम बात शुरू करते हैं एक पिता-पुत्र के संवाद से – बेटा पापा से, कैसे कैसे लोग हैं जिन्होंने रास्ते में छाया में बैठने के लिए अपने खेत के किनारे पेड़ तक नहीं लगाए? पिता को भी अपने बच्चे को संतुष्ट करना है तो बोल दिया कि लोग पेड़ नहीं लगाते हैं बल्कि लगे हुए पेड़ों को काट देते हैं। बच्चे ने पूंछा कि पापा, आपने कोई पेड़ लगाया है? पापा निरुत्तर लेकिन बच्चे को संतुष्ट करने के लिए बताया कि बेटा अपने पास तो इतनी जगह भी नहीं है।जबकि पेड़ तो बहुत बड़े होते हैं। बच्चें ने अपने स्कूल में मैडम से सुन रखा था कि मियावाकी पद्धति से हम सूक्ष्मज जंगल उगा सकते हैं, तो उसने अपने पापा को मियां बाकी पद्धति से पेड़ उगाने की बात कही। आज हम इस पद्धति को आपसे साझा कर रहे हैं हालांकि इससे पूर्व हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने “मन की बात” के एक एपिसोड में इसकी चर्चा कर चुके हैं।
मियावाकी पद्यति के प्रणेता जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीरा मियावाकी हैं। कम जगह में घने जंगल बनाने के लिए वर्ष 1970 के दशक में विकसित यह पद्धति कम से कम 20 वर्ग फुट के छोटे से स्थान में भी अपनाई जा सकती है । खाली स्थान और सघन पौधों की वृद्धि को बचाने के लिए पौधों को बहुत करीब से बोना चाहिए। इस पद्धति के अनुसार पौधों के तीन प्रजातियों की सूची तैयार की जाती है। जिनकी ऊंचाई पेड़ बनने पर अलग-अलग होती है। जैसे कि एक पेड़ खजूर का लगाया जाएगा, तो दूसरा पेड़ नीम, शीशम आदि का होगा। वहीं तीसरा पौधा किसी भी तरह की फुलवारी का हो सकता है। इसमें खास बात यह रहती है कि एक पेड़ ऊंचाई वाला तथा दूसरा कम ऊंचाई वाला तथा तीसरा घनी छायादार पौधा चुना जाता है। इन तीनों पौधों को थोड़े-थोड़े दिन के अंतराल पर लगाया जाता है। यक प्रक्रिया दो से तीन सप्ताह में पूरी होती है। यह पौधों को एक दूसरे की रक्षा करने और सूरज की रोशनी को जंगल की जमीन तक पहुँचने से रोकने में कारगर है, जिससे परजीवी पौधों व खरपतवार की वृद्धि को नियंत्रित किया जा सके। इस पद्धति में पौधों की वृद्धि 10 गुना अधिक तेजी से होती है, और वनस्पति सामान्य से 30 गुना अधिक सघन पाई जाती है। ऐसे जंगल को कम से कम 3 साल तक विशेष देख- भाल की आवश्यकता होती है, उसके बाद ये पौधे आत्मनिर्भर हो जाते हैं और उन्हें खाद एवं जल देने जैसे नियमित रख-रखाव की आवश्यकता भी नहीं होती है। स्थानीय वृक्षों का घना – हरा आवरण उस क्षेत्र के धूल कणों को अवशोषित करने में, तापमान को नियंत्रित करने में, पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करने में मददगार हैं। प्रस्तुत लेख दिबियापुर निवासी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता नेहा कुशवाहा का है। जिन्होंने अब तक 3450 पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *श्रीमद्भगवत कथा के समापन अवसर पर विशाल भंडारें का हुआ आयोजन*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अटसु ,औरैया।* – अजीतमल के ग्राम बल्लापुर में चल रही कथा के अंतिम दिवस देर रात्रि तक प्रसाद वितरण कार्यक्रम चलता रहा। ज्ञात हो कि इस वर्ष 11वी कथा थी गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी ग्राम वासियों सहित आस पास की जनता जनार्दन के द्वारा कमेटी को तन मन और धन से सहयोग किया गया। भंडारा वितरण के दौरान क्या बच्चें क्या जवान सभी ने भक्ति भाव से प्रसाद पूरी तन्मयता से सहयोग किया। भंडारे में माल पुआ खीर और मट्ठा के आलू का प्रसाद वितरण किया गया। दोपहर लगभग 2 बजे से ही प्रसाद वितरण कार्यक्रम चालू कर दिया गया जो कि रात्रि लगभग 11 बजे तक चलता रहा। इस दौरान कार्यकर्ताओं में खूब उत्साह देखा गया। ग्राम पंचायत प्रधान प्रतिनिधि कृष्ण कुमार उर्फ टिल्लू राजपूत ने बताया कि कथा और भंडारा गांव में 11 वर्षों से लगा तार हो है। जिसमें गांव सहित तमाम आस पास के लोग बड़ी संख्या में सहयोग करते आ रहे हैं। और यही वजह है कि हर वर्ष कार्यक्रम में भगवान् श्री कृष्ण की कृपा से कोई कमी नहीं पड़ती। बल्कि कार्यक्रम में हर वर्ष चार चंद ही लगते आ रहे हैं।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *बृजकिशोर तिवारी बने एबीबीईपी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*दिबियापुर,औरैया।*
हरतौली निवासी पंडित बृजकिशोर तिवारी को बुधवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया गया। इस आशय की सूचना प्रदेश प्रभारी स्मिता त्रिपाठी ने दी। जैसे ही यह खबर उनके गृह जनपद औरैया पहुंची वहां के ब्राह्मणों में खुशी की लहर दौड़ गई और पूरे प्रदेश से उन्हें बधाई व शुभकामनाएं प्राप्त होने लगीं। . आपको बताते चलें कि पंडित बृजकिशोर तिवारी आज से लगभग नौ वर्ष पहले पूर्व डीआईजी जुगल किशोर तिवारी के संरक्षण में कार्य करते हुए तहसील अध्यक्ष बिधूना बनाये गये थे। इसके बाद वह जिला अध्यक्ष औरैया मंडल अध्यक्ष इटावा प्रदेश सचिव उत्तर प्रदेश एवं प्रदेश उपाध्यक्ष बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश के बाद अब राष्ट्रीय नेतृत्व ने कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश जैसे एक बड़े और महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी देते हुए उन पर भरोसा जताया है कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर बृज किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं प्रदेश प्रभारी स्मिता त्रिपाठी को धन्यवाद करते हुए आभार जताया और कहां की वह सबको साथ लेकर चलते हुए संगठन को मजबूत और सशक्त बनाएंगे उन्होंने ब्राह्मण बंधुओ से भी अपील की की सभी एकजुट होकर अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद से जुड़े जिससे हम सभी संगठित और सुरक्षित रह सकें।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *डॉ. कृष्ण अवतार वाजपेई को हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग ने दिया संस्कृत महा महोपाध्याय सम्मान*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल,औरैया।* हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग द्वारा 27 मई को डॉ. प्रभात शास्त्री जी की 107वीं जयंती पर हुए अलंकरण समारोह में जनपद औरैया के कस्बा अजीतमल के मौहल्ला आजादनगर निवासी संस्कृत के विद्वान और लेखक डॉ. कृष्ण अवतार वाजपेई को संस्कृत महामहोपाध्याय सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्व विद्यालय वाराणसी के ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष डॉ. गिरिजा शंकर शास्त्री एवं विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट प्रयाग के पूर्व न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने उन्हें यह सम्मान संस्था के संग्रहालय भवन में प्रदान किया। . उल्लेखनीय है कि डॉ. कृष्ण अवतार वाजपेई कस्बे के जनता महाविद्यालय अजीतमल में संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष रह चुके हैं, और अपने सेवाकाल तथा अवकाश के बाद भी उन्होंने सतत रूप से सक्रिय रहकर धर्म, संस्कृति, साहित्य, शिक्षा, कर्मकांड आदि से जुड़े विषयों पर अनेक पुस्तकें लिखी है, इनमें शैक्षिक विषय से जुड़ी उनकी पुस्तकें (हाई स्कूल, इंटरमीडिएट) के कोर्स में भी पढ़ाई गई हैं। उन्होंने इटावा जिले में हुए विभिन्न साहित्यिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों में कई बार व्याख्यान दिए हैं तथा उन्हें सम्मानित भी किया गया है। डॉ. वाजपेई द्वारा लिखी दो दर्जन से ज्यादा पुस्तकें इटावा एवं आगरा की प्रेसो से प्रकाशित हुई है, जिन्हें निशुल्क वितरण भी किया गया है। इस समारोह में डॉ. वाजपेई के अलावा तिरुपति (आंध्र प्रदेश) के आचार्य पं. कम्भम्पाट सांब शिवमूर्ति तथा दमोह मध्य प्रदेश के डॉ. सूर्य नारायण गौतम को भी यही सम्मान दिया गया है। हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग के प्रधान मंत्री कुंतक मिश्र ने सभी का आभार जताया। डॉ. कृष्ण अवतार वाजपेई जी को संस्कृत महामहोपाध्याय सम्मान मिलने पर जनपद के उनके स्नेहीजनों में जनता इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य कृष्णमोहन उपाध्याय, महाविधालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष श्रीप्रकाश यादव, परशुराम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विपिन तिवारी, पूर्व हिन्दी प्रवक्ता गिरजा शंकर शास्त्री, साहित्यकार कैलाश त्रिपाठी, भागवता चार्य भगवानदास त्रिपाठी, कवि अजय अंजाम, पूर्व प्रोफेसर डा0 उमेश दीक्षित, डा0 रामजी मिश्रा, पूर्व अध्यापक दशरथ नन्दन शुक्ला, शिव दुबे, लक्ष्मण सिंह गुर्जर, आदि लोगों ने उन्हे बधाई दी है।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *समर कैंप-:भाषा ज्ञान सहित गायन, वादन, योग और खेल की मस्ती में डूबे बच्चें*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*अजीतमल औरैया।*
जनता इंटर कॉलेज में माध्यमिक शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार अनवरत प्रधानाचार्य कृष्ण मोहन उपाध्याय के संयोजन में संचालित समर कैंप के पंद्रहवें दिन क्रीड़ाधिकारी होशियार सिंह राजपूत द्वारा व्यायाम एवं योगा के साथ साथ एडवांस योगाभ्यास कराया और योग से संबंधित जानकारी दी।
विद्यालय की वरिष्ठ प्रवक्ता श्रीमती दुर्गा देवी दुबे द्वारा छात्र- छात्राओं को हिंदी भाषा की विद्याओं के अंतर्गत खेल खेल में व्याकरण, सुनो सोचो और लिखो, मूक अभिनय, संवाद/वाद विवाद और कविता लेखन की विस्तृत जानकारी दी गई। छात्र/छात्राओं के लिए वाकई खेल-खेल में शिक्षा संगीत, चित्रकला, लोक गीत , लोक नृत्य, बाद विवाद, भाषा ज्ञान, लूडो, कैरम और योग ध्यान की मस्ती के बेहतरीन अवसर की तरह है। गांव तथा शहरों के अधिकांश बच्चे गर्मी के अवकाश में आम के बगीचे में आम तोड़ने, गांव की गलियों में बेकार धमा चौकड़ी मचाने से इतर विद्यालय के समर कैंप के मस्ती के आलम में डूब गए हैं। इस अवसर पर राहुल चौहान, यशेंद्र सिंह, सुधीर दुबे, छोटेलाल, धीरेन्द्र सिंह, अभिषेक त्रिपाठी, अवधेश कुमार, सुरेश चंद्र,नंद किशोर सहित विद्यालय के छात्र/छात्राएं आदि रहें।
[6/5, 4:07 AM] +91 96283 30454: *जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख का चुनाव सीधे जनता से कराने की चर्चा*

*पैसे के बलबूते जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख का पद पाने की मंशा बनाए नेता चिंतित*

*जनता से सीधे चुनाव की आशा से आम लोगों को भी पद हासिल होने की उम्मीद*

 

बैनर न्यूज़ ब्यूरो

*बिधूना,औरैया।* इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख का पद का चुनाव सीधे जनता से कराए जाने का प्रदेश सरकार द्वारा मसौदा बनाकर केंद्र को भेजे जाने से पिछले लंबे अर्से से जहां धनबल की बदौलत जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख के पद पर काबिज हो रहे सियासतदारों की चिंता और बेचैनी काफी बढ़ी नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार के इस निर्णय से इन पदों पर काबिज होने का आसानी से मौका मिलने की उम्मीद से आम जनसेवकों के चेहरे भी खिले नजर आ रहे हैं। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार प्रदेश सरकार की इस मसौदे पर अपनी मोहर लगती है या फिर पुराने ही ढर्रे पर यह चुनाव होंगे यह फिलहाल भविष्य के गर्भ में है। लेकिन इन चर्चाओं से जिले में हलचल काफी बढ़ी हुई। .पिछले लंबे अर्से जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख का चुनाव क्रमशः जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्यों व ब्लॉक के निर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों के वोटो से होता था जिसके चलते इन पदों को हासिल करने के लिए बहुमत में जिला पंचायत सदस्यों व क्षेत्र पंचायत सदस्यों को ऐनकेन प्रकारणेन आसानी से लुभा पटाकर अपने पक्ष में कर और फिर चुनाव जीत कर 5 साल तक पद का रौब गालिब कर लाभान्वित होते थे। सदस्यों से चुनाव प्रक्रिया होने के चलते जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख का पद अधिक महंगा हो जाने के चलते आम लोग इन पदों पर काबिज होने के बारे में सोच भी नहीं पाते थे। जन चर्चा तो आम यह भी यह है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कहीं कहीं तो प्रति सदस्य एक करोड रुपए से भी ऊपर में खरीफ फारोख्त हो जाती थी वहीं ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव में भी प्रति क्षेत्र पंचायत सदस्य 50000 से 60000 रुपए तक में खरीद हो जाती थी और ऐसे में धन्नासेठ प्रत्याशी ही आसानी से उपरोक्त पदों पर काबिज हो जाते थे। .यही नहीं चर्चा तो यह भी आम है कि खरीद फरोख्त के बाद संबंधित अधिकांश सदस्य वेअधिकार से नजर आते थे क्योंकि चुनाव में धनराशि हासिल करने के कारण वह अपने अध्यक्षों से कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं होते थे ऐसे में उनके वार्डो का भी विकास भगवान भरोसे ही रहता था। वैसे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख का पद का चुनाव जनता से सीधे कराने का मसौदा तैयार कर केंद्र को भेजे जाने से जहां इन पदों पर काबिज होने की मंशा बनाए रखने वाले धन्नासेठों के अरमानों पर तुषारापात सा होता नजर आ रहा है, वहीं जनता से सीधे चुनाव कराए जाने से इन पदों पर आसानी से मौका मिलने की संभावना से आम लोगों के चेहरे भी बेहद खिले नजर आ रहे हैं। जिले की जनता की भी मांग है कि उपरोक्त दोनों पदों के चुनावों को सीधे जनता से कराया जाए ताकि सच्चे जनसेवकों आम लोगों को आसानी से इन पदों पर काबिज होने का मौका मिल सके और जनता की भावनाएं भी पूरी हो सके। हालांकि अब देखना यह है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के इस मसौदे पर अपनी स्वीकृति प्रदान की जाती है या फिर 2026 में होने वाले यह चुनाव पुरानी प्रक्रिया के तहत ही पुराने ढर्रे पर ही होंगे। फिलहाल यह भविष्य के गर्भ में है, लेकिन अधिकांश लोगों को उम्मीद है कि उपरोक्त पदों का चुनाव सीधे जनता से कराया जा सकता है।

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