November 1, 2025

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औरैया 30 मई *सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए की वट वृक्ष की पूजा*

औरैया 30 मई *सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए की वट वृक्ष की पूजा*

औरैया 30 मई *सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए की वट वृक्ष की पूजा*

*औरैया।* सोमवार को महिलाओं ने वट वृक्ष की विधि-विधान से पूजा की। पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए सुहागिनों ने बरगद की पूजा की। इस बार सोमवती अमावस्या और शनि जयंती का विशेष संयोग है। वट सावित्री की पूजा के लिए सूर्योदय के साथ ही बरगद के वृक्ष के नीचे सुहागिने जुटना शुरू हो गई थीं। बरगद के तने को कच्चे सूत (धागा) से लपेट कर व्रत रखने वाली महिलाओं ने
7 या 21 या 51 या 108 बार परिक्रमा की। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से पति पर आए संकट चले जाते हैं और आयु लंबी हो जाती है। अगर दांपत्य जीवन में कोई परेशानी चल रही हो तो वह भी इस व्रत से दूर हो जाते हैं। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए इस दिन वट यानी कि बरगद के पेड़ के नीचे पूजा-अर्चना करती हैं। इस दिन सावित्री और सत्यवान की कथा सुनने का विधान है। मान्यता है, कि इस कथा को सुनने से मनोकामना पूरी होती है। पौराणिक कथा के अनुसार सावित्री मृत्यु के देवता यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस ले आई थीं।