January 22, 2025

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लखनऊ06अगस्त*कैबिनेट मंत्री राकेश सचान गिट्टी चोरी के अरोप में दोषी करार, फैसला आने से पहले कानपुर की कोर्ट से हुए गायब*

लखनऊ06अगस्त*कैबिनेट मंत्री राकेश सचान गिट्टी चोरी के अरोप में दोषी करार, फैसला आने से पहले कानपुर की कोर्ट से हुए गायब*

लखनऊ06अगस्त*कैबिनेट मंत्री राकेश सचान गिट्टी चोरी के अरोप में दोषी करार, फैसला आने से पहले कानपुर की कोर्ट से हुए गायब*

मेराज अहमद

लखनऊ उत्तर प्रदेश योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को कानपुर की एसीएमएम तृतीय कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया है। मंत्री पर गिट्टी चोरी करने का आरोप है। शनिवार को कोर्ट में सुनवाई से पहले राकेश सचान ने खुद को सरेंडर कर दिया। जज के फैसला सुनाने से पहले वह फरार हो गए। जिसके बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई।

क्या है पूरा मामला
यूपी सरकार में मंत्री राकेश सचान के खिलाफ रेलवे की ठेकेदारी के दौरान गिट्टी चोरी होने पर आईपीसी की धारा 389 और 411 में मुकदमा दर्ज किया गया था। चोरी गई गिट्टी की बरामदगी भी हो गई थी। मामला कोर्ट में विचाराधीन था। शनिवार को कोर्ट ने फैसले का दिन मुकर्रर किया। दोषी पाए जाने की भनक लगने के बाद राकेश सचान कोर्ट से फरार हो गए।

धारा 389 और 411 में सजा का प्रावघान
किसी व्यक्ति को अपराध (जिसकी सज़ा मृत्यु दण्ड या आजीवन कारावास, या दस वर्ष तक कारावास है) का आरोप लगाने का भय दिखलाना। दस वर्ष कारावास और आर्थिक दण्ड। यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है। जबकि धारा 411 में सजा का प्रावधान है कि, चोरी की संपत्ति को बेईमानी से प्राप्त करना। इसमें सजा तीन वर्ष कारावास या आर्थिक दंड या दोनों हो सकती हैं। यह एक गैरजमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।

किइवई नगर में है मंत्री का निवास
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान का निवास किइवई नगर इलाके में हैं। राकेश सचान ने छात्र राजनीति के जरिए सियासत में आए। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। सपा के टिकट पर 1993 और 2002 में वह घाटमपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे और 2009 में उन्होंने फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। उन्होंने बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद को करीब एक लाख वोटों से हराया था। राकेश सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के बेहद करीबी माने जाते थे।

2019 में कांग्रेस का दामन थामा
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से फतेहपुर सीट से टिकट नहीं मिलने पर राकेश सचान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस की सदस्यता लेकर पंजे के सिंबल पर फतेहपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा। लेकिन केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने राकेश सचान को करारी शिकस्त दी थी। 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राकेश सचान बीजेपी में शामिल हुए। बीजेपी ने कानपुर देहात की सीट से इन्हें उम्मीदवार बनाया। राकेश सचान चुनाव जीत गए और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए।

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