रायबरेली31जनवरी25*क्षेत्र के मोन गांव स्थित महर्षि बाबा ओरीदास मंदिर पर तीन फरवरी से लगेगा विशाल मेला
महराजगंज/रायबरेली: क्षेत्र के मोन ग्राम में स्थित महर्षि बाबा ओरीदास का मंदिर श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है। यहां पर तहसील क्षेत्र ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचते हैं। वैसे तो प्रत्येक मंगलवार को यहां भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन बसंत पंचमी में लगने वाले तीन दिवसीय मेले में यहां दूर-दराज से आने वाले लोगों की संख्या दो लाख से अधिक हो जाती है। महर्षि बाबा ओरी दास मंदिर तपोस्थली प्रांगण में तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले को लेकर प्रशासन ने भी तैयारियां पूर्ण कर ली है। इस बार यह मेला 03 फरवरी से शुरू होकर 05 फरवरी तक चलेगा। आपको बता दें कि, यूपी के रायबरेली में महराजगंज से इन्हौना मार्ग के किनारे मोन ग्राम में महर्षि बाबा ओरीदास मंदिर स्थित है। श्रद्धालुओं का मानना है कि, यहां पर जलाभिषेक कर माथा टेकने वाले भक्तों की सभी मन्नते पूरी होती है। मंदिर के पास पीपल के विशाल वटवृक्ष की ऐसी विशालकाय छाया दूर-दराज तक कहीं भी देखने को नहीं मिलती है। लगभग ढ़ाई सौ वर्ष पुराने इस पीपल के विशालकाय वृक्ष के नीचे बने मंदिर की सुंदरता हर किसी का मनमोह रही है। क्षेत्र के कैर गांव के रहने वाले बुजुर्ग पंडित समर बहादुर पाण्डेय ने मंदिर का इतिहास बताते हुए कहा कि, बाबा ओरीदास अवस्थी एक संत पुरुष थे। बाबा मोन ग्राम में ही वर्ष 1710 में ब्राह्माण परिवार में जन्मे थे। लगभग 50 वर्ष की आयु में गांव के ही कथित लोगों नें उनकी हत्या कर दी थी। ग्रामीणों की मदद से उनका अंतिम संस्कार उनके ही साढ़े आठ बीघा के बाग में कर दिया गया। कुछ दिन बाद ही उनकी समाधि पर एक पीपल का वृक्ष उगा। वर्तमान में गांव ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों में भी बाबा का यह मंदिर श्रद्धा का पात्र है। क्षेत्र में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले लोग यहां पर माथा टेकने जरूर पहुंचते हैं। यहां बसंत से लगने वाले तीन दिवसीय मेले में दंगल का आयोजन भी होता है। लगभग दस बीघा वाले मंदिर परिसर में लगने वाला मेला इस बार 03 फरवरी से शुरू होकर 05 फरवरी तक चलेगा। 03 फरवरी को विशाल दंगल प्रतियोगिता व भंडारा आयोजित होता है। यहां पर प्रत्येक वर्ष प्रदेश स्तर के पहलवान दंगल में दांव अजमाने पहुंचते हैं। वहीं, तीनों रात में रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। मेले में मुख्य भूमिका ग्राम प्रधान श्याम कला की अध्यक्षता में बनने वाली मेला कमेटी की होगी है। एसडीएम सचिन यादव ने बताया कि, कोतवाली पुलिस से मेले की व्यवस्था व सुरक्षा को लेकर आख्या मांगी गई है। ग्राम प्रधान श्यामकला ने भी पत्र लिखकर उन्हें मेला की तैयारियों से अवगत कराया है। मेले की तैयारियों के बारे में जब प्रधान पति अमरेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। प्रशासन को 26 जनवरी को पत्र के माध्यम से मेला और कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया गया है। मेले में लगने वाली दूकानों के लिए विजली, पानी के साथ सारी सुविधाएं निःशुल्क की गई हैं। उधर बसंत से लगने वाले इस तीन दिवसीय मेले में दूर-दूर से आने वाले लकड़ी, बर्तन, मिठाई, बितासखाना, लोहे के सामान, प्रसाद आदि के दूकानदारों ने मेला ग्राउंड में अपना-अपना तंबू गाड़ कर सामान सजाना सुरु कर दिया है, मेला परिसर में इस बार बड़ी तादात झूले भी आ गये है, जिन्हें लगाने का काम चल रहा है।
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