June 17, 2025

UPAAJTAK

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औरैया 04 सितंबर ब्रेकिंग न्यूज़ upaajtak से

औरैया 04 सितंबर ब्रेकिंग न्यूज़ upaajtak से

[9/4, 12:17 PM] Ram Prakash Upaajtak: *आवकारी विभाग ने पछैया बस्ती में अवैध शराब के खिलाफ की छापामारी*

*औरैया।* मोहल्ला बनारसीदास स्थित बहुचर्चित पछैया बस्ती में शुक्रवार को आबकारी विभाग ने अवैध कच्ची शराब को लेकर छापेमारी की है। यह बस्ती अवैध शराब के लिए प्रसिद्ध है। इस बस्ती में कई दशक से अवैध शराब का गोरख धंधा फल फूल रहा है। जिस पर प्रशासन ने कई बार नकेल कसने का काम करते हुए यह गोरखधंधा बंद कराने का प्रयास किया , लेकिन नतीजा ढांक के तीन पात जैसा ही रहा। उपरोक्त बस्ती में अवैध कच्ची शराब का सेवन करने से अनगिनत मौतें हो चुकी हैं। इसके बावजूद कच्ची शराब का कारोबार विधिवत फल फूल रहा है।अवैध शराब बिक्री के चलते राजस्व की भी हानि होती है।
बहुचर्चित पछैया बस्ती में शुक्रवार की सुवह आबकारी टीम द्वारा अवैध शराब बनाने व बिक्री करने के चलते छापामार कार्रवाई की गई। छापामारी के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कई लीटर कच्ची शराब बरामद करने के साथ बड़ी मात्रा में लहन को नष्ट कर दिया। इसके साथ ही अवैध शराब का कारोबार करने वाले 2 लोगों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई है। आपको बताते चलें कि उपरोक्त बहुचर्चित पछैया बस्ती में अवैध शराब का गोरख धंधा व्यापक रूप से फैला हुआ है। कई दशक से चल रहा यह गोरखधंधा बंद करने के लिए प्रशासन ने कई बार हाथ पांव मारे तथा बस्ती के बाशिंदों को गोरखधंधा बंद करने के लिए नसीहत भी दी। इसके बावजूद गोरखधंधा करने वाले लोगों पर कोई भी असर नहीं पड़ा। प्रशासन का प्रयास ढ़ांक के तीन पात जैसा ही साबित हुआ। उपरोक्त बस्ती की शराब का सेवन करने से अनगिनत मौतें हो चुकी हैं। इसके बावजूद प्रशासन अवैध शराब पर प्रतिबंध नहीं लगा सकी है। पुलिस एवं आबकारी विभाग समय-समय पर छापामार कार्रवाई करते हुए शराब बरामद कर तथा लहन नष्ट करने का काम करके औपचारिकता पूरी करते हुए इतिश्री कर लेती है। इस बस्ती की शराब सस्ती होने के चलते मजदूर वर्ग इसका सेवन बड़े पैमाने पर करता चला आ रहा है। शराब बिक्री होने की चलते राजस्व का भी नुकसान होता है। छापामार कार्रवाई के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
[9/4, 6:30 PM] Ram Prakash Upaajtak: *महिला को लगा करंट अस्पताल में हुई भर्ती*

*बिधूना,औरैया।* सामपुर गांव में मकान का जाला हटाते समय बिजली के तार के कट से करंट की चपेट में आकर एक महिला घायल हो गई है जिसे उपचार के लिए बिधूना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिधूना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सामपुर निवासी लगभग 28 वर्षीय गुड़िया पत्नी सुभाष चंद्र शनिवार को अपने मकान की छत व दीवारों पर लगा जाला साफ कर रही थी तभी बिजली के तार के कट से बिजली के करंट की चपेट में आ गई जिससे वह घायल हो गई। जानकारी पर पहुंचे महिला के परिजनों ने आनन-फानन उसे बिधूना के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया हैजहां उसका उपचार चला है चिकित्सकों ने बताया है कि महिला अब खतरे से बाहर है।
[9/4, 7:56 PM] Ram Prakash Upaajtak: *विनिर्माण हब के रूप में हो रहा है प्रतिष्ठित*

*औरैया।* प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के पश्चात दिसम्बर, 2017 में घोषित ’’उ0प्र0 इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति 2017’’ में प्रदेश में इलेक्ट्रानिक्स निवेश को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को ’’इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन’’ घोषित किया गया था।
इस नीति के अन्तर्गत 5 वर्षों में इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में रू0 20,000 करोड़ का निवेश तथा वर्ष 2022 तक न्यूनतम 3,00,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नीति के अन्तर्गत रू0 20,000 करोड़ के निवेश के लक्ष्य को 3 साल में ही लगभग 30 निवेशकों द्वारा प्रदेश में निवेश प्राप्त कर अर्जित कर लिया गया है तथा 3,00,000 से अधिक लोगों के रोजगार सृजित हुये। एशियाई देशों ताइवान, कोरिया आदि देशों की अनेक प्रतिष्ठित कम्पनियॉ उत्तर प्रदेश में अपनी इकाईयां स्थापित करने के लिए आकृष्ट हो रही है। एक ओवरसीज प्रतिष्ठित कम्पनी द्वारा ग्रेटर नोएडा के 100 एकड़ क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ई0एम0सी0) विकसित किया जा रहा है जिसमें अनेक सदस्य इकाइयों द्वारा अपनी उत्पादन इकाइयॉ स्थापित की जा रही है। इस नीति ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को भारत के एक इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण हब के रूप में प्रतिष्ठित किया है।उ0प्र0 इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति 2017 की सफलता को देखते हुए अगस्त, 2020 में सरकार ने नई ’’उ0प्र0 इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति 2020’’ प्रख्यापित करने का निर्णय लिया। इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एक समान विकास के लिए नई नीति से सम्पूर्ण राज्य को आच्छादित किया गया है।
नई नीति में अगले पॉच वर्षो में रू0 40,000 करोड़ का निवेश और 4,00,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन का लक्ष्य है। नीति के अन्तर्गत प्रदेश में 3 इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स की स्थापना के अनुरूप यमुना एक्सप्रेसवे में जेवर एयरपोर्ट के समीप एक इलेक्ट्रानिक सिटी की स्थापना, बुन्देलखण्ड में रक्षा इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर तथा लखनऊ – उन्नाव- कानपुर जोन में मेडिकल इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। बुन्देलखण्ड तथा पूर्वांचल क्षेत्रों में अपने विनिर्माण उद्योग स्थापित करने वाले निवेशकों के लिए वित्तीय प्रोत्साहन को आकर्षक बनाया गया है। नई नीति के अन्तर्गत रू0 1000 करोड़ से अधिक निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। प्रदेश में ई0 एस0 डी0 एम0 उद्योग में अनुसंधन, इन्नोवेशन तथा उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार तथा उद्योग संघों के सहयोग से राज्य में 3 सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स के रूप में विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर सृजित किया जाएगा। इस क्रम में स्प. पवद. ब्मससे ; च्वेज ब्मससद्ध हेतु सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स (सी0ओ0ई0) की स्थापना आई0सी0ई0ए0 तथा इलेक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से स्थापनाधीन है। यह अनुसंधान एवं विकास केन्द्र के रूप में कार्य करेगा तथा यह उत्पाद आयात के स्थान पर देश में ही निर्मित होंगे और इस क्षेत्र में 100 से अधिक इकाइयॉ आच्छादित होंगी।

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