October 31, 2025

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आगरा25जून*सरकारी कर्मचारियों ने जीवित बुजुर्ग कागजों में कर दिया मृत घोषित, तो की वृद्धावस्था

आगरा25जून*सरकारी कर्मचारियों ने जीवित बुजुर्ग कागजों में कर दिया मृत घोषित, तो की वृद्धावस्था

आगरा25जून*सरकारी कर्मचारियों ने जीवित बुजुर्ग कागजों में कर दिया मृत घोषित, तो की वृद्धावस्था

बुजुर्ग दे रहा है जीवित होने का दे रहा प्रमाण

आगरा। सरकार चाहे सरकारी कर्मचारियों के रवैए ठीक होने के लाख दावे करें लेकिन सरकारी कर्मचारी अपनी रवैया से बाज नहीं आ रहे हैं और जिसके कारण आए ना आए दिन अजब गजब मामले सुनने को मिल रहे हैं ऐसा ही एक मामला आगरा की समाज कल्याण विभाग का सामने आया है जहां कर्मचारियों की लापरवाही के कारण जिंदा आदमी को कागजों में मृत घोषित कर वृद्धावस्था पेंशन रोक दी अब वह अपने जीवित होने का दे रहा प्रमाण।
आगरा जनपद के ब्लॉक पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव नांद का पुरा निवासी एक वृद्ध को ब्लाक कर्मचारियों ने कागजों में मृत घोषित कर वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी। अपने को मृत घोषित होने पर पीड़ित वृद्ध ने मुख्यमंत्री सहित उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व की भाजपा सरकार में प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों को जनता जनार्दन की समस्या को लेकर निदान के लिए एवं लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मगर पिनाहट ब्लॉक के कर्मचारियों की लापरवाही साफ देखने को मिली है।
जहां ब्लॉक क्षेत्र के ही गांव नांद का पुरा निवासी अजब सिंह पुत्र स्वर्गीय नाहर सिंह उम्र करीब 80 वर्ष ने बीते सप्ताह मुख्यमंत्री सहित जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी, मानवाधिकार आयोग,एसएसपी आगरा को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि वर्ष 2019 से समाज कल्याण विभाग द्वारा उसे वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही थी। जिसे बीते माह 9 मई को बंद कर दिया गया। और ब्लॉक कर्मचारियों ने सत्यापन के आधार पर जीवित वृद्ध अजब सिंह को कागजों में मृत घोषित कर दिया।
वृद्धावस्था पेंशन बंद होने के बाद वृद्ध ने समाज कल्याण विभाग आगरा कार्यालय पहुंच कर मामले की जांच करवाने की मांग की है

Taza Khabar