औरैया 31 जुलाई *आजादी के 75 वे अमृत महोत्सव पर विशेष खबर विशेषांक*
*हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती है*
*औरैया।* ,,मुझे तो गंगा मैया ने बुलाया है,,यह शब्द किसी और के नही बल्कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के है जिन्होंने उनको पूरे विश्व में विख्यात कर लोकप्रिय बना दिया है।विश्वपटल पर लोकप्रियता का अध्याय उनके इन्ही शब्दों से आरंभ होता है।में अपने विचारों से कह सकता हूं कि मोदी जी को मां शब्द अत्यंत लोकप्रिय है और मां में उनकी आस्था ,विश्वास और अटूट प्रेम भी है।चाहे वह उनकी पूज्य मां हों,गंगा मैया या सवा सौ करोड़ आबादी वाले भारतवर्ष में रहने वाली माताएं।इन्हीं माताओं के आशीर्वाद से मोदी जी को देश के प्रति कुछ न कुछ अच्छा करने की प्रेरणा मिलती रहती है। मैं किसी भी राजनैतिक पार्टी से दूर हटकर देश की सवा सौ करोड़ जनता, मां का आशीर्वाद,और विदेशों में रहने वाले लाखों भारतीयों के बीच जो स्नेह और लोकप्रियता का घनिष्ठ संबंध है ,उसको अपनी लेखनी द्वारा दर्शाने का प्रयास कर रहा हूं। इंग्लैंड हो ,जापान ,डेनमार्क फ्रांस,या जर्मनी का बर्लिन शहर, वहां पर रहने वाले भारतीयों और उनके बच्चों में मोदी जी के प्रति जो अपार स्नेह और विश्वास देखने को मिला ,इसे किसी चमत्कार से कम नहीं आंका जा सकता। इतिहास गवाह है कि आजादी के बाद से अभी तक विदेशों में रहने वाले भारतीयों में अपनी मातृभूमि के प्रति इतना प्रेम और देशभक्ति देखने को नहीं मिली होगी।अविश्वसनीय उदाहरण के रूप में बर्लिन शहर के बच्चों ने गर्व के साथ नारे लगाए ,मोदी है तो मुमकिन है,भारत माता की जय,बंदे मातरम यह सब मोदी जी की देशभक्ति और मां का आशीर्वाद और उनकी प्रेरणा के कारण ही संभव हो सका है।अब यदि कोरोना काल की बात करै तो मोदी जी ने एक रात्रि केंडल जलाने तथा घंटा बजाने की बात देश वासियों से कही थी भला मोदी जी की मन की बात को कौन जान सकता है जिसे कुछ लोगो ने इसे टोटका और हंसी का पिटारा बताया था लेकिन जहां तक मेरे मन की बात कहूं तो इसमें भी मां शब्द छिपा हुआ था।हिंदू धर्म में जब भी कोई पूजा या दान की बात आती है तो इसमें माताएं बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती है।अब आप सोच सकते है किइतने बड़े संकटकाल में करोड़ों माताओं ने एक साथ मिलकर देश में केंडल प्रकाश,और घंटा बजाकर जो ईश्वर से संकट टालने की प्रार्थना की,क्या भगवान ने उनकी पुकार को नही सुना होगा।संकट भी टल गया और ईश्वर की कृपा से भारत में सबसे पहले सफल वैक्सीन बनी जिससे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रहने वाले करोड़ों लोगों की जान को इसी वैक्सीन द्वारा बचाया गया।इस महान कार्य में मोदी जी की सोच और देश की एकजुटता का महत्वपूर्ण योगदान रहा।इसी एकता को कायम रखना मोदी जी की सोच देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम कहा जा सकता है। जहां तक मेरा विचार है इसमें मोदी जी की पूज्य मां का आशीर्वाद और प्रेरणा,गंगा मैया की कृपा, और करोड़ों माताओंका स्नेह और आशीर्वाद झलकता है।और देश के इसी अटूट बंधन को देखते हुए हम सभी भारतवासी कह सकते है कि हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती है।
जय हिंद,जय भारत,बंदे मातरम।
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