September 16, 2024

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वाराणसी 09 अगस्त 24*पलक झपकते ही साँपो को पकड़ने वाला रतन अब रतन कोबरा के नाम से जाना जाने लगा --

वाराणसी 09 अगस्त 24*पलक झपकते ही साँपो को पकड़ने वाला रतन अब रतन कोबरा के नाम से जाना जाने लगा —

नागपंचमी विशेष–

वाराणसी 09 अगस्त 24*पलक झपकते ही साँपो को पकड़ने वाला रतन अब रतन कोबरा के नाम से जाना जाने लगा —

वाराणसी से प्राची राय की खास खबर यूपीआजतक

वाराणसी मिर्जामुराद। नागपंचमी पर्व पर हिन्दू लोग भगवान शिव और नाग देवता को दूध और लावा चढ़ा कर विधि विधान से पूजा अर्चन करते है।इधर वही सांप एक ऐसा जीव है जिसका नाम सुन व देख कर लोग भयभीत हो जाते है, यदि यह किसी घरों में या आबादी वाले जगहो पर दिख जाए तो लोग उसे लाठी डंडे के प्रहार से चूकते नही। यू तो सांप मनुष्य का दुश्मन तो नही कह सकते लेकिन फिर भी हर साल भारत में सांप के काटने से हजारों लोगों के मौत की सूचना मिलती रहती है।
इधर मिर्जामुराद (गौर)निवासी रतन गुप्ता एक ऐसा शख्स है जो सांपो से बिल्कुल नही डरता जो कि सूचना मिलने पर पलक झपकते ही जहरीले से जहरीले सांपो को भी एक छड़ी के सहारे पकड़ लेता है।अब वह रतन कोबरा के नाम से जाने जाना लगा है। वाराणसी ही नही पूर्वांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। रतन कोबरा लगभग 25 साल से सांपो को पकड़ते आए है और लगभग 22000 से ज्यादा सांपो को पकड़ उसे सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुके है। इनका यह कारनामा देख पास पड़ोस के लोग ही नहीं बल्कि वाराणसी व अन्य क्षेत्रीय जिले के लोगो में भी काफी चर्चा बने हुए है।

फोन आने पर रतन जाते है सांपो का रेस्क्यू करने –

सूचना मिलने पर रतन कोबरा सांपो को रेस्क्यू करने के लिए वह तुरंत वहा पहुंच जाते है,सांप को पकड़ने के बाद फिर सुरक्षित एकांत जंगलों में ले जा कर छोड़ देते है। 22000 से ज्यादा सांपो को पकड़ सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुके हैं। रतन कहते है की “अक्सर सांप को देख लोग लाठी डंडे से सांप को जान से मार देते है जो की ऐसा कभी नहीं करना चाहिए उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में सर्प मित्र है और उनका नंबर भी उपलब्ध है सांप दिखने पर सूचना अगर दे दे तो सांप का रेस्क्यू किया जा सकता है, क्यों की सांप यदि धरती पर न रहे तो शायद खाने के लिए अनाज न मिले वह कहते है की खेतो में चूहा अक्सर धान गेहूं को खा कर फसल नुकसान करते है और सांप उन्ही चूहे को अपना भोजन बनाती है”।
रतन कहते है की उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में चार प्रकार के सिर्फ जहरीले सांप पाए जाते है जिसमे से कॉमन करैत, कोबरा, रसेल वाइपर, पिट वाइपर को छोड़ दे तो अन्य और सांप जहरीले नहीं होते है। सांपो से बचाव के लिए उन्होंने बताया कि यदि कभी जहरीला सांप काट ले तो तुरंत अस्पताल का सहारा लेना चाहिए न कि कभी झाड़ फूंक करना चाहिए अक्सर झाड़ फूंक के चक्कर में ज्यादातर लोग अपनी जान गवा देते है। सांप अक्सर घर में रखे उपली, लकड़ी या जहा इक्कठ्ठा ज्यादा वास्तु रखे रहते है वही सांप छुपते है और बरसात के समय यह ज्यादा निकलते है। रतन कोबरा के सर्प पकड़ने के तरीका व इस नेक काम से लोग में काफी सराहनीय है।

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