July 5, 2025

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उत्तराखण्ड01अगस्त2024*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर उत्तराखण्ड की करेण्ट खबरें

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उत्तराखण्ड01अगस्त2024*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर उत्तराखण्ड की करेण्ट खबरें

नौताड़ तोक में बादल फटने से तबाही…होटल बहा, दो की मौत, युवक घायल अवस्था में मिला उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। यहां एक व्यक्ति के गदेरे में बहने की सूचना है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) व पुत्र विपिन(28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है। वहीं, लापता युवक घायल अवस्था में मिला है। उधर, कई पशु भी भारी मलबे में दबे हैं।गदेरे पर बना मोटर पुल बहा
घनसाली -तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयाल गांव गदेरे पर बना मोटर पुल बह गया है। देर शाम से भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। रात 9 बजे की लगभग मुयाल गांव का गदेरा उफान पर आने से किमी आठ के समीप बना मोटर पुल आपदा की भेंट चढ़ गया है। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से बताया गया है कि घनसाली -तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयाल गांव के समीप बना पुल बह गया है। प्रशासन की टीम को मौके के लिए रवाना किया गया है ।

 

केदारनाथ मार्ग पर लिंचोली में बादल फटा: सड़क का 25 मीटर हिस्सा बहा…गौरीकुंड-सोनप्रयाग बाजार खाली कराया उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचा दी है। बुधवार देर रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर बह रही है। सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार को खाली करवा दिया है। तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग को करीब 25 मीटर हिस्सा बह गया हैसाथ ही तटवर्ती इलाकों को भी खाली कराया जा रहा है। वहीं टिहरी जिले के घनसाली में ग्राम पंचायत जखन्याली के नौताड़ तोक में बादल फटने से दंपती की मौत हो गई है, जबकि उनका बेटा मलबे में घायल अवस्था में मिल गया है। रुद्रप्रयाग एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली में तेज बारिश से बादल फटा है, जिससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सुरक्षा को देखते हुए करीब 200 यात्रियों को भीमबली जीएमवीएन में रोका गया है। मौके पर बचाव दल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि पैदल मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर गए हैं। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे कई जगहों पर अतिसंवेदनशील
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे अधिकांश जगहों पर भूस्खलन व भू-धंसाव होने से अति संवेदनशील हो गया है। यहां पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिर रहा है जिससे यहां आवाजाही के दौरान हर समय खतरा बना रहता है। बीते एक माह से आए दिन हाईवे अलग-अलग स्थानों पर बाधित हो रहा है।

76 किमी लंबे हाईवे पर भटवाड़ीसैंण में पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। गंगतल, सिल्ली, गिवांला गांव, बांसवाड़ा, कांकड़ागाड़, सेमी-भैंसारी, नारायणकोटी, मैखंडा, डोलिया मंदिर के पास हाईवे भूस्खलन व भू-धंसाव के कारण संवेदनशील बना है। यहां हाईवे पर एक ओर कई जगहों पर चट्टानें लटकी हैं तो दूसरी ओर गहरी खाई के साथ मंदाकिनी नदी बह रही है। इन दिनों केदारघाटी में हो रही बारिश से डोलिया मंदिर के पास आए दिन भूस्खलन से यातायात बंद हो रहा है।

जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा, गणेश तिवारी, बबीता देवी आदि ने कहा कि डोलिया मंदिर भूस्खलन जोन से खाट गांव को भी खतरा बना हुआ है। यहां गोशालाएं और खेत भूस्खलन व भू-धंसाव से नष्ट हो चुके हैं। वहीं एनएच निर्माण खंड लोनिवि के ईई निर्भय सिंह का कहना है कि ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत हाईवे चौड़ीकरण के तहत संवेदनशील स्थानों की मरम्मत की जाएगी। डोलिया मंदिर के समीप और तलसारी में भूस्खलन जोन की स्थायी मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जल्द इसे शासन को भेजा जाएगा।पुल के पिलर पर हो रहा कटाव
मंदाकिनी नदी पर बने स्टील गार्डर पुल के एक पिलर पर नदी से कटाव हो रहा है। यह पुल रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को केदारघाटी से जोड़ता है। इन दिनों मंदाकिनी नदी के तेज उफान से कई जगहों पर भू-कटाव हो रहा है जिससे पुल के पिलर को खतरा बना है।

 

भारी बारिश से हरिद्वार में हादसा, पुराने मकान की छत गिरने से दो बच्चे जिंदा दफन, कई घायल हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भौरी डेरा शांतरशाह में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार और घर पर आए मेहमान सहित नौ लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे लोगों को निकलवाया। बच्चों के शवों को रुड़की के अस्पताल में भिजवा दिए। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। पिरान कलियर विधायक ने भी मौके पर पहुंचे।

 

रुड़की ब्लॉक और बहादराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले निवासी भौरी डेरा शांतरशाह गांव में बुजुर्ग मोहब्बत का मकान काफी पुराना था। बुधवार शाम हुई मूसलाधार बारिश से मकान की छत रात में करीब नौ बजे के आसपास अचानक भर-भराकर गिर गई, जिससे घर पर आए मेहमान और परिवार के लोग मलबे में दब गए। अचानक तेज आवाज के साथ छत गिरने की आवाज आने से आसपास के ग्रामीणें में भी अफरा-तफरी मच गई। सभी घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए।

हादसे की जानकारी मिलते ही बहादराबाद एसओ नरेश राठौड़, शांतरशाह चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर बाद रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट देवेश सासनी, एएसडीएम युक्ता मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकलवाया। एंबुलेंस से सभी को रुड़की के सिविल अस्पताल में भिजवाया।बहादराबाद थाना प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि आस मोहम्मद (10) पुत्र मुजम्मिल, नगमा (8) पुत्री इल्ताफ निवासीगण भौरी डेरा शांतरशाह की मौत हुई है। तहश्वनी (59) पत्नी मोहब्बत, ताहिर (65) पुत्र गुलाम मोहम्मद, दानिश (19) पुत्र ताहिर निवासी बिजौली मंगलौर, मनतसा (14) पुत्र मुजम्मिल निवासी भौरी डेरा, मानो (42) पत्नी इल्ताफ, सरफराज (6) पुत्र इल्ताफ, फराह (12) पुत्री इल्ताफ, सोफिया (12) पुत्री फुरकान, इमराना पत्नी इल्ताफ निवासी मुस्तफाबाद घायल हैं। सभी घायलों को रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

विधायक ने पहुंचकर परिवार को बंधाया ढांढस
पिरान कलियर विधायक फुरकान अहमद भी हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों को ढांढस बंधाया। साथ ही उनकी हर संभव मदद कराने का भरोसा दिलाया। विधायक ने कह कि मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा कराया जाएगा। अधिकारियों से भी उन्होंने जानकारी ली है।

भारी बारिश के बाद मसूरी-देहरादून मार्ग पर मलबा और बोल्डर आने से रास्ता बंद, दोनों तरफ फंसे वाहन मूसलाधार बारिश के चलते मसूरी-देहरादून मार्ग कोल्हूखेत के पास शाम छह बजे पहाड़ से मलबा और बोल्डर गिरने से मुख्य मार्ग बंद हो गया। जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। समाचार लिखे जाने तक लोनिवि की ओर से अवरुद्ध मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

 

बुधवार को शहर में 31वें दिन भी बारिश हुई। मसूरी-देहरादून मार्ग कोल्हूखेत हनुमान मंदिर के निकट पहाड़ से मलबा और बोल्डर आने से मुख्य मार्ग बंद हो गया। सड़क बंद होने से दोनों तरफ वाहन चालक फंस गए। मसूरी निवासी मनुजय टम्टा ने बताया कि देहरादून से मसूरी के लिए बस से निकला था।शाम छह बजे पहाड़ से मलबा और बोल्डर गिरने से सड़क बंद हो गई। लोनिवि के एई राजेन्द्र पाल ने बताया कि मलबा हटाने के लिए जेसीबी और बोल्डर को काटने के लिए मशीन भेजी गई है। देर रात तक सड़क खुलवाने का प्रयास जारी रहा।

Taza Khabar

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