July 27, 2024

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वाराणसी25नवम्बर23*सभी सनातनी एक जाति पंथ अनेक*

वाराणसी25नवम्बर23*सभी सनातनी एक जाति पंथ अनेक*

वाराणसी25नवम्बर23*सभी सनातनी एक जाति पंथ अनेक*

आज 25 नवंबर केंद्रीय देव दीपावली महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य वागीश दत्त मिश्र जी ने कहा कि काशी आधारित देव दीपावली एवं गंगा आरती पूरे देश दुनियाभर भर में विस्तारित हो चुका है और सभी को जोड़कर इसका (केंद्रीय) वैश्विक संगठन बनाया जायेगा आगे कहा कि काशी की देव दीपावली एवं गंगा आरती का आयोजन मात्र घाटों तक सीमित नहीं रहा अब इससे प्रेरित हो देश विदेश में भी लोग इसका आयोजन कर रहे हैं वर्तमानकालिक देव दीपावली महोत्सव मात्र धार्मिक आयोजन तक सीमित नहीं है यह नदियों और कुण्डों तालाबों पर स्वच्छता अभियान के लिए अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम साबित हो रहा है हम केवल वाराणसी की ही बात करें तो यहाँ के गंगा घाटों पर पहले गंगा की बाढ़ द्वारा लाई गई मिट्टी वैसे के वैसे ही साल दर साल परत दर परत जमा हो कर पड़ी रहती थी कुछ घाटों की हालत ऐसी हो गई थी की वे टनों मिट्टी- मलबे के बोझ से दब कर, धंस चुके थे देव दीपावली आयोजन शुरू होने के पहले केवल स्नान करने वाले घाटों पर ही जमा मिट्टी की सफाई होती रही सन् 1990 के बाद के दशक में जैसे- जैसे देव दीपावली का विस्तार हुआ,वैसे – वैसे गंगा के घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश,मरम्मत आदि की व्यवस्थाओं में पर्याप्त सुधार हुआ अब बाढ के बाद नियमित रूप से अभियान चलाकर सफाई, प्रकाश आदि व्यवस्थायें देव दीपावली के पूर्व लक्ष्य बनाकर दुरुस्त कर ली जाती हैं, अब साल दर साल घाटों की नियमित रूप से साफ-सफाई होने लगी जिससे वाराणसी में विभिन्न उद्देश्यों, स्नान-दान, तीर्थाटन – पर्यटन आदि के लिए आने वाले पर्यटकों – श्रद्धालुओं का आगमन बढा है यात्रियों पर्यटकों की बढ़ रही उपस्थिती से रोजगार- बाजार सब फल फूल रहा है आज फिल्मों से लेकर शादी-ब्याह, पार्टी तक में आरती, दीप श्रृंगार करना फैशन बन गया है और इवेंट्स मैनेजर इससे पैसा बना रहे हैं वो तो ठीक लेकिन कहीं कहीं आरती और भोजन, डी जे नृत्य – संगीत साथ ही चल रहा है यह आरती की पवित्रता व मर्यादा का अपमान है काशी (वाराणसी) में गंगा -वरूणा, गोमती के तटों पर तथा कुंडों – तालाबों, सरोवरों झीलों, मंदिरों, चौक, चौराहों आदि पर जो देव दीपावली एवं आरती काआयोजन होता है उन उन विभिन्न आयोजन स्थानों के लगभग – लगभग प्रतिनिधियों का पहले से ही महासमिति से जुड़ाव हैं, और जो बाकी हैं सबकी भागीदारी सुनिश्चित कर श्री देव दीपावली एवं आरती महासमिति काशी का संगठन पुनर्गठित किया जायेगा।
पत्रकार वार्ता में आचार्य वागीश दत्त मिश्र, रत्नाकर त्रिपाठी ,अनन्त दीक्षित, विशाल ओढेकर,कोमल गुप्ता,श्याम लाल सिंह,रंजीत सिंह,प्रदीप पाल एवं मंत्री तथा मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे!

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