ब्रिटेन22मई2023*भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर आशान्वित हैं सुनक, कहा- चीन वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती
हिरोशिमा, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21मई रविवार को अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक के साथ बातचीत के दौरान भारत-ब्रिटेन एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) वार्ता में प्रगति सहित द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की।
इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे व्यापक क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति भी जताई। सुनक ने कहा कि वह भारत से व्यापार समझौते को लेकर आशान्वित हैं।
सुनक से मिले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने जापान के हिरोशिमा शहर में जी-7 देशों के शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिटिश पीएम सुनक से मुलाकात की। भारत और ब्रिटेन पिछले साल जनवरी से एफटीए पर बातचीत कर रहे हैं। इसका उद्देश्य एक ऐसे व्यापक समझौते पर सहमति बनाना है जिससे दोनों देशों के बीच 2022 के अनुमानित 34 अरब पाउंड के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने सुनक के साथ कई मुद्दों पर की चर्चा
- पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ मुलाकात बहुत सार्थक रही। हमने व्यापार, नवोन्मेष, विज्ञान और ऐसे अन्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।’
- विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने को लेकर पीएम मोदी ने हिरोशिमा में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता से जुड़ी वार्ताओं में हुई प्रगति का जायजा लेने के साथ-साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की भी समीक्षा की।’
- विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी और सुनक ने व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा और दोनों देशों के नागरिकों के बीच परस्पर संबंधों जैसे व्यापक क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर सहमति जताई।
- मंत्रालय ने कहा कि मोदी और सुनक ने भारत की जी-20 अध्यक्षता पर भी चर्चा की।
ब्रिटेन का 12वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश है भारत
बता दें कि ब्रिटिश सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत 2022 की तीसरी तिमाही के अंत में ब्रिटेन का 12वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था। दोनों देशों के बीच हुआ व्यापार ब्रिटेन के कुल व्यापार का 2.1 प्रतिशत था।
वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के लिए चीन सबसे बड़ी चुनौती: सुनक
उधर, जी-7 शिखर सम्मेलन में ब्रिटिश पीएम ने चीनको लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा- चीन वर्तमान में वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उनके इस बयान का सभी जी-7 देशों ने समर्थन किया। इन नेताओं ने चीनी चुनौतियों का मिलकर हल निकालने का संकल्प भी लिया।
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