*🌞नई दिल्ली05जून25* आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 05 जून 2025*
*⛅दिन – गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – ग्रीष्म*
*⛅मास – ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – दशमी रात्रि 02:15 जून 06 तक, तत्पश्चात् एकादशी*
*⛅नक्षत्र – हस्त पूर्ण रात्रि तक*
*⛅योग – सिद्धि प्रातः 09:14 तक तत्पश्चात् व्यतीपात*
*⛅राहुकाल – दोपहर 02:19 से शाम 04:01 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅सूर्योदय – 05:54*
*⛅सूर्यास्त – 07:23 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:29 से प्रातः 05:11 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:11 दोपहर 01:05*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:17 जून 06 से रात्रि 12:59 जून 06 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅व्रत पर्व विवरण – गंगा दशहरा, विश्व पर्यावरण दिवस*
*⛅विशेष – दशमी को कलंबी का शाक खाना त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2025🔹*
*🌹हमारे पूजनीय वृक्ष – आँवला🌹*
*🔹आँवला खाने से आयु बढ़ती है । इसका रस पीने से धर्म का संचय होता है और रस को शरीर पर लगाकर स्नान करने से दरिद्रता दूर होकर ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है ।*
*🔹जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
*🔹मृत व्यक्ति की हड्डियाँ आँवले के रस से धोकर किसी भी नदी में प्रवाहित करने से उसकी सदगति होती है ।*
*(स्कंद पुराण, वैष्णव खंड, का.मा. 12.75)*
*🔹प्रत्येक रविवार, विशेषतः सप्तमी को आँवले का फल त्याग देना चाहिए । शुक्रवार, प्रतिपदा, षष्ठी, नवमी, अमावस्या और सक्रान्ति को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*
*🔹आँवला-सेवन के बाद 2 घंटे तक दूध नहीं पीना चाहिए ।*
*🔹बेल (बिल्व)🔹*
*🔸स्कंद पुराण के अनुसार रविवार और द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*
*🔸जिस स्थान में बिल्ववृक्षों का घना वन है, वह स्थान काशी के समान पवित्र है ।*
*🔸बिल्वपत्र छः मास तक बासी नहीं माना जाता ।*
*🔸चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, द्वादशी, चतुर्दशी, अमावस्या, पूर्णिमा, संक्रान्ति और सोमवार को तथा दोपहर के बाद बिल्वपत्र न तोड़ें ।*
*🔸40 दिन तक बिल्ववृक्ष के सात पत्ते प्रतिदिन खाकर थोड़ा पानी पीने से स्वप्न दोष की बीमारी से छुटकारा मिलता है ।*
*🔸घर के आँगन में बिल्ववृक्ष लगाने से घर पापनाशक और यशस्वी होता है । बेल का वृक्ष उत्तर-पश्चिम में हो तो यश बढ़ता है, उत्तर-दक्षिण में हो तो सुख शांति बढ़ती है और बीच में हो तो मधुर जीवन बनता है ।*
*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*
More Stories
मिर्जापुर: 1जुलाई 25 *किसान दिवस का आयोजन*
कानपुर नगर1जुलाई25*सेना में कर्नल होने के बाद पहली बार पैतृक बार कस्बा पहुंचे रोहन त्रिपाठी
कानपुर नगर, 1 जुलाई 2025*माननीय विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति की बैठक संपन्न*